This website is for sale. If you're interested, contact us. Email ID: storyrytr@gmail.com. Starting price: $2,000
दोस्तो, आज मैं आपको अपनी मामी की चुदाई की कहानी सुनाने जा रहा हूँ।
मेरा नाम रोहन है.. मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ।
मेरी मामी यूपी में रहती हैं उनका फिगर 36-24-36 का है। मैं कुछ दिन पहले उनके घर गया। उस वक्त उनके घर पर कोई नहीं था.. सिर्फ़ मामी थीं। मैं उनसे मिला और बात करने लगा, सबके बारे में पूछने पर पता चला कि सब लोग अपने-अपने काम पर गए हुए हैं।
कुछ देर बाद मैं नहा-धो कर तैयार हो गया तो मामी मुझे खाना देकर अपना काम करने लगीं। मैं बोर हो रहा था..
इतने में मामी आईं और बोलीं- क्या कर रहा है? मैंने कहा- मैं तो बोर हो रहा हूँ.. कोई है ही नहीं घर पर! फिर वो बोलीं- चल मेरा काम खत्म हो जाने दे.. मैं तेरे पास बैठती हूँ।
उन्होंने सूट पहना हुआ था और उनके मम्मों पर मेरी बार-बार नजर जा रही थी, उन्होंने ये नोटिस कर लिया.. पर वे कुछ बोली नहीं। थोड़ी देर बात करने के बाद वो बोलीं- क्या तेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है? मैं बोला- पहले थी.. पर अभी नहीं है।
ये सुन कर मामी मुझसे शादी की बात करने लगीं- कैसी लड़की पसंद करेगा? मैंने छूटते ही बोला- बस कोई आप जैसी मिल जाए। मामी हंस कर बोलीं- अच्छा.. मेरे में ऐसा क्या है? मैंने बोला- आप बहुत सुंदर हो। मामी फिर से हँस पड़ीं।
अब मैं उनके साथ फ्लर्ट कर रहा था और उनको भी समझ में आ रहा था। मैंने बहुत डरते हुए उनसे कहा- एक बात पूछूँ आप से? वो बोलीं- बोल न? मैंने कहा- आप गुस्सा मत होना। तो वो बोलीं- बात तो बता? मैंने कहा- आप और मामा अभी भी सेक्स करते हो या नहीं?
यह सुनते ही उनका चेहरा एकदम गुस्से से लाल हो गया। मैंने जल्दी से ‘सॉरी..’ कहा, लेकिन फिर वो हँस दीं और बोलीं- नहीं होता। फिर मैंने कहा- तो आपका मन नहीं करता? वो बोलीं- तुझे क्यों बताऊँ?
मैं चुप हो गया.. फिर मैं चुपचाप बैठा रहा और फिर उधर ही लेट गया। मैं लेट कर मामी की चुदाई के सपने देखने लगा।
इतने में मामी बोलीं- अच्छा तूने कभी सेक्स किया है? उनकी इस बात को सुनकर मेरे मन में लड्डू फूटने लगे और मुझे लगा कि अब काम हो गया समझो।
मैं बोला- लड़कियों के साथ तो किया है.. पर किसी शादीशुदा के साथ नहीं किया। मामी मेरा इशारा समझ गईं और हँसते हुए बोलीं- अच्छा अगर मौका मिला तो करेगा सेक्स? मैं बोला- हाँ क्यों नहीं। उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और बोला- मेरे साथ सेक्स करेगा? पहले तो मैंने डरने का नाटक किया.. फिर बोला- आपके साथ कैसे? हालांकि मैं अन्दर से खुश था कि मामी की चुदाई करने को मिल रही है.
‘हाँ मेरे साथ..!’ मैं बोला- आप किसी को बता तो नहीं दोगी? वो बोलीं- नहीं कभी नहीं, ये भी किसी को बताने की बात होती है। मैंने पूछा- क्या आपको मैं अच्छा लगा हूँ? उन्होंने कहा- मुझे चुदाई किए हुए बहुत टाइम हो गया है। जब तू मेरे दूध देख रहा था.. तो मुझे तभी तेरे साथ सेक्स करने का मन हो गया था। मैंने मुस्कुराते हुए कहा- ठीक है लेकिन मामी मेरी एक ख्वाहिश है.. मुझे आप अपनी गांड भी मारने दोगी? वो बोलीं- तू फिलहाल सिर्फ़ मेरी गांड मार सकता है क्योंकि अभी मेरी बच्चेदानी का ऑपरेशन हुआ है और डॉक्टर ने उसे कुछ इन्फेक्शन की वजह से बाहर निकाल दिया है।
ये सुनकर मैं थोड़ा हैरान हुआ.. पर मुझे तो वैसे भी उनकी गांड मारने का मन था।
बस फिर मैं उनके करीब हो गया और उनको स्मूच करने लगा। मैंने उनके होंठों पर अपने होंठ रखे और धीरे-धीरे उनके मम्मों को दबाने लगा।
थोड़ी देर बाद जब चुदास बढ़ी तो मैं उनके मम्मों को जोर-जोर से भींचने लगा। मामी को दर्द हो था और वो मुँह से कामुक आवाजें निकाल रही थीं। पर उनको आस-पास के माहौल की परवाह थी, इसलिए वो जोर से आवाज नहीं निकाल रही थीं।
उधर मेरी ज़ीभ भी मामी के मुँह के अन्दर थी। फिर मैंने उन्हें सोफा पर लेटाया और उनकी कमीज उतार दी। उन्होंने अन्दर सफेद ब्रा पहनी हुई थी। मैंने उनके पेट पर किस किया और मम्मों को बड़ी बेरहमी से मसलने लगा।
मामी के कंठ से ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ की आवाज निकलती रही और बीच-बीच में बोलतीं- प्लीज़ आराम से दबाव ना.. मैं कहीं नहीं भागी जा रही।
फिर मैंने उनकी ब्रा उतार दी और अगले पल ही उनकी सलवार और पेंटी भी फर्श पर रहम की भीख मांग रही थी, अब मेरे सामने मामी पूरी नंगी हो चुकी थीं। उन्होंने भी मेरे सारे कपड़े उतार दिए।
मैं उनके गोरे-गोरे दूध चूसने लगा और काटने लगा और मैं जैसे ही उनके मम्मों को काटता.. वो जोर से चिल्लाते हुए सोफे को पकड़ लेतीं- आआअहह.. आराम से..
इस तरह मैंने बहुत देर तक उनके मम्मों को निचोड़ा.. मैं कभी उनके निप्पलों को जोर से काटता और कभी पूरा चूचा अपने मुँह में भर कर अपने दांतों से काटता।
मामी को जबरदस्त मजा आ रहा था.. पर साथ में बहुत दर्द हो रहा था और वो जोर से चीख भी रही थीं- नहीं यार.. उह.. आराम आराम से.. प्लीज़.. मैंने उनकी एक नहीं सुनी, मुझे तो बस मामी की चुदाई सूझ रही थी.
कुछ पलों के बाद मैंने उन्हें उल्टा कर दिया और अब उनकी मस्त और नंगी गांड मेरे सामने थी। मैंने उनकी गांड पर पहले प्यार से एक चपत मारी.. फिर थोड़ा जोर-जोर से गांड का बाजा बजाने लगा।
मामी भी गर्म हो चुकी थीं और वो बोलीं- मजा तो आ रहा है.. पर आराम से करो यार.. इसमें लंड डलवाने पर दर्द होता है। मैंने उन्हें किस किया और कहा- मैं ध्यान रखूँगा.. आप बेफिक्र रहिए।
फिर उन्होंने बहुत ही मस्त तरीके से मेरे लंड की सकिंग की, वो बोलीं- तेरा लंड बहुत लंबा और मोटा है.. जरा गांड का ध्यान रखना।
अब मैं मामी की चुदाई करने को, उनकी गांड फाड़ने के लिए तैयार था। मैंने उन्हें पोजीशन में किया और उनके ऊपर आकर अपने लंड को उनकी गांड के छेद पर रख दिया।
मामी थोड़ी डरी हुई थीं.. मुझे बोल रही थीं- आराम से प्लीज़ बहुत दर्द होता है।
मेरा सपना सच होने जा रहा था और मैंने जैसे ही अपने लंड को मामी की गांड के छेद के ऊपर टिकाया और जोर का झटका मारा, तो मामी की चीख निकल पड़ी।
‘ऊ.. आअहह..’ की आवाज निकालते हुए मामी ने अपने हाथ से मेरे लंड को हटा दिया और बोलीं- बहुत बड़ा है.. दर्द हो रहा है।
मैंने फिर से मामी को किस किया और कुछ देर बाद उन्हें तैयार किया। मामी ने कुतिया बनते हुए अपने हाथ सोफा से कस कर पकड़ रखे थे। मैं फिर से पीछे से मामी के ऊपर आया और अपना लंड मामी की गांड के छेद पर रख कर एक झटका दे मारा।
इस बार मामी फिर से चिल्ला उठीं क्योंकि उनकी गांड का छेद टाइट था, उनकी तेज स्वर में ‘आआहह..’ की आवाज निकल रही थी।
इस बार चूंकि लंड थोड़ा जगह बना चुका था और उन्होंने भी दर्द सहन करने का मन बना लिया था तो उन्होंने मुझे रोका नहीं।
फिर मेरा लंड थोड़ा सा और अन्दर जाते ही मैंने एक तगड़े झटके से अपना पूरा लंड मामी की गांड में डाल दिया। वो रो पड़ीं.. पर मैं उनके हाथ पकड़े रहा और बिना रुके मामी की गांड मारना चालू रखी।
मामी को बहुत दर्द हो रहा था.. पर मैं कहाँ रुकने वाला था।
‘आहह मर गई.. साले बेदर्दी मार दिया..’ उनकी गांड मराने की मधुर आवाजें निकल रही थीं और मैं मस्त से उनकी गांड की चुदाई करने में पिला पड़ा था।
थोड़ी देर बाद उन्हें भी मजा आने लगा.. पर हल्का-हल्का दर्द मामी को अभी भी हो रहा था।
मैं अपने हाथों से मामी की चुचियां भींच रहा था और उनके ऊपर लगभग लेटकर उनकी गांड को बड़ी तेज गति से चोद रहा था।
मेरे हर झटके पर मामी की चीख निकल रही थी। करीब दस मिनट बाद मैंने मामी की गांड में ही अपना लंड झड़ा दिया।
मेरे लंड के बाहर निकलने के बाद मामी ने राहत की सांस ली और बोलीं- तू बहुत बेरहमी से चोदता है। मामी की गांड पूरी लाल हो गई थी और हाथ लगाने पर उन्हें दर्द हो रहा था।
फिर मैंने मामी को किस किया और उनके मम्मे चूसे। फिर बर्फ से उनकी गांड की सिकाई की, जिससे उनका दर्द कम हुआ।
तो दोस्तो, आपको मेरी ये मामी की गांड चुदाई की कहानी कैसी लगी, मुझे मेल कीजिएगा। [email protected]
This website is for sale. If you're interested, contact us. Email ID: storyrytr@gmail.com. Starting price: $2,000