भाभी ने खेला मेरे बर्थडे पर चुदाई का खेल-2

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भाभी ने खेला मेरे बर्थडे पर चुदाई का खेल-1

अब तक आपने इस सेक्सी स्टोरी में पढ़ा कि भाभी अपनी कामुकता भरी हरकतों से बार बार मेरे लंड को खड़ा कर देती थीं लेकिन फिर मुझे मुठ मारने के लिए छोड़ देती थी।

अब आगे..

मैं अपने मन में भाभी को गाली देने लगा कि अब क्या ऊपर जाऊँ.. साली आख़िर चाहती क्या है? मुझे खुल्ला-खुल्ला सिड्यूस कर रही है और जब इसके करीब आने की कोशिश करता हूँ, तब बोलती है कि अच्छा जाओ थैंक्स! मैंने सोचा कि इसका सिर्फ़ एक ही मतलब हो सकता है कि वो मुझे तड़पाना चाहती है।

मैं ऊपर आ गया और भाभी के नाम की मुठ मारी और फिर अपना काम करने लगा। मेरा काम जब खत्म हुआ, तब मैं सो गया।

अगले दिन: सुबह मैं 8 बजे उठा और देखा कि भाभी के मैसेज पड़े थे। मैसेज में था कि जब उठो तो नीचे ब्रेकफास्ट के लिए आ जाना और प्लीज़.. शेव ज़रूर कर लेना।

मैं नहाने चला गया और शेव भी की, फिर नीचे जा कर भाभी और मैंने ब्रेकफास्ट किया।

भाभी- तो कल तो तुम्हारा बर्थडे है.. क्या-क्या प्लान किया है?? मैं- मैंने.. या आपने? आपने ही तो बोला था कि आप मेरा बर्थडे यादगार बनाओगी.. तो आप बोलो आपने क्या क्या प्लान किया है मेरे बर्थडे के लिए? भाभी- मैंने तो तुम्हारे लिए एक बढ़िया सा बर्थडे गिफ्ट प्लान किया है.. ज़ो तुम्हें और कोई नहीं दे सकता। मैं- अच्छा..! कोई नहीं दे सकता..चलो देखते हैं। भाभी- ह्म्म्म्म.. देख लेना।

फिर मैं अपने दोस्तों के साथ बाहर चला गया और भाभी से कहा कि आते-आते रात हो जाएगी.. मैं करीब 10 बजे तक आऊँगा। रात में 10:30 तक मैं घर पहुँचा, मैं सीधे दूसरे माले पर चला गया। मैंने एक घंटे तक टीवी देखा फिर मैं बिस्तर पर लेट गया।

रात 12 बजे से मेरे भटिंडा के दोस्तो के बर्थडे गुड विश मैसेज आने लगे। फिर देखा तो भाभी का भी मैसेज आया, मैसेज में लिखा था, ‘जल्दी से नीचे आ जाओ.. और हाँ शेव करके आना लोल्ज़..’

मैंने सोचा- इस वक्त शेव..? शेव तो मैंने आज सुबह ही कर ली थी। मुझे लगा कहीं भाभी नीचे के बालों को तो शेव करने को नहीं बोल रही हैं। मैंने अपने नीचे के बालों को साफ़ किया और जल्दी नीचे चला गया।

नीचे पहुँचते ही देखा कि दरवाजा खुला हुआ है, मैं अन्दर आ गया।

जैसे ही मैं अन्दर गया तो एक नशीली सी खुशबू आई और देखा कि पूरे कमरे में अंधेरा है। तभी लगभग 5 सेकेंड्स के बाद सारी लाइट्स जल उठीं और देखा सामने मेरी भाभी खड़ी हुई हैं। उन्हें देखते ही मैं भौंचक्का रह गया। वाऊ… भाभी लाल साड़ी और बैकलेस ब्लाउज में सुर्ख लाल लिपस्टिक लगाए खड़ी थीं।

आप अंदाज लगा सकते हो कि दूधिया देह और संगमरमरी शरीर की मलिका सुर्ख लाल साड़ी और लाल रंग के बैकलेस ब्लाउज में किस तरह का सितम ढहा सकती है। भाभी की साड़ी सेम वही थी, जो आपने तलवार लिए हुए सन्नी लियोनी को पहने हुए देखा होगा, इस वक्त भाभी ठीक वैसी ही लग रही थीं।

इसके बाद उन्होंने आगे बढ़ कर मुझे जो किस किया, उसका निशान मेरे गाल पर बन गया। फिर भाभी मेरे लिए मेरा बर्थडे केक लकर आईं.. वो केक बहुत बड़ा था।

मैंने पूछा- भाभी इतना बड़ा केक क्यों? तो उन्होंने कहा- सब कुछ अपने आप ही पता चल जाएगा।

जैसे ही मैं केक काटने जा रहा था.. मेरे मोबाइल पर दोस्त लोगों का कॉल आ रहा था। तभी भाभी ने मेरा फोन ले लिया और उसे स्विच ऑफ कर दिया। इससे पहले मैं कुछ भाभी से पूछता, भाभी बोली- अभी दोस्तों से कोई बातें नहीं। मैं बोला- ओके भाभी।

फिर मैंने अपना केक कट किया और भाभी को खिलाया। भाभी ने केक के साथ-साथ मेरी उंगली भी काट ली।

भाभी- ओह सॉरी.. मैं- कोई बात नहीं भाभी.. भाभी- आओ बेडरूम में चलते हैं। मैं केक लकर जा रही हूँ तुम लाइट्स ऑफ कर देना। मैं- ओके भाभी..

जब मैं बाहर के कमरों की लाइट्स ऑफ करके आया और बेडरूम में दाखिल हुआ तो मैं फिर से चौंक गया। भाभी ने उस रूम को क्या डेकोरेट किया था। बेडरूम में लाइट्स की जगह मोमबत्तियों की लाइट्स थीं और बेडशीट पर गुलाब की पंखुरियां बिखरी हुई थीं। वो रूम बहुत ज़्यादा सुंदर लग रहा था और मौसम की हल्की ठंडक माहौल को रूमानी कर रही थी। साथ ही कमरे को किसी सेक्सी स्प्रे से भी खुशगवार किया गया था।

भाभी ने तभी आगे बढ़ कर मेरे गाल पर फिर से किस किया और बोलीं- अब मुझे मेरा रिटर्न गिफ्ट दो। मैं- ओके। मैंने भी उन्हें उनके गाल पर किस कर दिया।

भाभी- यह क्या.. अब तो तुम 18 साल के हो गए हो.. बच्चों जैसे क्यों किस कर रहे हो.. बड़ों के जैसे करो। मैं मन ही मन में बहुत खुश हुआ। भाभी अब जाकर मुझको अपने करीब आने का चान्स दे रही हैं। फिर मैं धीरे से उनके मुँह के पास गया, उनके होठों से अपने होंठ मिला लिए।

आहह..!

स्मूच करते-करते उनकी लिपस्टिक का भी टेस्ट मुझे मिल रहा था। फिर मैंने अपना मुँह खोला और उन्होंने मेरे मुँह में अपनी जीभ डाल दी। मैं उनकी ज़ीभ चूस रहा था। फिर उन्होंने मेरा नीचे वाला होंठ हल्का सा काटा और फिर उसे चूसने लगीं।

लगभग दस मिनट तक हम दोनों यही करते रहे। क्या बताऊँ दोस्तो मुझे कितना मजा आ रहा था।

फिर मैं भाभी की साड़ी को खोलने ही जा रहा था कि तभी भाभी बोलीं- इतनी जल्दी क्या है.. आराम से, आज की पूरी रात है हमारे पास! भाभी ने मेरी टी-शर्ट उतारी और फिर उन्होंने थोड़ा सा केक अपने हाथों में लिया और उसे मेरी गरदन और मेरी छाती पर लगा दिया और फिर उसे चाटने लगीं।

मैं- आआअहह..भाभीईई.. भाभी मेरे मुँह पर उंगली रखते हुए बोलीं- शश..

अब भाभी मेरी छाती की घुंडियों को किस कर रही थीं। फिर भाभी ने अपने ब्लाउज पर थोड़ा केक लगा कर मेरी आँखों में अश्लीलता से देख कर आँख मारी। मैं एकदम से उनके मम्मों को ब्लाउज के ऊपर से ही चूसने लगा और उनकी गर्दन को किस करने लगा।

भाभी भी कामुक आवाज में मोन कर रही थीं- आअहह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… उम्म्म्म ह..

अब भाभी ने मेरा शॉर्ट्स भी उतार दिया और मेरे दोनों हाथ और पैरों को बिस्तर से बाँध दिया। फिर भाभी ने मेरी आँखों पर एक पट्टी लगा दी। फिर 5 सेकेंड्स के बाद मुझे मेरे तलवों में गुदगुदी होने लगी।

भाभी एक पंख से मेरे तलवों पर गुदगुदी कर रही थीं। फिर भाभी ऊपर को बढ़ने लगीं, मेरे पेट पर और फिर मेरी बगलों पर उनकी गर्म साँसें मुझे थिरकने पर मजबूर करने लगीं। मैं गुदगुदी से हंसे जा रहा था।

फिर भाभी मेरी बाजुओं पर अपनी ज़ीभ की टिप से किस करने लगी थीं, किस करते-करते वो मेरी छाती को भी किस करने लगीं।

और फिर.. भाभी ने मेरे कान के पास आकर धीमी आवाज़ में कहा- मजा आ रहा है? मैं- हाँ..

फिर भाभी ने मेरे कान की लौ को अपने दांतों से हल्का सा दबाया और फिर उस किस करने लगीं। इसके बाद उन्होंने मेरे निप्पलों पर फिर से किस करना स्टार्ट कर दिया। अब वो मेरे निप्पलों को चूसने भी लगीं और हल्का सा काट भी रही थीं, साथ ही उन्होंने केक मेरे मुँह पर लगा दिया और मुझे स्मूच करने लगीं।

दोस्तो, वो स्मूच मेरी लाइफ की सबसे बेस्ट स्मूच था। यह हिंदी सेक्सी स्टोरी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!

कई मिनट तक भाभी मेरे साथ यह करती रहीं। फिर उन्होंने मेरी आँखों से पट्टी निकाल दी पर मेरे हाथ और पैर अभी तक बंधे हुए थे। फिर भाभी ने मेरे लंड को अंडरवियर से बाहर निकाला और अपने हाथों पर उन्होंने कोई लोशन लगाया। फिर भाभी मुझे हैंडजॉब देने लगीं।

कुछ ही पलों की उत्तेजना के बाद जब मैंने बोला- आई एम कमिंग..

तभी भाभी ने मेरे लंड से अपना हाथ हटा लिया और फिर मेरे कानों पर धीमे-धीमे फूँक मारने लगीं। कभी वो ऐसा मेरे निप्पलों पर भी कर रही थीं। वो मुझे बहुत ही बुरी तरह से तड़पा रही थीं। फिर उन्होंने मेरे हाथ और पैर खोले और मुझे एक चाकू दे कर बोला।

भाभी- मेरी साड़ी फाड़ो। मैं- फाड़ दूँ.. क्यों.. साड़ी को उतारा भी जा सकता है। भाभी- नहीं.. यह मेरी फैंटेसी है कि कोई मेरी साड़ी फाड़ कर मुझे चोदे।

चोदने की बात सुनने के बाद मैं उनकी साड़ी फाड़ने लगा। पहले मैंने उनका पल्लू फाड़ा और फिर उनका ब्लाउज फिर पेटीकोट भी फाड़ दिया। कमाल की बात थी कि भाभी ने अन्दर कुछ नहीं पहन रखा था। अब हम दोनों पूरे नंगे थे। फिर भाभी ने मुझे हग किया और मुझे बिस्तर पर लेटा दिया। उन्होंने पहले मेरे होंठों पर किस किया और फिर मेरी गर्दन को चूमा.. छाती पर जीभ फिराई और इस तरह वो धीरे-धीरे मेरे लंड तक आ पहुँची। मेरे लंड को भाभी ने अपने हाथों से 4-5 स्ट्रोक दिए और फाइनली.. उन्होंने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया।

दोस्तो, क्या बताऊँ.. जब उन्होंने मेरा लंड अपने मुँह में लिया, तब जो गरमाहट और उनके होठों की कोमलता और जब उनकी जीभ जब मेरे लंड पर लग रही थी.. वाह.. क्या मस्त फीलिंग थी वो.. और इस वजह से 5 मिनट में ही मैं झड़ गया। अब भाभी पूरी पागल हो चुकी थीं।

मैं उठा और भाभी के 34 साइज़ के मम्मों को चूसने लगा। मैं उनके निप्पलों को चूसे जा रहा था और वो मस्ती भरी आवाजों से मेरा लंड खड़ा करने में लगी थीं। भाभी- आआअहह मोहित.. ओहह.. यअहह.. उम्म्म्म ..

भाभी मेरे बालों में अपने हाथों को फेर रही थीं और अपने मम्मों की तरफ ज़ोर भी लगा रही थीं। मैं अपने हाथों को उनकी पीठ पर ले गया।

मेरी भाभी की स्किन बहुत सॉफ्ट है। मैं भाभी को अपनी तरफ ज़ोर लगा कर खींचने की कोशिश कर रहा था। भाभी ने अपने चूचे मेरे मुँह में अन्दर तक ठेल दिए और मैंने उनके एक आम को पूरा मुँह में भर कर काट लिया था। उनके गोरे-गोरे मम्मों मैं लव बाइट्स बना रहा था। इसके बाद मैंने उन्हें लेटा दिया और उनकी नाभि को किस करने लगा।

अब भाभी बहुत ज़ोर से सीत्कार करने लगीं- आआअहह.. मोहित.. ऊहह..

मैं उनके बगलों में मुँह डाल कर उधर किस करने लगा, उनकी बगलों से बहुत नशीली खुशबू आ रही थी।

फिर हम दोनों ने 69 की पोज़िशन ट्राई की, भाभी मेरे ऊपर लेट गईं और मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और मैं उनकी चुत को चाट रहा था। साथ ही मैं उनकी मखमली गांड को भी दबाए जा रहा था। उनकी गांड दबाने के बाद मैं उनकी गांड पर थप्पड़ मारने लगा। थोड़ी देर बाद उनकी गोरी-गोरी गांड पूरी लाल-लाल हो चुकी थी।

कुछ टाइम बाद हम दोनों झड़ गए, थोड़ी देर तक मैं और भाभी लेट गए। भाभी मेरी छाती पर अपना भार रखे हुए थीं और अपनी उंगली को मेरे निप्पल पर घुमा रही थीं। साथ ही भाभी मुझे फ्रेंच किस कर रही थीं।

फिर थोड़ी देर बाद भाभी बोलीं- दूसरे राउंड के लिए रेडी हो?? मैं- आजा मेरी जान.. ‘ज्जे बात मेरे राजा..’

अब भाभी ने मुझे एक कंडोम दिया और फिर मैं कंडोम लंड पर चढ़ा कर भाभी के ऊपर आ गया। भाभी ने मेरे लंड को अपनी चुत पर सैट किया और फिर मैंने धक्का लगा दिया। भाभी की हल्की सी आह्ह.. निकली और मैं उन्हें धकापेल चोदने में लग गया।

भाभी- आअह.. ऊहह.. यसस्स.. फक मी.. मोहित फक मी हार्ड.. अह.. बी हार्डर.. उम्म.. आअहह बहुत मजा आ रहा है।

दोस्तों मोमबत्तियों की लाइट में चूत चोदने का मज़ा ही कुछ और होता है। कई मिनट तक मैं भाभी को चोदता रहा और फिर हम दोनों साथ में झड़ गए।

इसके बाद हम दोनों 10 मिनट तक लेटे रहे.. और फिर हम दोनों साथ में बाथरूम में गए, एक-दूसरे को साफ किया और फिर बेडरूम में आकर लेट गए।

थोड़ी देर तक हम दोनों ने स्मूच किए और फिर हम एक-दूसरे से चिपक कर सो गए।

उस रात बहुत बढ़िया नींद आई थी मुझे और शायद उन्हें भी।

फिर 4 तारीख से 6 तारीख तक की रातों में मैंने भाभी को जबरदस्त चोदा और 7 की सुबह को आखिरी बार चोदने का लोभ न छोड़ पाया क्योंकि मेरी 7 की रात को ट्रेन से मेरी वापसी थी।

लेखक की इच्छानुसार इमेल नहीं दी जा रही है.

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