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सेक्सी बहन की चूत चोदी मैंने. मुझे अपने ताऊ जी की बड़ी बेटी पसंद थी. मैंने उसे चोदना चाहता था. एक रात मैं उनके घर रुका. मेरी किस्मत ने मुझे क्या मौका दिया?
नमस्कार दोस्तो, कैसे हो आप लोग? ये मेरी पहली कहानी है इसलिए अगर कोई गलती हो जाए तो माफ़ कर देना.
चूंकि मैंने यहां पर बहुत सी कहानियां पढ़ी हैं तो हो सकता है कि शब्दों में कुछ समानता देखने को मिले लेकिन फिर भी मेरी कोशिश रहेगी कि मैं आपका पूरा मनोरंजन कर पाऊं.
अब मैं बिना कोई देर किये सीधे कहानी पर आता हूं.
दोस्तो, मेरी उम्र 20 साल है और मेरी हाइट 5 फीट 6 इंच है. मेरा लंड 7 इंच का है जो किसी भी लड़की की चीख निकाल सकता है.
मैं मेरे परिवार के साथ जयपुर में रहता हूँ.
हमारे घर से कुछ ही दूरी पर मेरे ताऊजी रहते हैं. उनके पास तीन लड़कियां और एक लड़का है. बड़ी लड़की का नाम अरीषा (22) है. तीनों में सबसे ज्यादा सेक्सी और गोरी अरीषा ही है.
मेरी सेक्सी बहन को देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए. उसके मोटे बूब्स हैं और गांड भी बहुत चुस्त है. उसकी चूचियां बड़े साइज की होने के साथ साथ एकदम कसी हुई रहती हैं. मैं तो उसको देखते ही चोदने की सोचने लगता था.
अरीषा अभी बी.एड. कर रही है. उसकी मंझली बहन का नाम सोना (20) है. वो थोड़ी पतली है लेकिन काफी सेक्सी लड़की है. वो बी.एस.सी. की पढ़ाई कर रही है और फाइनल ईयर में है.
सबसे छोटी वाली लड़की का नाम अनु है. वो साढ़े अठारह साल की है और देखने में काफी हॉट है. कुल मिलाकर तीनों ही बहनें बहुत ही हॉट माल हैं और तीनों को ही देखकर चोदने का मन करने लगता है.
अब घटना पर आते हैं. ये बात पिछले साल की ही है.
मैं अपनी 12वीं में फाइनल एग्जाम देने वाला था. कुछ ही दिन के बाद परिवार में एक शादी थी. शादी गांव में थी तो सफर लम्बा था.
मेरी पढ़ाई का नुकसान हो रहा था और मैं नहीं जा सकता था. यही स्थिति अरीषा, सोनू और अनु के साथ भी थी. वो लोग भी नहीं जा रहे थे.
चूंकि मेरे घरवाले मुझे अकेला नहीं छोड़ सकते थे तो उन्होंने मुझे ताऊजी के यहां छोड़ने का फैसला किया.
शादी से दो दिन पहले वो सब लोग निकल गये. मैं अपने ताऊजी के घर चला गया.
अब हम चारों भाई बहन थे और इस तरह किसी को भी किसी तरह का डर नहीं था. पहले दिन हमने खूब मस्ती की।
फिर रात में सब लोग सोने लगे. मैं अलग बेड पर था और वो तीनों अपने अपने हिसाब से सो रही थीं.
मेरी नजर अरीषा पर ही थी. उसकी मोटी मोटी चूचियों के उभार से मेरी नजर हट ही नहीं रही थी. मैं अपनी सेक्सी बहन को बार बार देखे जा रहा था और मेरे मन में गंदे गंदे ख्याल आ रहे थे. मेरा मन कर रहा था कि मैं उसके पास जाऊं और उसकी चूचियों को दबा दबाकर पीने लगूं.
मेरा लंड ये सोचकर सोचकर ही खड़ा हो रहा था कि अगर मैं इसकी चूचियों को ब्रा में भी देखने में कामयाब हो जाऊं तो मजा आ जाये. पता नहीं कैसी ब्रा पहनी होगी इसने. कैसे संभाल रही होगी इसके दूधों को!
यही सब सोचते हुए मैं अपने लंड को सहला रहा था.
कुछ देर बाद उसने थोड़ी हरकत की तो मैंने लंड पर से अपना हाथ हटा लिया.
उसने मेरी तरफ देखा तो मुझे जागते हुए पाया. वो बोली- नींद नहीं आ रही क्या? मैंने कहा- नहीं, मुझे अपने रूम में सोने की आदत है तो यहां पर थोड़ा असहज महसूस कर रहा हूं. मगर तुम सो जाओ. थोड़ी देर बाद अपने आप ही नींद आ जायेगी.
फिर वो गुड नाइट बोलकर सो गयी.
मैं भी उसको देखता रहा और फिर मुझे भी नींद आ गयी. उस रात को मेरी कुछ और करने की हिम्मत नहीं हुई. उसके बाद अगली सुबह मैं उठा.
थोड़ी देर बाद अरीषा नहाने के लिए गयी. सोना कुछ बनाने के लिए रसोई में गयी और अनु मेरे साथ टीवी देखने लगी। उनके नहाने के बाद मैं नहाने गया.
बाथरूम में मैंने देखा कि अरीषा की ब्रा और पैंटी वहीं पर पड़ी थी. अब आप सोच रहे होंगे कि मुझे कैसे पता चला कि वो पैंटी और ब्रा अरीषा की ही है? तो दोस्तो, मैं आपको बता दूं कि सुबह जब वो सफाई कर रही थी तो झुकते हुए मैंने उसकी ब्रा देख ली थी.
मैं उनको सूंघने लगा. मेरा लंड कड़क और गर्म होने लगा. मैंने नहाते हुए तीनों को याद करके मुट्ठ मारी.
नहाने के बाद हमने खाना खाया. फिर मैं पढ़ने के लिए बैठ गया.
3 बजे तक पढ़ाई करने के बाद मैं उठ गया और मुझे अब नींद आने लगी थी. फिर मैं सो गया.
शाम 6 बजे मेरी नींद खुली तो देखा वो तीनों टीवी देख रही हैं. मैं भी उनके साथ टीवी देखने लगा.
हमने एक मूवी देखी और फिर रात के खाने का समय हो गया. रात को 10 बजे तक हमने डिनर कर लिया था.
हम लोगों को एक ही रूम में सोना था. आज अरीषा और सोना एक बेड पर सो रहे थे. मेरे साथ अनु लेटी हुई थी.
सब लोग सो गये लेकिन मेरी आंखों में नींद नहीं थी. मैं दिन के समय में भी सो चुका था और ऊपर से अनु मेरे पास ही लेटी हुई थी.
मैं बस इंतजार में था कि कब वो गहरी नींद में जायेगी और मुझे कुछ छेड़छाड़ करने का मौका मिलेगा. जब मैंने पाया कि वो गहरी नींद में सो चुकी है तो मैं तैयार हो गया.
सोने का नाटक करते हुए मैंने आंखें बंद कर लीं और धीरे से हाथ उसकी कमर पर रख दिया.
अभी वो कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही थी. इसलिए अब मैं आगे बढ़ा. मैंने हाथ अब उसके सीने पर रख दिया.
मैं धीरे धीरे उसके बूब्स को सहलाने लगा.
फिर अचानक वो हिली तो मैं एकदम से रुक गया. मेरी गांड फट रही थी कि कहीं ये उठ न जाये और अपनी बाकी बहनों को भी उठा दे.
चुपचाप लेटा हुआ मैं सोने का नाटक करता रहा. कुछ देर के बाद वो फिर से सो गयी.
मैंने फिर से हिम्मत की क्योंकि मेरी वासना मुझे रुकने नहीं दे रही थी. मैंने उसकी चूचियों को छेड़ा और धीरे से उसके होंठों को चूम लिया और एकदम से वापस लेट गया. अब मेरा लंड पूरा तना हुआ था.
अनु के साथ अब मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकता था क्योंकि जोखिम था.
फिर मैं उठा और अरीषा के पास चला गया. मैं उनके बेड के पास जाकर बैठ गया.
पहले मैंने उसके बूब्स को सहलाया और धीरे धीरे हाथ फिराता रहा. हल्का सा मैंने उनको दबाकर भी देखा.
उसके बाद मैंने थोड़ा रिस्क लेते हुए उसका टीशर्ट ऊपर कर दिया. उसने नीचे से ब्रा नहीं पहनी थी.
मैं तो खुशी से पागल हो उठा. उसके आधे चूचे मुझे दिख रहे थे.
फिर मैंने धीरे धीरे करके पूरा टीशर्ट ऊपर तक कर लिया और उसकी चूचियां मेरी नजरों के सामने नंगी उसके सीने पर पसरी हुई थीं. मैंने उन दोनों चूचों को हाथ में भरा और धीरे धीरे दबाने लगा.
आह्ह … बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था. उसकी मोटी मोटी नर्म नर्म चूची मेरे लंड में और ज्यादा जोश भर रही थीं.
मैंने उसके चूचों को हल्के हल्के काफी देर तक दबाया.
अब मैं रुक नहीं पा रहा था और मैंने उसकी लोअर में हाथ अंदर डाल दिया. मैंने धीरे धीरे हाथ नीचे तक सरका दिया और पाया कि उसने नीचे से पैंटी भी नहीं पहनी थी.
चचेरी बहन की चूत पर हल्का सा हाथ लगते ही मेरे पूरे बदन में बिजली सी दौड़ गयी. मैंने सेक्सी बहन की चूत पर हाथ रख दिया. फिर धीरे धीरे उसको सहलाने लगा.
मैं हैरान था कि उसकी चूत में गीलापन आ चुका था. अब मुझे समझ में आ रहा था कि शायद वो भी मजा ले रही थी.
अब मैंने सोचा कि जो होगा देखा जायेगा. फिर मैंने उसकी चूत में उंगली दे दी और चलाने लगा. धीरे धीरे मैं उंगली को अंदर बाहर करने लगा.
अब मुझे इतना मजा आ रहा था कि मैं बस उसको चोद देना चाहता था.
मुझे अब कोई डर नहीं था. उसके बाद अंजाम चाहे जो भी हो. मैं उसकी चूत में उंगली करता रहा और उसकी चूत हर पल गीली होकर मेरा जोश बढ़ाती रही.
थोड़ी ही देर में जब उससे बर्दाश्त न हुआ तो वो कसमसाने लगी और हिलने लगी.
मगर मैं तब भी नहीं रुका और उसने अपनी आंखें खोल दीं. उसने अपनी हालत को देखा और मैंने एकदम से उसकी लोअर में हाथ बाहर खींच लिया.
वो मेरी तरफ देख रही थी और मैं घबरा रहा था. मगर उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और चुपचाप मेरा हाथ पकड़ कर मुझे दूसरे रूम में ले गयी.
वहां जाते हुए मैं सोच रहा था कि ये अब मुझे नहीं छोड़ेगी. मुझे डर था कि ये मेरे घरवालों को भी बतायेगी और अपनी बहनों को भी बतायेगी. मैं बहुत सहम गया था.
अंदर ले जाकर वो बोली- क्या था ये सब? मैं बोला- दीदी … वो … कुछ नहीं … बस गलती हो गयी. माफ कर दो.
वो बोली- अच्छा? गलती ऐसे होती है. जानबूझकर? मैंने कहा- सॉरी दीदी, मगर किसी से कुछ न कहना. वो बोली- पसंद करता है मुझे? मैंने हां में गर्दन हिला दी.
फिर वो धीरे से मुस्कराई और उसने मेरे पास आकर मेरी गर्दन में हाथ डाला और मुझे सिर से पकड़ कर होंठों पर किस करने लगी.
मैं शुरू में हैरान हुआ लेकिन फिर मैं भी उसके होंठों को चूसने लगा.
अब तो हम दोनों बेतहाशा एक दूसरे के रस को मुंह में से खींचने लगे. दोनों ही पूरे गर्म हो गये और एक दूसरे को नंगा कर लिया.
उसने मुझे बेड पर लिटाया और मेरे लंड को हाथ में लेकर सहलाने लगी. वो बोली- अच्छा हुआ तूने पहल कर दी. मैं कई दिनों से सेक्स के लिए गर्म हो रही थी. मगर मुझे कोई मिल नहीं रहा था.
फिर उसने मेरे लंड को मुंह में ले लिया और चूसने लगी. मेरी तो आंखें बंद हो गयीं और मैं लंड चुसवाने का मजा लेने लगा.
फिर उसने मुझे उठाया और खुद नीचे लेटकर मेरा मुंह अपनी चूत पर लगवा लिया. मैं उसकी चूत में चाटने लगा. जीभ को अंदर-बाहर व ऊपर- नीचे उसकी चूत पर चलाते हुए सेक्सी बहन की चूत के रस को चाटने लगा.
वो एकदम से पागल सी होने लगी और चोदने के लिए कहने लगी. मगर अभी मुझे और चूमा चाटी करनी थी.
मैं ऊपर की ओर गया और उसकी चूचियों को जोर जोर से भींचने लगा.
कुछ देर भींचने के बाद मैं उनको पीने लगा. वो सिसकारते हुए अपना दूध मुझे पिला रही थी और मेरे सिर को भी सहला रही थी.
उसकी चूचियों के निप्पल एकदम से तनकर पूरे टाइट हो गये थे. वो बार बार अपनी चूत को अपने हाथ से सहला रही थी.
मैं भी उसकी चूत को चोदने के लिए उतावला था मगर समझ नहीं आ रहा था कि कहां कहां से उसके बदन का मजा लूं. उसका गोरा बदन जैसे मुझे पागल कर रहा था.
मैं कभी उसके होंठों को चूमता तो कभी चूचियों को। कभी उसकी चूत को चाट लेता तो कभी उसकी गांड में उंगली डालने की कोशिश करता.
जब उससे रहा न गया तो बोली- चोद ले एक बार मुझे कमीने, बाद में जो करना है कर लेना. मुझे लंड दे दे एक बार. मैं एक बार चुदना चाहती हूं.
मैंने उसकी मनोदशा समझी और अपना कामरस में भीगा लंड उसकी चूत के मुंह पर लगाकर एक झटका दे दिया. उसकी चीख निकलने वाली थी लेकिन उसने अपने ही हाथ से मुंह दबाकर उसे रोक लिया.
लंड को धकेलते हुए मैं उसके ऊपर ही लेट और उसने मुझे अपनी बांहों में कस लिया. धीरे धीरे दो चार धक्कों में मैंने पूरा लंड उसकी चूत में उतार दिया.
अब मेरा पूरा लंड अंदर था और अब चूत को रगड़ने की बारी थी। उसकी आँखों से आंसू आ रहे थे लेकिन फिर भी वो लंड धकेलने का इशारा करने लगी.
मैंने लंड को आगे पीछे धक्के देना शुरू किया और उसको चोदने लगा. वो कराहती रही और कुछ देर के बाद नॉर्मल होती चली गयी.
अब मैं आराम से उसकी चूत की चुदाई करने लगा और वो भी चुदने का मजा लेने लगी.
मैं धीरे धीरे लंड अंदर बाहर करने लगा. अब सेक्सी बहन को और भी मज़ा आने लगा और वो मेरा साथ देने लगी.
कुछ देर तक आराम से करने के बाद मैं भी जोर जोर से चुदाई करने लगा.
अब मुझे चोदते हुए 10 मिनट हो गये तो वो एकदम मस्त हो गयी थी. वो अपनी चूत को बार बार लंड की ओर उठाकर अपनी मस्ती को दोगुना कर रही थी.
मेरे बदन में पसीना आ चुका था. मैं काफी गर्म हो चुका था और स्पीड काफी बढ़ गयी. मैंने तीन चार मिनट तक उसको तेज स्पीड में चोदा. इस दौरान वो झड़ गयी.
मैं चोदता रहा और जब मेरा निकलने वाला था तो मैंने उसकी चूत से लंड निकाल लिया. मैंने एकदम से लंड को बाहर खींचा और उसके बूब्स पर लाकर मुठ मारने लगा.
कुछ ही रगड़ों के बाद मेरा वीर्य छूट पड़ा जिसकी पिचकारी उसके बूब्स और उसके चेहरे पर जाकर गिरी. मैं झटके देते हुए शांत हो गया और बुरी तरह से हांफ रहा था.
उसका बदन भी पसीने से भीग गया था. फिर हम लोग उठे और वो मेरे साथ बाथरूम में गयी. मैंने सेक्सी बहन की चूत को पानी से साफ किया. फिर उसके बूब्स और चेहरे को भी धोया.
फिर हम लोग अपने कपड़े पहन कर वहीं पर आकर लेट गये.
उस रात के बाद से अरीषा और मेरे सेक्स संबंध बन गये. हम भाई बहन चुदाई का मजा लेने लगे.
मैंने न जाने कितनी बार अरीषा को चोदा और उसने मेरा माल पीया.
अब मेरी नजर सोना और अनु पर थी. मैंने उसकी बहनों की चुदाई में उनकी गांड भी मारी.
अगर आप मेरी बहनों की गांड चुदाई की कहानी पढ़ना चाहते हैं तो मुझे मेल करें. मैं जल्दी ही उनकी कहानी भी आपके लिए ले आऊंगा.
आपको मेरी बड़ी बहन की चुदाई की कहानी कैसी लगी आप इसके बारे में अपनी राय जरूर दें. आप कहानी के नीचे कमेंट्स बॉक्स में अपने विचार लिखें. आप मुझे मेरी ईमेल पर भी सुझाव और संदेश दे सकते हैं. मेरा ईमेल आईडी है [email protected]
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