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प्रणाम साथियो.. मेरी यह कहानी कोई गढ़ी हुई हिन्दी सेक्स स्टोरी नहीं है.. बल्कि मेरे साथ हुई एक सच्ची घटना है।
मेरा नाम संदीप (बदला हुआ) है, मैं पुणे शहर में ही पला और बढ़ा हूँ। यह कहानी मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड सीमा की माँ सुनीता यानि मेरी होने वाली सास की है।
मेरी गर्लफ्रेंड बहुत बड़े घर से थी। हालांकि मैं भी अच्छे घर से हूँ.. पर वह बहुत ओपन माइंडेड घर से थी। उसकी माँ को हमारे रिलेशन के बारे में सब कुछ पता था और वो हमें बहुत सपोर्ट भी करती थी तो हमें कभी एक-दूसरे से मिलने में कहीं प्रॉब्लम नहीं होती थी, हम दोनों ज्यादातर उसके ही घर पर ही मिलते थे।
मैं सीमा और उसकी मॉम हर रोज दोपहर को मेरे लैपटॉप पर पिक्चर देखते रहते थे। मैं हर रोज कुछ न कुछ खाने को ले आता था और वो भी घर में कुछ बना लेती थी। हम कई बार बाहर घूमने चले जाते थे।
ऐसे हम एक-दूसरे को बहुत नसीब वाला समझते हैं। बहुत लोगों की प्रेम कहानी में बहुत मुश्किलें होती हैं.. पर हमें कभी कोई प्रॉब्लम नहीं आई। इतने सबसे हमें विश्वास था कि हमारी शादी जरूर बिना कोई मुश्किल से हो जाएगी।
हम सब साथ ही रहते थे, पूरा दिन मैं उसके घर पर लेकिन रात में अपने घर पर रहता था। परेशानी तब होती थी.. जब उसके पिताजी घर आते थे।
उसके पिताजी सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे और साल भर में एक या दो बार ही आते थे। जब भी वो आते थे तो 15 से 30 दिन के लिए आते थे और हमें मिलने में बहुत प्रॉब्लम हो जाती थी। कभी-कभार कुछ घर के ख़ास मेहमान भी आ जाते थे.. तब भी हमें प्रॉब्लम होती थी।
खैर.. ये तो हमारा डेली रुटीन था। कहानी तो यहाँ से शुरू होती है।
एक दिन उसकी मम्मी अपने पुश्तैनी गांव गई थी, मेरी गर्ल फ्रेंड घर पर अकेली थी.. तो हमने रात साथ बिताने का प्लान बनाया। हालांकि उसकी मॉम ने उनकी गैरहाजिरी में मुझे घर आने से सख्त मना किया था.. पर मैं चोरी छुपे चला गया।
उसने भी मॉम को नहीं बताया कि मैं घर आया हूँ।
हम दोनों ने पहले भी बहुत बार सेक्स किया है.. पर हर बार का रोमाँच अलग होता है।
मैं दस बजे उसके घर पहुँचा। हमने घर की सारी लाइटें बंद कर दीं और उसके रूम में चले गए।
हमने ब्लू-फिल्म चालू की और देखने लगे, ब्लू-फिल्म देखते हुए हम दोनों ही बहुत उत्तेजित हो रहे थे। थोड़ी देर बाद वो बाथरूम में चली गई, मैं भी उसके पीछे चला गया।
मैंने उसे रास्ते में पकड़ लिया और उसकी नाईट ड्रेस की शर्ट और पैन्ट उतार दी, उसने भी मेरी शर्ट और पैन्ट उतार दी। हम बाथरूम में पहुँचे.. मैंने शावर चालू कर दिया और हम नहाने लगे।
मैंने उसकी पैंटी में हाथ डाला.. उसकी चूत पूरी तरह से गीली हो गई थी। मैं अपनी उंगली उसकी चूत में अन्दर-बाहर करने लगा और वो अपनी गर्म साँसें बढ़ाने लगी थी, हम दोनों ही बहुत गर्म हो चुके थे.. जब ऊपर से ठंडा पानी हमारे ऊपर पड़ रहा था तो बहुत अच्छा लग रहा था।
मैं नीचे बैठ गया और उसकी पैंटी उतार दी, उसकी चूत को अपने पास खींच लिया और अपने मुँह से उसकी चॉकलेटी चूत चाटने लगा। कुछ ही पलों में मैंने उसकी पूरी चूत आपने मुँह में ले ली थी और जोर-जोर से चाट रहा था।
वो भी जोर-जोर से अपनी चूत को मेरे मुँह से रगड़ रही थी और जोर-जोर से चिल्ला रही थी- आह.. आह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… बहुत मजा आ रहा है.. और जोर से करो संदीप.. और जोर से.. मुझे बहुत मजा आ रहा है..
अचानक वो अकड़ी और झड़ गई.. उसकी चूत ने मेरी मुँह पर ही पानी छोड़ दिया।
थोड़ी देर बाद मैं नीचे लेट गया, वो चूत मेरे मुँह पर रख बैठ गई, हम अब 69 की पोजीशन में थे, उसकी चूत मेरे मुँह पर थी और खुद मेरे लंड को मुँह में लेकर खूब चूस रही थी।
फिर से एक बार हमारा एक-दूसरे के मुँह में लेने का कार्यक्रम चालू हुआ। उस पर बहुत लौड़ा चूसने का मानो भूत सवार था। वो मेरे लंड को बहुत जोर-जोर से चूस रही थी तो मैंने उसके मुँह में ही अपना पानी छोड़ दिया।
कुछ देर बाद मैंने उसको नीचे से लिया और उसकी चूत में लंड ठूंस दिया। एक बार लौड़ा चूत में फिट हुआ तो मैं जोर-जोर से धक्के देने लगा। वो चिल्ला रही थी- और जोर से.. और जोर से..’ वो एकदम से झड़ गई और मैंने भी उसकी चूत में ही अपना सारा पानी निकाल दिया।
फिर हम बिस्तर पर आ गए और उस रात हमने 2 बार सेक्स किया। सुबह उसकी मॉम आने वाली थी.. इसलिए मैं जल्दी चला गया।
दूसरे दिन उसकी मॉम घर पर आ गई और हर दिन की तरह मैं उसके घर पर चला गया।
मुझे फोटोग्राफी का बहुत शौक है। मैं मेरी गर्लफ्रेंड की बहुत अच्छी-अच्छी तस्वीरें निकालता था। उस दिन हम तीनों ने मतलब मैं, सीमा और उसकी मॉम ने लैपटॉप पर हमारी सारी फोटोज देखीं। उसकी मॉम बोली- संदीप.. तुम बहुत अच्छी फोटो निकालते हो.. कभी मेरी भी निकालना। मैं- हाँ जरूर.. जब आप कहें।
फिर सीमा एक दिन उसकी मौसी के घर फैमिली फंक्शन के लिए चली गई। उसकी मॉम की तबियत ख़राब होने के कारण वो नहीं जा सकी।
सीमा ने मुझे बताया- मैं 4-5 दिन के लिए मौसी के घर पर जा रही हूँ और इधर घर पर मॉम की तबियत ख़राब है.. तो तुम उनका ख्याल रखना।
सीमा गांव चली गई और फिर 4-5 दिन तक उससे मिलना बंद हो गया था, तब मैं मेरे घर पर ही रह गया।
शाम को करीब 8 बजे मुझे सीमा की मॉम का फ़ोन आया।
सुनीता- सन्दीप आज घर क्यों नहीं आए तुम? मैं- नहीं आंटी.. कुछ जरूरी काम था.. आपकी तबीयत कैसी है? सुनीता- हाँ अब ठीक है.. पर बहुत बोर हो रही हूँ.. तुम आ जाओ तो खाने में कुछ स्पेशल बना लेंगे। मैं- ओके.. मैं आ जाता हूँ। सुनीता- आते हुए तुम अपना कैमरा और लैपटॉप भी ले आना और आज यहीं रुक जाना.. सुबह चले जाना। मैं- ओके आंटी..
मैं करीब 9 बजे उसके घर पर पहुँचा, हमने खाना खाया और हम थोड़ी देर पिक्चर देखी। रात के करीब 12 बज गए थे।
सुनीता- संदीप तुम मेरे कुछ अच्छे से फोटो निकाल दो। मैंने अपना DSLR कैमरा निकला और उनकी फोटो निकालने की तैयारी करने लगा।
सुनीता- तुम रुको.. मैं कपड़े चेंज करती हूँ। उसने कपड़े चेंज किए, उसने सीमा का टॉप और जीन्स पहन ली थी, सीमा का टॉप उसे बहुत टाइट हो रहा था, इस टॉप में उसके मम्मे बहुत बड़े नजर आ रहे थे।
मेरा तो जी कर रहा था कि आज इसे चोद ही दूँ। खैर.. मैंने फोटो शूट चालू किया, मैं उसकी बहुत अच्छे से तस्वीरें लेने लगा।
कुछ देर बाद वो बहुत सेक्सी पोज देने लगी। उसने अपना टॉप थोड़ा ऊपर किया और जीन्स को थोड़ा नीचे किया। मैंने 10-12 फोटो निकाले।
इसके थोड़ी देर बाद मैं बोला- आंटी.. मैंने सीमा को पिछले हफ्ते एक टॉप एंड पैन्ट गिफ्ट किया था.. क्या आप वो ट्राई करेंगी? ‘ओके.. क्या तुमें मालूम है कि वो उसने किधर रखे हैं?’
फिर मैंने उसको वो टॉप और शॉर्ट्स सीमा की अल्मारी से निकाल कर दे दिए। वो इन कपड़ों को देख कर एकदम से चौंक गई और बोली- इतने छोटे कपड़े..?
दरअसल वो कपड़े सिर्फ शॉर्ट्स पैंटी और ब्रा जैसी टी-शर्ट नुमा थे। फिर वो मुस्कुरा दी और चेंज करने अन्दर चली गई। कुछ पलों बाद जब वो बाहर आई तो कमाल की आइटम दिख रह थी.. ऐसा लग रहा था कि अभी उसकी पैंटी फाड़ दो और उसको जोर-जोर से बिना तेल लगाए चोद दूँ।
फिर मैंने खुद पर काबू करते हुए उसके 4-5 फोटो निकाले।
‘संदीप तुम्हारे लिए एक सरप्राइज है.. मेरे पास एक बहुत बढ़िया कॉस्टयूम है.. अब मैं वो पहनती हूँ।’
सुनीता अन्दर अपने कमरे में गई और उसने जानबूझ कर कमरे का दरवाजा खुला ही रहने दिया। थोड़ी देर बाद उसने मुझे आवाज दी।
सुनीता- संदीप अन्दर आ जाओ, हम यहीं फोटो शूट करेंगे।
मैं अन्दर चला गया, अन्दर जाते ही मेरी आँखें फटी की फटी रह गईं.. सुनीता बिस्तर पर सिर्फ ब्रा और पैंटी में लेटी हुई थी। वो बोली- कुछ सेक्सी फोटो निकलवाते हैं।
फिर मेरा लंड एकदम से फनफनाने लगा। वो इतना टाइट हो गया था कि अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था। फिर मैं बोला- आंटी.. आप आपके पति के बिना कैसे रहती हैं.. आपका मन सेक्स करने का नहीं होता? सुनीता ने अपनी चूत पर हाथ फेरते हुए कहा- तू करेगा मेरे साथ सेक्स? मैं सीमा को मना लूँगी.. हम रोज साथ में सेक्स करेंगे।
यह सुनते ही मैंने झट से अपने कपड़े निकाल दिए और अपना लौड़ा उसके मुँह की तरफ ले गया उसने फट से मुँह में ले लिया। सुनीता ने एक एक्सपर्ट लौड़ा चूसने वाली का परिचय दिया और मेरा लौड़ा जबरदस्त तरीके से चूसा।
सुनीता- अब नहीं रहा जाता यार.. मैं सेक्स की बहुत प्यासी हूँ.. थैंक यू सन्दीप.. वो जोर-जोर से मेरा लवड़ा चूसने लगी वो एक भूखी शेरनी के जैसे मेरे लौड़े को चूस रही थी।
कुछ ही पलों में मेरा पानी निकल गया और उसने वो पूरा माल पी लिया।
अब उसने जल्दी से अपनी ब्रा और पैंटी निकाल डाली और चूत खोल कर चित्त लेट गई.. मैं उसका इशारा समझ लिया।
फिर मैंने भी उसकी चूत को जबरदस्त चाटा.. उसकी चूत बिल्कुल सफाचट थी और बहुत बड़ी भी थी। उसने अपनी चूत चटवाते हुए मुझसे कहा- मुझे अगर असली सुख देना है.. तो तुम एक काम करो। मैं कितना भी चिल्लाऊँ या फिर रुकने की कहूँ.. तुम मत रुकना। मैंने कहा- मैं समझा नहीं?
वो बोली- तुम अगले एक घंटे तक मेरी चूत को चाटते रहो.. बिल्कुल भी नहीं रूकना। मैं अचम्भित था.. लेकिन फिर जो मैं शुरू हुआ.. तो समझो उसकी माँ चुदने वाली थी।
मैंने उसके पैर जकड़ कर बिस्तर के दोनों कोनों में बांध दिए, उसके दोनों हाथ भी बाँध दिए। अब उसके दोनों हाथ और दोनों पैर बिस्तर के चार कोनों में बंधे हुए थे। वो चाहती तो भी अगले एक घंटे तक कुछ नहीं कर सकती थी। मैं नीचे हो गया और उसकी चूत को अपने मुँह पर ले लिया और चूत को चाटना चालू किया।
अगले दस मिनट में ही वो झड़ गई। मैं फिर भी रूका नहीं.. मैं उसकी चूत को चाटता ही रहा। वो जोर-जोर से चिल्ला रही थी- और जोर से संदीप.. और जोर से… आ आहह..
अगले कई मिनट तक मैं उसकी चूत को चाटता रहा। उसकी चूत लाल हो गई थी और अब तक वो 4 बार झड़ चुकी थी। उसने मुझसे कहा- अब मुझे छोड़ दो..
मैं नहीं माना.. मैं किचन में गया और वहाँ से लिक्विड चॉकलेट ले आया। मैंने उसकी चूत पर सारी चॉकलेट लगा दी और फिर से चूत चाटने लगा।
उसकी चूत पूरी लाल होकर उसको सिहरन दे रही थी.. पर मैं उसे बहुत ख़ुशी देना चाहता था। मैं काफी देर तक उसकी चूत को चाटता रहा। उस दौरान वो कई बार झड़ गई थी। पूरा बिस्तर उसकी चूत के पानी से गीला हो गया था। तब मैंने उसकी रस्सी निकाल दी और उसे बंधन मुक्त कर दिया।
वो मेरे से चिपक कर रोने लगी ‘आज जाके मेरी प्यास बुझी है लव यू जान..’
कुछ देर यूं ही मस्ती करने के बाद वो मेरे लौड़े पर बैठी और जोर-जोर से ऊपर-नीचे होने लगी। ऐसे चुदाई करते हमने एक मूवी तक बना डाली और सुबह 7 बजे तक लगातार चुदाई की।
बाद में सीमा के आने के बाद सुनीता ने उसकी सेक्स की प्यास के बारे में उससे बात की और उसे तीनों को एक साथ सेक्स करने के लिए मना लिया।
अब से हम रोज दोपहर को मूवी नहीं देखते.. हम रोज तीनों साथ में एक ही बिस्तर पर चुदाई करते हैं। कभी-कभी रात में भी मैं उनके घर में रुक जाता हूँ और हम तीनों चुदाई की मस्ती करते हैं। आज भी मैं सीमा और सुनीता साथ में सेक्स करता हूँ।
आपको मेरी कहानी कैसी लगी.. मुझे जरूर बताईएगा। [email protected]
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