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अब तक आपने पढ़ा.. मेरी बीवी और उसका चोदू यार डॉक्टर नंगे होकर बाथरूम में नहाते हुए चुदाई कर रहे थे। अब आगे..
मैं उनके कमरे में आने से पहले ही पहले बाहर आ गया था। नेहा की आवाज आई- कहाँ है बे? मैं कमरे में आया.. तो उसने नीविया का बॉडी लोशन लाने को कहा।
मैं लेकर आया। फिर उसने अलमारी खोल कर डॉक्टर साहब से कहा- कौन सी पहनूँ? अलमारी में उसकी ढेरों ब्रा-पेंटी के सैट हेंगर पर टंगे थे, नेहा बोली- सब तुम्हीं ने ही दिलाए हुए हैं जानू।
डॉक्टर ने ब्लू पोल्का डॉट प्रिंट की एक ब्रा-पेंटी का सैट निकाला.. फिर दूसरा एक और सैट ग्रीन कलर की डोरी वाली ब्रा-पेंटी निकाली। साथ में फ्लोरल प्रिंट का बेबी डॉल ड्रेस निकाल दिया।
वो बोली- ये दो सैट क्यों निकाले हैं? डॉक्टर साहब बोले- ये डोरी वाली जानेमन रात को पहनना.. और उस पर ये बेबीडॉल पहनना। नेहा बोली- वाह तुमने तो रात की पहले से ही तैयारी कर ली।
फिर उसने ब्लू पोल्का डॉट प्रिंट वाली ब्रा और पेंटी हाथ में ले ली और डॉक्टर साहब की तरफ मुँह करके अपना बाथरॉब खोल दिया और बोली- लो तुम्हीं पहनाओ।
डॉक्टर साहब ने उसको पेंटी पहनाई और आगे से उसकी ब्रा पहनाई और पीछे हाथ डाल के उसकी ब्रा का हुक लगाया।
नेहा ने मुझसे कहा- तू जा.. जाकर टी-शर्ट और शॉर्ट्स ले आ!
मैं डॉक्टर साहब की टी-शर्ट और शॉर्ट्स ले आया। वो बोली- तुम न चूतिया हो.. मैंने अपने लिए कहा था। मैंने अलमारी खोली तो बोली- तू जा.. मैं अपने आप ले लूँगी ढक्कन साला!
उसने खुद से टी-शर्ट और शॉर्ट्स निकाले और पहन लिए। अब नेहा मुझसे बोली- जा.. जल्दी से नहा कर नाश्ता लगा ले!
मैं कमरे से बाहर आने को हुआ.. तो डॉक्टर साहब से बोली- कल रात से न तुम मेरी चूत तीन बार ले चुके हो। मेरा पूरा शरीर टूट रहा है.. तुम्हारा भी न.. एक बार लेकर मन नहीं भरता।
डॉक्टर साहब बोले- जान जितनी बार लेता हूँ तुम्हारी चूत का उतनी बार नया नशा छाने लगता है। नेहा बोली- नाश्ता कर लो.. फिर तुम्हारी चुदाई की थकान उतारने के लिए अपने फुसफुस से एक घंटे मालिश करवानी पड़ेगी। डॉक्टर साहब बोले- यार मुझको अच्छा नहीं लगता कि वो फुसफुस तुम्हारी मालिश करे। तुम एक काम करो मालिश करने वाली लगवा ही लो।
नेहा बोली- समझ गई जानेमन.. आज तो करा लूँ.. फिर फुसफुस से तुम्हारी मालिश करवाया करूँगी। नेहा हँसने लग गई।
अब वो दोनों बाहर डाइनिंग टेबल पर नाश्ता करने आ गए। नाश्ता करने के बाद मैंने नेहा से कहा- मुझको कुछ काम है, मैं थोड़ी देर में आता हूँ।
नेहा बोली- तुमको कहाँ जाना है.. पहले जरा मेरे पैरों में मालिश कर दो, फिर चले जाना। मैंने कहा- मैं आके कर दूंगा। नेहा बोली- सुना नहीं तूने ढक्कन मैंने क्या कहा! पहले मेरी मालिश कर दो फिर जाना। ‘ठीक है..’ मैं मिमयाया।
मैं कमरे में आया.. तो नेहा बोली- पहले तेल की बोतल ले कर आओ। मैं बोतल ले कर आया तो नेहा ने अपने पैर मेरी तरफ कर दिए। वो एक छोटे से निक्कर में थी।
मैंने पैरों में मालिश करनी शुरू की, मैंने कहा- आजकल तुम्हारे पैरों में बड़ा दर्द होता है। नेहा डॉक्टर साहब की तरफ देख कर बोली- बहुत मेहनत हो रही है न आजकल.. तुम मालिश करो।
फिर नेहा गांड ऊपर करके उलट कर लेट गई। वो अपना टॉप ऊपर करके बोली- पीठ में भी लगाओ। मैंने मालिश की और उठ कर कमरे के बाहर आ गया।
नेहा डॉक्टर साहब से बोली- देख रहे हो तुम जो दिन में तीन-तीन बार मेरी चूत बार बजाते हो.. उससे मेरी जाँघों और पीठ में दर्द होने लगता है। तुमसे कहती हूँ तो तुम मानते ही नहीं.. उलटे तुमको तो मेरी टांगें फैला कर मुझे चोदने में ही मजा आता है।
डॉक्टर साहब हँस कर बोले- यार कल से मालिश वाली लगवा लो और हाँ उससे ही उबटन भी लगवा लिया करना.. थोड़ा और चिकनी हो जाओगी मेरी जान!
मैं दूसरे कमरे में जा कर टीवी देखने लगा।
एक बजे के करीब नेहा आई- सुनो..! मैंने जाकर पूछा- क्या बात है? नेहा बोली- गाड़ी निकाल लो.. शॉपिंग पर चलना है.. इनको कुछ शॉपिंग करनी है।
कुछ ही देर बाद हम सभी घर से निकले, नेहा मेरे बगल में बैठ गई, थोड़ी दूर आने के बाद गाड़ी रोकने के लिए बोली। मैंने कहा- क्या हुआ? वो बोली- रोक बे!
अब नेहा पीछे जा कर डॉक्टर सचिन के पास चिपक कर बैठ गई, वो बोली- आगे बोर होने से अच्छा इनसे बात करती रहूंगी। उसने डॉक्टर सचिन का हाथ अपने हाथ में ले लिया और मस्ती से बैठ गई, हम थोड़ी देर में मॉल में पहुँच गए।
नेहा मुझसे बोली- हम थोड़ी देर में आते हैं.. तुम यहीं कहीं गाड़ी लगा लो। वे दोनों ऊपर चले गए।
करीब 30 मिनट ही बीते थे कि उसका फ़ोन आया ‘ऊपर आ जाओ.. बीवा के शो रूम में..’
मैं गया तो देखा सेल्समेन नेहा को सूट दिखा रहा था और डॉक्टर सचिन से बोल रहा था- सर आप बताओ.. मैडम पर अच्छा लगेगा कि नहीं?
उन्होंने वहाँ से शॉपिंग की और मुझको बैग दे दिया। फिर हम वैन हुसैन शो रूम में गए। वहाँ से डॉक्टर सचिन ने शॉपिंग की फिर डॉक्टर सचिन एक फीमेल अंडरगारमेंट के शो रूम में घुस गए। मैं पीछे था, मैं जानबूझ कर बाहर ही रुक गया।
डॉक्टर सचिन नेहा के लिए डिज़ाइनर ब्रा-पेंटी पसंद कर रहे थे और बेबी डॉल और घुटने तक की अलग अलग तरह की नाईटी ले रहे थे। जब से नेहा मॉल में घुसी थी.. तब से अब तक नेहा और डॉक्टर सचिन एक-दूसरे के हाथ में हाथ डाले थे।
उन दोनों ने मेरे हाथ में बैग दे दिए थे और खुद फ्री थे। वहाँ से शॉपिंग करने के बाद हम नीचे आ गए।
अब 7 बजने वाले थे, नेहा ने कहा- गाड़ी निकाल लाओ।
मैं गाड़ी बाहर निकाल लाया। डॉक्टर सचिन आगे बैठ गए, बोले- गाड़ी हाइवे पर ले लीजिए.. थोड़ी लॉन्ग ड्राइव पर चलते हैं। फिर बोले- हाँ, पहले बियर ले लो।
मैंने बियर बार पर गाड़ी रोकी तो वो 6 बियर ले आए। हम तीनों पीने लगे और गाड़ी हाईवे पर डाल दी।
बियर ख़त्म होते-होते नेहा बोली- आगे ही बैठे रहोगे कि पीछे आने का कुछ प्लान है? डॉक्टर सचिन बोले- रोक लो यार, पीछे बैठ जाऊँ.. मैडम नाराज हो रही हैं।
डॉक्टर सचिन पीछे गए.. तो नेहा भुनभुना कर बोली- रात को भी इस फुसफुस के साथ ही सोना! डॉक्टर सचिन ने नेहा को चिपका लिया बोले- आ तो गए जानेमन! यह हिंदी सेक्स स्टोरी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!
अब उन दोनों ने किस करना चालू कर दिया। रात के 8 बज गए थे। मैं बैक मिरर को पीछे देखने के लिए सैट करने लगा.. तो नेहा बोली- तेरी डंडी में फिर खुजली हो रही होगी.. घर चल कर खुजली मिटा लेना, अभी गाड़ी चला ले।
नेहा और डॉक्टर सचिन चिपक कर चूमाचाटी करने में लग गए ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ मैंने उनसे पूछा- अब घर ले लूँ? नेहा बोली- घर जा कर खाना तुम बनाओगे? किसी अच्छे ढाबे पर ले लो और मम्मी के लिए पैक करा लेना!
मैंने गाड़ी ढाबे पर लगाई और एक टेबल पर जा कर बैठ गया। नेहा दूसरी टेबल पर जा कर बैठ गई। डॉक्टर सचिन भी नेहा की टेबल उसके साथ ही बैठ गए। मैं भी उसी टेबल पर दूसरी ओर जा कर बैठ गया। वेटर आया और उसने डॉक्टर सचिन को मेनू दे दिया।
वो बोला- क्या लाऊँ सर? डॉक्टर सचिन बोले- मैडम बताएंगी। नेहा ने खाने का आर्डर दिया।
डिनर के बाद वो दो पहले की तरह गाड़ी में पीछे बैठ गए। अब रात के दस बज रहे थे। हम घर के पास पहुँचे.. तो नेहा ने कहा- गाड़ी रोक लो।
उसने डॉक्टर सचिन को आगे भेज दिया।
हम सब घर के अन्दर आ गए, डॉक्टर सचिन सीधे बेडरूम में चले गए, नेहा भी उनके पीछे-पीछे बेडरूम में चली गई।
मैंने ऊपर से मेड को बुलाया, उसने मम्मी को खाना खिलाया और वो भी अपने ऊपर कमरे में चली गई।
डॉक्टर सचिन और नेहा चिपक कर बतिया रहे थे। मैं कमरे में गया तो नेहा बोली- गाड़ी में बियर कैन पड़ी होंगी.. ले आओ। डॉक्टर सचिन बोले- अरे मैडम का बियर का मूड है.. तो अपनी बोतल और गिलास भी लेते आना। एक-एक पैग ले लेंगे।
मैं बोतल और गिलास लेने बाहर आया तो नेहा डॉक्टर सचिन से बोली- जानू बियर पीने के बाद चुदाई का अलग मजा आता है। डॉक्टर सचिन बोले- ऐसी बात है तो अगली बार बियर की पूरी क्रेट मंगवा लेंगे मेरी गुलाबो।
मैं गिलास ले आया। नेहा ने फिर हुकुम किया- यार पापड़ भून लो.. कुछ सलाद लगा लो.. ऐसे ही पिलाओगे इनको!
मैं किचन में जा कर पापड़ और सलाद लेने चला गया। नेहा बोली- देखो, मेरा फुसफुस कैसे काम में लगा हुआ है। नेहा ने कैन से बियर पीने शुरू की, मैंने और डॉक्टर साहब ने दारू का एक-एक पैग लिया।
डॉक्टर सचिन के लिए मैंने एक और बनाया तो बोले- नहीं.. आप पियो। नेहा बोली- मैं और तुम पिएंगे.. बनाने दो।
वो मुझसे बोली- कभी-कभी कुछ सेवा कर दिया करो। मैंने कहा- यार, तुम मुझे सेवा में लगा हुआ नहीं देख रही क्या? वो बोली- क्या काम करा लिया फुसफुस साले.. जो इतना ऐंठ रहा है। तुमसे कुछ होता तो है नहीं.. बस तेल ही तो लगा देते हो.. तो बड़ा काम कर दिया। अब जाओ तेल की बोतल ले आओ और मेरे पैरो में तेल लगा दो।
डॉक्टर सचिन बोले- अरे यार वो बैग कहाँ हैं.. जो शॉपिंग की थी। नेहा बोली- वो तो गाड़ी में हैं। डॉक्टर सचिन ने मुझसे कहा- जाओ गाड़ी से बैग ले आओ। मैं बैग लेने चला गया।
लौट कर आया तो डॉक्टर सचिन टी-शर्ट में थे और नेहा ड्रेस रूम में थी। उसको नहीं मालूम कि मैं कमरे में आ गया हूँ। उसने वहीं से आवाज लगाई- सुनो? डॉक्टर सचिन बोले- हाँ.. नेहा की आवाज आई- पतिदेव तुमको तो डोरी वाली ब्रा-पेंटी का शौक है.. पहना भी तो दिया करो.. मैं कब से कपड़े उतार कर खड़ी हूँ।
डॉक्टर साहब बोले- आता हूँ मेरी जान! थोड़ी देर में जो सुबह ग्रीन कलर की प्रिंटेड डोरी वाली ब्रा-पेंटी और ग्रीन फ्लोरल बेबीडॉल निकाला था.. उसे पहन कर नेहा बाहर आ गई।
नेहा और डॉक्टर सचिन चिपक कर बैठ गए। मैं दारू पी रहा था। मेरी बीवी ने अपना आई फ़ोन मुझको दिया और खुद डॉक्टर साहब की गोद में जा कर बैठ गई। नेहा बोली- हम दोनों की फोटो लो
मैंने उन दोनों की गर्म फोटो निकालनी शुरू कर दीं। फिर वो डॉक्टर सचिन के साथ चिपक कर.. कभी किस करते हुए.. कभी स्मूच करते हुए पिक खिंचवाने लगी। डॉक्टर साहब बोले- बेगम फोटो ही खिचेंगी.. कि कुछ करेंगे भी?
वो हँसने लगी और बोली- तुम करो न.. तुमको किसने मना किया है।
आपके मेल मिल रहे हैं और भी भेजते रहिए.. मेरा हौसला बढ़ता है। [email protected] कहानी जारी है।
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