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सेक्सी गांड Xxx स्टोरी में पढ़ें कि मामी की चूत चुदाई और लंड चुसवाने के बाद अब बारी थी मामी की गांड मारने की. मैंने उन्हें कहा तो वो मना करने लगी.
फ्रेंड्स, मैं राहुल कुमार एक बार फिर से अपनी कल्पना मामी की सेक्सी गांड Xxx स्टोरी में आपका स्वागत करता हूँ. पिछले भाग पहली बार मामी को लंड चुसाया में अब तक आपने पढ़ा था कि मैंने रात को मामी की मालिश की और उनकी गांड चुत में उंगली करके झड़ा दिया था. मामी मुझसे दूसरे दिन गांड मराने का वायदा करके चली गई थीं. मैं सो गया था.
अब आगे सेक्सी गांड Xxx स्टोरी:
सुबह मेरी नींद खुद ब खुद आठ बजे ही खुल गयी.
मैं मामा से बात करते हुए बाहर चला गया. फिर फ्रेश होकर मैं और मामा खेतों को देखने चले गए. वहां से आते हुए दस बज गए. मुझसे इंतज़ार नहीं हो रहा था.
जब मामा और मैं घर पहुंचे, तो नाना नानी और मामी का बेटा खाना खाकर नीचे बगीचे में चले गए थे. मतलब वो एक बजे से पहले घर में आने वाले नहीं थे.
मैं और मामा जब घर पहुंचे, तो मामी ने हम दोनों को खाना दे दिया और खाने के बाद मामा नहाने चले गए.
उसी समय मैंने मामी को जोर से पकड़ लिया और उन्हें चूमने लगा. मैं जोर जोर से दोनों चुचियों को दबाने लगा. मैं इतनी जोर से उनके मम्मों को दबा रहा था कि उन्हें दर्द होने लगा था. लेकिन वो कुछ बोल नहीं पा रही थीं.
फिर मैंने उन्हें छोड़ दिया तो वो मुझे गुस्से से देखने लगी थीं. मैं हंस कर बोला- मामी, आज तो आपकी गांड का फीता कटने वाला है. मामी बोलीं- ठीक है लेकिन इतनी जोर से मेरी चुचियों को क्यों दबाया … ये पूरी लाल हो गई होंगी और इन पर तुम्हारे हाथों के निशान तक बन गए होंगे.
मैंने सॉरी बोलते हुए उन्हें एक बार पुच्ची की और वो खुश हो गईं. हम दोनों बात करने लगे.
तभी मामा जी आए और बोले- मुझे जरूरी काम आ गया है … मैं पटना जा रहा हूँ. वैसे तो शाम तक आ जाऊंगा … पर काम नहीं हुआ तो कल आ पाऊंगा. मामी ने ‘ठीक है ..’ कह दिया.
मामा तैयार हुए और वो लगभग 11 बजे के करीब घर से निकल गए. मैंने मामा के जाते ही सीढ़ियों वाले दरवाज़े को बंद किया और तुरंत कपड़े खोल कर नंगा हो गया.
मेरा लंड तो पहले से ही खड़ा था. मामी मुझे देख बोलीं- राहुल इतने उतावले क्यों हो रहे हो … क्या मैं कहीं भागी जा रही हूँ!
मैंने कुछ नहीं सुना और उन्हें उठा कर अपने कमरे में ले आया.
मामी को पलंग पर लिटाते हुए उनसे नंगी होने की कह कर मैं जल्दी से नारियल का तेल का डिब्बा ले आया.
मामी ने अपने कपड़े नहीं उतारे थे, तो मैंने जल्दी जल्दी से मामी के कपड़े उतारने लगा. मैं मामी को जोर जोर से किस किए जा रहा था और धीरे धीरे उनकी चुचियों को भी दबा रहा था.
मामी की कामुक सिसकारियां निकलने लगीं- आहह राहुउल्ल … तुम बहुत मस्त हो. मैं भी बोला- मेरी कप्पो रानी, आई लव यू.
मामी- राहुल, मुझे समझ नहीं आ रहा है कि तू जब चला जाएगा तो मेरी चुदाई कैसे होगी … सिर्फ दस दिन में ही मैंने तेरी पॉवर को देख लिया है. इन दस दिनों में एक दिन भी मेरा पति मेरे पास नहीं आया है. जबकि तूने रोज़ मेरा 5-6 बार पानी निकाल दिया है. तूने मुझे असली चुदाई का मज़ा दिया है.
मैं बोला- मैं कैसे भी करके हर महीने आपको चोदने आ जाया करूंगा मेरी कप्पो रानी और आपकी चुदाई किया करूंगा. मामी खुश हो कर बोलीं- सच में राहुल तू हर महीने आएगा ना!
मैं- हां मेरी कप्पो रानी मैं आपको सूखी नहीं रहने दूंगा. मुझे आपको एक और खुश खबरी देनी है. अभी 45 दिन बाद बताया जाएगा कि मेरा कॉलेज कब खुलेगा. मतलब अभी 45 दिन बाद घर जाना होगा … मतलब 5 जनवरी के बाद. और इन 45 दिनों में मैं आपको इतना चोदूंगा कि आप पूरी जिंदगी भर मेरे अलावा किसी और के पास नहीं चुदवाने जाओगी.
कल्पना बोलीं- मैं तो अब बस तेरे साथ ही रहना चाहती हूँ … लेकिन ये हो नहीं सकता. मैंने उन्हें चूम कर कहा- सब होगा मेरी कप्पो रानी … चिंता मत करो.
मामी बोलीं- सुनो राहुल, मुझे तुझसे एक बच्चा चाहिए. इन 45 दिनों में मुझे तू रोज़ चोदना बस बीच में 2-3 दिन छोड़ देना … ताकि मैं तेरे मामा से भी चुदवा लूं ताकि उन्हें मेरे पेट से होने पर कोई शक ना हो.
हम दोनों ने एक दूसरे को किस करना चालू कर दिया. दोनों नंगे होकर एक दूसरे को किस किए जा रहे थे और मैं अपने एक हाथ से मामी की चुचियों को मसलते हुए उन्हें गर्म कर रहा था. मेरा दूसरा मामी की चूत पर था और मैं मामी की चुत को सहलाए जा रहा था.
कुछ देर बाद हम एक दूसरे से अलग हुए और मैंने मामी को कुतिया बनने को कहा, वो तुरंत कुतिया बन गईं.
मैंने मामी के दोनों मक्खन से मुलायम चूतड़ों को चूमना चालू कर दिया और उनकी गांड को उंगली की पोर से सहलाने लगा.
मामी की सेक्सी सिसकारियां निकलना शुरू हो गईं- आहह राहुल … मजा आ रहा है.
मैं मामी के चूतड़ों को चाटते हुए उनकी भूरी गांड को चूसने लगा. अपनी जीभ को गोल करके मैंने मामी की गांड में जीभ को घुसाना शुरू कर दिया.
धीरे धीरे गांड को चूसते हुए मैंने एक उंगली मामी की गांड में डाल दी. मामी की मादक ‘आहह ..’ निकल गयी.
फिर मैंने बहुत सारा नारियल का तेल मामी की गांड में लगाना शुरू किया. मैं तेल में भीगी उंगली मामी की गांड में डालने लगा. मामी की गांड खुल बंद होने लगी और वो गांड में उंगली से मस्त होने लगीं.
अब मैं अपनी दो उंगलियों को मामी की गांड में डालने लगा.
धीरे धीरे करके मैंने अपनी दोनों उंगलियों से मामी की गांड को ढीली कर दी. उनकी गांड ने भी ढीला होकर मजा लेना शुरू कर दिया था.
फिर मैं उठा और अपने लंड को तेल से डुबो कर चिकना कर लिया. थोड़ा तेल मामी की गांड में डाल कर मामी की कमर पकड़ कर ली.
मैं बोला- हां मेरी कप्पो रानी … अब तू रेडी है ना … बस अब मैं अपना लंड तेरी गांड में डाल रहा हूँ. मामी ने कुछ नहीं कहा.
मैं मामी से गांड को ढीली रखने की कह कर धीरे धीरे उनकी गांड में लंड डालने लगा. मामी ने भी मेरे लंड का सुपारा झेल लिया था. मैंने थोड़ा जोर लगाया, तो मामी छटपटाने लगीं. इस समय यूं समझिए कि मेरे लंड का सुपारा ही ठीक से अन्दर गया होगा.
मामी की दर्द से भरी सिसकारियां निकल रही थीं. लेकिन मैं मामी की कमर को जोर से पकड़े रहा और धीरे धीरे लंड का दबाव मामी की गांड पर बनाने लगा.
बीच बीच में मैं नारियल का तेल भी मामी की गांड में टपकाता जा रहा था.
मामी की आंखों से आंसू निकल रहे थे. वो ‘ऊं ऊंह ..’ करके लंड झेल रही थीं.
मुझे भी अपने लंड में गांड का पहला छल्ला पार होना महसूस हुआ. तो मैंने अचानक से एक जोर का झटका लगा दिया. इस झटके से तेल सराबोर गांड में मेरा आधा लंड अन्दर सरकता चला गया.
मामी चिल्ला उठी लेकिन मैंने उनको नहीं छोड़ा. बस लंड और अन्दर पेलने से रुक गया.
मैं मामी की पीठ को चूमने लगा. थोड़ी देर में मामी को थोड़ा आराम मिला तो मामी बोलीं- राहुल बहुत दर्द हो रहा है … प्लीज़ छोड़ दे मुझे … मेरी गांड को छोड़ दे.
मैंने उनकी बात को अनसुना कर दिया और जल्दी जल्दी 2-3 जोर के झटके दे मारे. मेरा पूरा लंड मामी की गांड में चला गया. इन अचानक झटकों के बारे में मामी ने सोचा ही नहीं था.
अब मेरा पूरा लंड मामी की गांड में था और मामी अपने सिर को बेड पर रख कर रो रही थीं. वो अपने दोनों हाथों से बेड को अपनी मुट्ठी से पकड़ कर भींच रही थीं.
मैं मामी की गांड में लंड डाले कुछ देर रुका रहा.
फिर एक मिनट बाद लंड ने अपनी जगह बना ली तो मामी को दर्द होना कम हो गया. उनकी आवाजें भी बंद हो गई थीं. हालांकि मामी की आंखों से अभी भी आंसू निकल रहे थे.
मैंने अब धीरे अपने लंड को आगे पीछे करना चालू कर दिया. थोड़ी देर में मामी को आराम लगने लगा.
तभी मैंने अपना पूरा लंड बाहर निकाल कर एक ही बार में पूरा लौड़ा मामी की गांड में डाल दिया.
मामी की एक आह निकल गई और वो बोलीं- साले … आज मेरी गांड फाड़ कर ही दम लेगा तू. उनके मुँह से मेरे लिए गाली निकली तो मैं मन ही मन हंस पड़ा.
अब मैं मामी के चूतड़ों को पकड़ कर जोर जोर से चोदने लगा.
करीब 5 मिनट बाद मामी को आराम मिलने लगा और उन्हें भी अपनी गांड मरवाने में मज़ा आने लगा.
मामी मस्ती से बोलने लगीं- आह राहुल … आखिर तूने मेरी गांड मार ही ली … आहह राहुल्ल्ल बहुत मज़ा आ रहा है. जोर से चोद मुझे!
मैं वैसे ही करीब दस मिनट तक मामी की मदमस्त कसी हुई गांड को चोदता रहा. मेरी मामी बस ‘आहह उहह उहह उम्म्मह ..’ की आवाजें निकालती रहीं.
थोड़ी देर में मेरा काम तमाम होने वाला था. मैंने तेजी से लंड चलाना शुरू कर दिया और 10-12 झटकों में मैं कांपते हुए मामी की गांड में झड़ गया. मामी को भी अपनी गांड में गर्म गर्म वीर्य मिला तो उनकी गांड की सिकाई हो गई.
कुछ देर बाद मैंने अपना लंड मामी की गांड से निकाला, तो मामी की गांड से मेरा माल बाहर टपकने लगा था.
मैंने देखा कि मामी की गांड का छेद बड़ा हो गया था और पूरा लाल दिख रहा था.
मैं मामी को आईने के सामने ले गया और उनको मैंने उनकी लाल लाल खुली हुई गांड दिखाई. वो शर्मा गईं.
मैंने मामी से कहा- मामी मेरे लंड को चूसो … और इसे फिर से खड़ा करो न!
मामी ने मना कर दिया और बोलीं- नहीं ये अभी गांड में से निकल कर आया है … पहले बाथरूम में जाओ और इसे अच्छे से धो कर आओ.
मुझे गुस्सा आया लेकिन मैंने कुछ नहीं बोला; बस मन में सोचा देखना अगले 45 दिन में तेरे चूत का पानी तुझे पिलाऊंगा और तेरी गांड से लंड निकाल कर तुझसे ही चुसवाऊंगा.
मैं फिलहाल जल्दी से बाथरूम गया और अपने लंड को धोकर आ गया. मामी अपनी गांड को सहला रही थीं.
मैं आया और मैंने अपने लंड को सीधे मामी के सामने कर दिया. मामी ने भी लंड पकड़ा और उसको सीधे मुँह में लेकर चूसने लगीं.
थोड़ी देर के बाद मैंने फिर से मामी को झुकने के लिए बोला. मामी बेड के सहारा लेकर झुक गईं.
मैंने फिर से मामी की गांड मारना चालू कर दिया. मामी ने ‘अहह उंम्म ..’ करना चालू कर दिया.
मैं- कप्पो रानी … आह तेरी गांड बहुत मस्त है … पूरे महीने इस ठंड में तुझे ठंड नहीं लगने दूँगा … मैं आपको इतना चोदूंगा कि आप हमेशा मेरे साथ नंगी रहने चाहोगी.
कुछ देर बाद मैं रुका और उन्हें अपनी ओर घुमा कर उनके होंठों को चूसने लगा. उनकी चुचियों को दबाने लगा. मामी के चूचुक बड़े बड़े हो गए थे.
मैंने मामी को अपनी गोद में उठाया तो मामी घबरा कर बोलने लगीं- ये क्या कर रहे हो … मैं गिर जाऊंगी यार!
लेकिन मैंने मामी की जांघों को पकड़ कर जोर से उठाया हुआ था. मामी ने अपने दोनों हाथों को मेरी गर्दन से खुद को लटका लिया था.
मैंने मामी को चूम कर कहा- कप्पो रानी … अपने एक हाथ से मेरे लंड को अपनी गांड में सैट करो न.
मामी ने वैसा ही किया और मैंने मामी को थोड़ा झुका दिया, जिससे लंड मामी की गांड में चला गया.
मैं वैसे ही अपनी गोद में उठाए मामी की गांड चोदने लगा. करीब दो मिनट तक यूं ही झूला झुलाते हुए मामी की गांड चोदने में मैं पूरा पसीना पसीना हो गया था.
मगर अब मामी को इस तरह से चुदवाने में मज़ा आ रहा था और वो इसी बीच दो बार अपनी चुत को झाड़ भी चुकी थीं.
मैंने मामी को बेड पर लेटा दिया और दो तकिया उठा कर मामी की गांड के नीचे रख दिए. इससे मामी की गांड बाहर को निकल आई थी.
मैंने उनकी दोनों टांगों को उठा कर अपना लंड उनकी गांड पर सैट कर दिया और एक ही बार में पूरा लौड़ा गांड में घुसा दिया.
उनकी गांड खुल गई थी इसलिए उनकी सिर्फ एक मीठी सी अहह निकली.
मैं उनकी चूचियों को दबाते हुए उन्हें जोर जोर से चोदने लगा- आह मेरी कप्पो रानी … तू बहुत मस्त है … साली तेरी गांड को चोद कर मज़ा आ गया.
वो भी गांड खोल कर लंड अन्दर तक ले रही थीं.
करीब 10 मिनट बाद मेरा पानी फिर से निकलने को हुआ और मैंने फिर से मामी की गांड में ही लंड की मलाई निकाल दी.
अब तक दोपहर के एक बज चुके थे.
चुदाई खत्म हुई तो मामी की गांड ने उन्हें चलने लायक नहीं छोड़ा था. वो मेरी तरफ बेबसी से देखने लगीं.
मैंने इसका इंतजाम पहले ही सोच लिया था और गैस स्लो चला कर उस पर गर्म पानी रख दिया था. अब तक पानी खूब गर्म हो गया था.
मैंने पानी लाकर टब में सामान्य तापमान पर किया और टब में मामी को बैठा कर उनकी गांड की सिकाई की.
ये देख कर मामी खुश हो गईं और बोलीं- राहुल सच में तुम मेरा कितना ख्याल रखते ही … आई लव यू.
थोड़ी देर की सिकाई करने के बाद मैं उन्हें साथ में ही लेकर रूम में ले आया. मामी से ठीक से चला नहीं जा रहा था.
कुछ देर बाद मामी ठीक हुईं … तो हम दोनों वापस बाथरूम में जाकर साथ में नहाये.
इसके बाद खाना खाकर मैं नीचे चला गया.
आज रात मामी जब तेल लगाने आईं, तो वो चुदाई के लिए मना कर रही थीं. कि वो आज रात नहीं आएंगी.
लेकिन मैंने उन्हें बोला- आपको आना ही पड़ेगा.
वो मान गईं और रात में अपनी पायल और चूड़ी निकाल कर आ गईं.
उस रात मैंने फिर से मामी की दो बार गांड मारी. अगले 3 दिनों में मैंने करीब 10 बार उनकी गांड मारी … इससे उनकी गांड पूरी तरह से खुल गयी थी.
चार दिन जब उनका पीरियड खत्म हुआ तो मामी आईं और अपने कपड़े खोल कर दोनों पैर फाड़ कर अपना चूत मेरी मुँह पर रख दी. मैंने अचानक से देखा तो पाया मेरे मुँह पर मामी की चूत लगी है.
मामी बोलीं- छह दिनों से इस चुत के अन्दर तेरा लंड नहीं गया है, तूने इसे चाटा भी नहीं है. पहले इसे चाट … उसके बाद मुझे चोदना.
मैं तुरंत मामी की चुत को चाटने लगा.
आज एक बात बड़ी चकित करने वाली थी कि जो औरत कुछ दिनों पहले मुझे लाइट में नहीं चुदती थी, जो बस टांगें उठा कर अपनी चूत को शांत करवाती थी. वो आज खुद अपनी चूत को चटवाने को पागल हो रही थी.
मैं जी भर के मामी की चुत को चाटा. उसके बाद उनकी चुत और गांड को दो दो बार पेला. तब जाकर मामी को चैन मिला.
इसके बाद अगले सवा महीने तक मैंने मामी को खूब चोदा. कभी मैं उनकी गांड मारता … तो कभी चूत चोदता. लेकिन चुदाई से पहले मैं मामी की चूत को चाटता ज़रूर था.
उसके बाद हर एक या दो महीने में मैं वहां चला जाता और मामी को हचक कर चोदता.
सन 2016 में मैंने उन्हें एक स्मार्ट फोन दिलाया और उन्हें नये नये पॉर्न के बारे में बताया. उनके साथ वीडियो सेक्स करना भी चालू कर दिया.
अब मामी जब भी नहाने जातीं तो फोन पर अपना मदमस्त जिस्म मुझे ज़रूर दिखाती थीं.
अगली बार लॉकडाउन में मैंने मामी को किस तरह से रगड़ कर चोदा, वो सेक्स कहानी लिखूंगा.
तो दोस्तो, कैसी लगी मेरी सेक्सी गांड Xxx स्टोरी, मुझे मेल करके ज़रूर बताएं. [email protected]
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