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सभी पाठकों को नमस्कार, मैं अन्तर्वासना की सेक्सी स्टोरी का नियमित पाठक हर्षित कुमार भोपाल से हूँ। दोस्तो, मैं एक बहुत शरीफ और इज्ज़तदार परिवार में रहने वाला एक स्वाभिमानी लड़का हूँ। मैं कोई प्रोफेशनल सेक्सी स्टोरी का राइटर नहीं हूँ.. प्रस्तुत चुदाई की कहानी में मैं बस अपनी पहचान गुप्त रखने के अलावा कुछ तड़का जरूर लगाऊंगा.. पर ये घटना एकदम सच्ची है।
साथियों 12वीं तक तो मैंने कभी सेक्स को लेकर कुछ सोचा नहीं था। बस कभी-कभार दोस्तों के साथ मस्ती भरे गप्पें चलती रहती थीं, जो हर लड़के के साथ होता है।
लेकिन 12वीं के बाद संगीत में रुझान आ गया और मैंने संगीत के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने का निर्णय ले लिया। इसको लेकर मेरा घर वालों से विरोध भी बन गया तो मुझे पैसों के पीछे भी भागना पड़ा। इसी के चलते मैं छोटे-मोटे प्रोग्राम आदि करने लगा।
मैं अपने बारे में बता दूँ.. मेरा कद 5’8” है.. मैं एक औसत सांवले शरीर का हूँ, लेकिन मेरी आँखें और स्माइल इतनी सच्ची रहती हैं कि ये स्टेज से लड़कियों को बहुत आकर्षित करती हैं। ऊपर वाले ने मेरा चेहरा भी काफी आकर्षक दिया है.. साथ ही मुझे संगीत की कला और लोगों को खुश करने वाली आवाज भी मिली है.. कुशल बातचीत का तरीका भी है, जो बहुत जल्दी किसी को आकर्षित करने के लिए काफी है।
इन सभी गुणों के कारण कई बंदियों से मुझे बचना भी पड़ता है क्योंकि मुझे डर लगता है कि इस चक्कर में कहीं मेरा भविष्य न बिगड़ जाए।
तो यह घटना कुछ यूं घटी कि सन 2012 में एक रात को मैं फेसबुक पर ऑनलाइन था, तभी मेरे पास एक लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई।
चूंकि वीणा नाम से रिक्वेस्ट थी.. तो मैंने संगीत प्रेमी होने के चलते उसका वीणा नाम पसंद करते हुए उसे जोड़ लिया।
इसके बाद उससे मेरी बातें हुईं और उसने मुझे सारी बात बताई कि उसने मुझे किसी स्टेज पर देखा था और उसे मुझसे प्यार हो गया था।
वो सागर से थी (भोपाल से 3 घंटे की दूरी पर) उसकी बातों से मुझे लगा कि ये कोई चालू लड़की होगी। लेकिन फिर मैंने सोचा कि ये फोटो से तो सोनाक्षी से कम नहीं है लग रही है.. मस्त बड़ी मस्त चीज लगी, सोचा कि इससे कुछ बातें तो करूँ और देखूं कि ये क्या चीज है।
यह सोच कर हम दोनों बातें करने लगे। चूंकि मैं तो फ़ोन पर ही रोमांटिक गाने सुनाने का हुनर रखता हूँ तो वो तो मेरी आवाज़ से और मेरी ओर खिंचती गई।
फिर मुझे पता लगा कि वो मुझसे उम्र में थोड़ी बड़ी है और इस वक्त वो बीई की छात्रा थी। मैंने सोचा कि अच्छी खासी बंदी है कुछ तो करना चाहिए। मैंने जिन्दगी में पहली बार उससे झूठी प्यार की बातें की, यह मैंने अन्तर्वासना की सेक्सी स्टोरी पढ़ कर सीखा था.. मेरे अन्दर कुछ वासना घुस गई थी, अभी तक मैं कुंवारा जो था।
उससे बात चलती रहीं और एक दिन वो एक दिन मेरे पास भोपाल आ गई। जब मैंने उसे देखा तो उसकी आँखों में वो सच्चा प्यार दिख रहा था.. पर मैंने अनदेखा करके उसके हुस्न का नजारा लेना शुरू किया।
वो काफी गोरी थी.. पूरी साढ़े पांच फिट की लम्बाई वाली मस्त और सेक्सी परी सी दिखने वाली हुस्न की मलिका थी। वो काफी खुले विचारों की लग रही थी।
वो तयशुदा जगह पर आते ही मुझसे लिपट गई.. चूंकि उस वक्त मेरे घर पर कोई नहीं था तो मैं उसे घर ले आया। एक कुंवारा लड़का होने के कारण सेक्स को लेकर मेरे अन्दर भी कई गलतफहमियां और विचार थे। मैं सेक्सी स्टोरी पढ़ता था तो मैं यह सोच रहा था कि ये तो चालू बंदी है.. बस साली को नीचे लिटा कर चोद लूँ।
घर लाते ही मैंने उससे बातें की.. हालांकि मुझे डर भी लग रहा था कि कोई आ ना जाए।
तभी उसने मुझे जोरदार किस करना शुरू कर दिया। हम दोनों जल्दी ही बिस्तर पर आ गए। कुछ देर बाद मैंने उसके मम्मों को दबाना शुरू कर दिया। अब तो मैं सातवें आसमान में था।
उसने कहा- जान कपड़े उतार दो ना.. तभी तो अच्छे से होगा। एक बार मुझे फिर लगा कि क्या ये पूरी चालू माल है? पर मैं उसको चूमने में लगा रहा। कुछ ही देर में हम दोनों पूरे नंगे हो गए।
फिर मैंने उसके मस्त मम्मों का मजा लिया और काफी चूमा-चाटी के बाद मैंने कंडोम लगा लिया। अब जैसे ही मैंने अपना लंड उसकी चुत में डालने की कोशिश की तो मेरे अनाड़ीपन से वो समझ गई कि मैं पहली बार चुत चोद रहा हूँ।
मैंने सोचा कि इतनी सुंदर बंदी, क्या इसे अपने शहर में कोई लंड नहीं मिला जो इसने मुझे चाहा और मेरी खातिर यहाँ तक आई।
उसने मुझे किस करते हुए आराम से चुदाई करने का इशारा किया। यह हिंदी सेक्सी स्टोरी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!
अब मैंने कायदे से लंड फंसा कर झटके से उसकी चुत में पेला तो वो चिल्ला उठी उम्म्ह… अहह… हय… याह… और उसकी चुत से खून की धार निकल पड़ी।
खैर.. लंड चुत में किसी तरह अन्दर घुसा और चुदाई शुरू हो गई। उसके साथ सेक्स करते-करते मैं उसके उरोजों को भी चूस रहा था और चुत चुदाई का पूरा मजा ले रहा था।
मुझसे चुदते हुए वो शर्म से भरा अपना मुँह छुपा रही थी.. पर मैं अपनी ठुकाई में लगा हुआ था और 10-12 मिनट तक ‘आह उह्ह..’ के मधुर संगीत के साथ हम दोनों ने सम्भोग का आनन्द लिया, दोनों का स्खलन हुआ और संतुष्टि मिल गई।
फिर मैंने उससे प्यार का इजहार किया दोस्तो.. वो समय मैं कभी नहीं भूल सकता। हम दोनों ने उस दिन दो बार और सेक्स किया और उसे जब वापस बस में बिठाया.. तो हम दोनों की आँखों में आंसू थे।
उस वक़्त मुझे एहसास हुआ कि एक लड़की की इज्ज़त क्या होती है.. और इसी के साथ मुझे एहसास हो गया कि सच्चे प्यार में ही ये सब जायज़ है।
मेरे जीवन का एक अच्छा सफर उसके साथ चला.. उसके साथ रह कर मैं काफी समझदार हो गया और सच कहूँ तो अक्ल आ गई।
हम दोनों दो साल तक मिलते रहे फिर किसी कारणवश हमारा मिलन संभव नहीं था तो हमने अलग होने का फैसला किया। पर उसके बाद मैंने किसी लड़की के साथ कुछ नहीं किया। जबकि मुझे संगीत में कई मौके मिले.. लेकिन मुझे एक अच्छी और प्यारी गर्लफ्रेंड की तलाश है।
मेरे सभी जानने वाले कहते हैं कि तेरी तो ढेर सारी प्रेमिकाएं होंगी.. पर मुझे तो उसकी आस है, जिसमें प्यार और वासना दोनों का तालमेल हो.. क्योंकि सीधा सेक्स तो मैं नहीं कर सकता।
मेरी आपबीती बिल्कुल सच्ची है.. इसमें मेरा प्यार और भाव दोनों मिले हुए हैं.. इसलिए शायद कम ही लोग इसे महसूस कर पाए होंगे.. लेकिन बुद्धिजीवी मेरी इस सेक्सी स्टोरी से लिप्त भावना को जरूर समझेंगे। मुझे मेल करें। [email protected]
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