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यह मेरे दोस्त रणविजय की कहानी है, उसी की जुबानी कहानी पेश है।
हैलो ऑल.. मेरा नाम रणविजय है और मैं चंडीगढ़ से हूँ। यह मेरी पहली कहानी है जो बिल्कुल सच है। मेरी हाइट 5″9 है और मैं एक गुड लुकिंग हैण्डसम ब्वॉय हूँ।
पिछले साल की बात है मैं जालंधर में एक शादी में गया था.. वहाँ मेरे चाचा जी के लड़के की शादी थी। मैं शादी से 2 दिन ही पहले उधर चला गया था।
आपको पता ही है कि शादी में काम बहुत होते हैं.. तो मैं जालन्धर पहुँच कर अभी बैठा ही था कि इतने में एक लड़की पानी लेकर आई। कसम से क्या लड़की थी.. उसके मम्मे इतने मस्त थे कि किसी का भी दिल करे कि चूस लें।
खैर.. मैंने चाचा के लड़के से पूछा- यह कौन है? तो उसने बताया- यह हमारे पड़ोस में रहती है.. इसका नामे इशिका है।
इशिका के बारे में बता दूँ। उसकी हाइट 5.5’ है फिगर 32-28- 32 का होगा.. देखने में मस्त माल। उसके बाद मैंने कपड़े आदि बदले और घर के काम करने में लग गया।
मैं हलवाई के पास जाकर बैठ गया.. जो मिठाई आदि बना रहे थे.. वो मिठाई इशिका के घर पर रखनी थी.. क्योंकि भंडार उसके घर में बनाया गया था। मैं जब उसके घर पहुँचा तो इशिका से मैंने भण्डार का कमरा पूछा.. जिसमें सामान रखना था।
उसने बताया और सामान रख कर अभी मैं बाहर ही निकला था कि पीछे से आवाज़ आई- बेटा चाय पीकर जाओ।
जब मैंने वापिस पीछे मुड़ कर देखा तो एक सेक्सी सी आंटी थीं.. जिनका फिगर 38-34-38 का होगा.. मम्मे और चूतड़ तो तबाही थे.. वो इशिका की मॉम रोशनी जी थीं।
मैं बैठ गया और इशिका चाय बनाने चली गई, आंटी मेरे पास बैठ गईं।
रोशनी जी- आप कौन हो.. और मोहित (चाचा का लड़का) को कैसे जानते हो? मैं- जी.. मोहित मेरे चाचा जी का लड़का है और मैं चंडीगढ़ से आया हूँ।
रोशनी- आपका नाम क्या है और क्या करते हो आप? मैं- मेरा नाम रणविजय है.. मैं बीए कर रहा हूँ.. सब लोग मुझे वीजे कहते हैं।
इतने में इशिका आ गई.. हमने चाय पी। फिर मैंने कहा- ठीक है आंटी बाय.. फिर मिलते हैं। तो आंटी ने चूचे उठा कर मुस्कुरा कर बोला- जरूर जी.. आप आते रहना.. हजारों कहानियाँ हैं अन्तर्वासना.कॉम पर…
मुझे उनका अंदाज़ थोड़ा ठीक नहीं लगा फिर मैं घर आ गया।
रात को लेडीज संगीत था.. तो रोशनी जी और इशिका आए हुए थे। मैं इशिका को पूरी लाइन मार रहा था.. वो भी रिस्पॉन्स दे रही थी। फिर चाची जी ने मुझे बुला लिया.. तो डान्स करने लगे।
मैं इशिका के साथ डान्स कर रहा था। इतने में रोशनी जी एक ओर थीं.. कोई वो भी डान्स करने लगीं। रोशनी जी मेरी तरफ़ गाण्ड करके डान्स कर रही थीं.. पर मेरा फोकस इशिका पर था, मैं उसको देख रहा था..
इतने में रोशनी जी थोड़ा पीछे आईं और मेरा लंड उनकी गाण्ड पर जैसे ही टच हुआ.. लौड़ा एकदम से खड़ा हो गया.. वो दोबारा जब पीछे को हुईं.. तो लौड़ा उनकी गाण्ड में अच्छी तरह से रगड़ गया। उन्होंने मेरी तरफ देखा और मुस्कुराईं।
इतने में चाचा जी आए और बोलने लगे- वीजे भण्डार से खाने का सामान लेकर आओ। मेरे मुँह में पानी आ गया कि इशिका को गर्म करने का मौका है.. पर रोशनी जी बोलीं- वीजे मैं साथ में चलती हूँ मेरा सिर दर्द भी हो रहा है। वो मेरे साथ चल दीं।
वो अपने घर पहुँच कर गेट खोल रही थीं.. मैं उनके पीछे था। वो अचानक फिर से पीछे हुईं.. मेरा लौड़ा फिर उनकी गाण्ड से रगड़ गया। वो हँस दीं..
मैं अन्दर गया और खाने का सामान निकाल लिया। अब मैं वापस जा ही रहा था कि रोशनी जी बोलीं- वीजे सामान रख कर.. जरा मेरे वास्ते क्रोसिन लेकर आईओ शॉप से.. मुझे बहुत दर्द हो रहा है।
मैंने घर पर सामान दिया और क्रोसिन ले कर वापस रोशनी जी के घर गया। आंटी ने नाईटी पहन ली थी, मैंने दवा दी.. तो कहने लगीं- बैठो.. मैंने पूछा- आपके हज़्बेंड कहाँ हैं?
कहने लगीं- वो तो ऑकलैंड में हैं। ‘ओके..’
फिर अचानक उन्होंने पूछा- वीजे कोई लड़की पसन्द है? मैंने कहा- पसन्द तो है.. तो उन्होंने पूछा- कौन है? मैंने कहा- है कोई..
कहने लगीं- ठीक है। उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और कहने लगीं- मैं कैसी लगती हूँ? मैं एक पल के लिए बिल्कुल चुप हो गया।
वो कहने लगीं- बताओ.. मैंने कहा- आप बहुत अच्छे हो। उन्होंने कहा- कैसा लगा डान्स करते वक़्त?
मेरे दिल में कोई गलत फीलिंग्स तो थी नहीं। मैंने कहा- वो सब गलत हुआ था.. सॉरी।
उन्होंने मुझे अपनी तरफ खींचा और बोला- वीजे गलत सही का नहीं पता लेकिन जबसे टच हुई हूँ.. आग लग गई है।
उन्होंने मुझे लिपकिस करना चालू कर दिया। मुझे भी जोश आ गया।
मैंने अपनी जीभ उनके मुँह में डाल दी.. और उनके मम्मों को दबाने लगा। वो कहने लगीं- गेट बन्द कर दो..
मैं गेट बन्द करके आया और आते ही उनके कपड़े निकाल दिए और उनके मम्मे चूसने लगा।
‘अहह.. उउउहह.. आइ.. ऊओह.. आहह..’ वो सिसकारियाँ ले रही थीं।
उन्होंने मेरी पैन्ट नीचे कर लण्ड निकाल लिया और मेरा लम्बा और मोटा का लण्ड देख कर पागलों की तरह चूसने लगीं। अभी भी यही कह रही थीं- आह्ह.. आज तीन साल बाद लण्ड मिला है.. आहह.. ओह..
वो बहुत बेसब्री से मेरा लण्ड चूस रही थीं, मुझे बहुत मजा आ रहा था।
कुछ ही देर में हम 69 की पोज़िशन में हो गए, मैं उनके मुँह में ही झड़ गया। मैंने देर तक उनकी चूत को चाटा.. जिससे वो झड़ गईं।
फिर मैंने उनको उल्टा किया और उनकी गाण्ड चाटने लगा। वो कह रही थीं- अहह.. अब्ब बस भी चोद दो.. आअहह ऐसे में मर जाऊँगी..ईई.. अहह..
फिर मैंने उनकी टाँगों को अपने कंधों पर रखा और लण्ड अन्दर पेल दिया। वो चिल्लाईं- आहह.. आराम से.. आराम से.. ओइईई.. मअर गई.. ओह..
मैं धीरे-धीरे धक्के लगाने लगा, वो भी अपनी गाण्ड उछालने लगीं। मैंने 2 उंगलियाँ उनकी गाण्ड में घुसेड़ दीं और ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा।
वो लगभग रोने लगीं- वीजे प्लीज़.. आराम से.. अहह.. मर गई.. बाहर निकालो.. आह..नईईई.. ओह.. एहह.. ईईए आहह.. मत चोद.. फट गई मेरी आह्ह..
मैंने लण्ड बाहर निकाला और उनके मुँह में ठूँस दिया। वो लौड़ा बाहर निकालते ही भल्ल से झड़ गईं।
मैंने 69 की दशा में हो गया और फिर से उनकी चूत चाटने लगा। वो सिसकारियां ले रही थीं- अहह ओह ईईई एयेए..
मैंने कहा- अब आपकी गाण्ड मारूँगा। वो कहने लगीं- मैं आपकी ही हूँ.. बस आराम से करना..
उनकी गाण्ड बहुत टाइट थी, मैंने थूक लगाया और पूरा लौड़ा अन्दर पेल दिया। उन्होंने इतने ज़ोर से चीख मारी कि मैं डर गया और मैंने अपना लौड़ा बाहर निकाल लिया।
वो उठ कर मुझसे चिपक गईं ‘अहह.. आह..’ वो मेरा लौड़ा चूसने लगीं।
मैंने कहा- घोड़ी बन जाओ। वो कहने लगीं- गाण्ड मत मारो.. सहा नहीं जा रहा है।
लेकिन फिर मान गईं.. मैंने लौड़ा फिर से अन्दर डाला और चोदने लगा, वो रो रही थी।
‘क्या दुबारा नहीं चोदोगे.. आज ही फाड़ दोगे.. अह..बब्ब्बह.. ओह ईईईईहह..’
मैं झड़ने वाला था, मैंने बाहर निकाला और उनके मुँह में झड़ गया।
फिर कुछ देर के लिए हम दोनों लेट गए। एक पल के लिए हम दोनों चुप थे.. वो बोलीं- थैंक्स यार.. इतना मजा तो मुझे मेरे पति से भी कभी नहीं मिला।
वो फिर लण्ड चूसने में लग गईं।
आगे दो दिन क्या हुआ.. और इशिका के साथ अब क्या रिश्ता हो गया है.. वो बाद में लिखूंगा।
आप अपने विचार मुझे मेल कीजिएगा। [email protected]
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