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हैलो दोस्तो, कैसे हैं आप सभी..! मेरा नाम मोहित है और मैं हरियाणा के कैथल जिले के एक गांव का रहने वाला हूँ। मैं देखने में हैंडसम लगता हूँ।
साथियो.. मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। आज मैं आप सबको अपनी एक सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ।
यह बात एक साल पहले की है.. मेरे घर से कुछ दूरी पर एक लड़की रहती है। मैं उसे बहुत प्यार करता हूँ। उसका नाम रितु है (बदला हुआ).. उसका रंग गोरा और कद 5 फुट 4 इंच है। वो देखने में एकदम परी जैसी लगती है। उसका फिगर 34-26-36 का है.. ये मैंने उसी से पूछा है.. और उसकी गाण्ड एकदम मस्त उठी हुई है।
जब भी मैं उसे देखता बस मेरा लंड सलामी देने लगता.. दिल करता अभी जाकर लंड इसकी चूत गाण्ड में डाल दूँ और उसके साथ दिल भर कर चुदाई करूँ.. पर मैं उससे ये सब कहने से डरता था.. क्योंकि मुझे अपने घर वालों की इज्जत का ख्याल था.. इसलिए उसे अपने दिल की बात कह ना सका। वो भी मुझे प्यार करती थी लेकिन उसे भी वो ही डर था जो मुझे था।
लेकिन एक दिन वो मुझे स्कूल जाते समय अकेली मिली, मैंने सोचा आज सही मौका है.. तो मैंने वक्त बरबाद ना करते हुए उससे बोल दिया- रितु, मैं तुमसे प्यार करता हूँ।
उसने सर झुका कर ‘हाँ’ कर दी और उस दिन मेरी खुशी का ठिकाना ना रहा और मैंने उससे उसका मोबाईल नंबर लिया और अब हमारी बात होनी शुरू हो गई। धीरे-धीरे प्यार गहरा होता गया और हम सेक्स की बातें करने लगे। अब तो हम दोनों ही मौके की तलाश में थे कि कब मौका मिले और हम एक-दूसरे को पूरी तरह से पा लें।
फिर उसके पेपर शुरू हो गए.. पेपर देने शहर जाना पड़ता था.. तो उसने मुझे बताया और जिस दिन उसका फिजिकल का पेपर था.. वो उस दिन जल्दी आ गई क्योंकि हमने पहले ही प्लान बना लिया था। अब मैं उसके बताए टाईम पर उसे लेने पहुँच गया और उसे साथ लेकर एक होटल में चला गया।
वहाँ पहले ही मैंने कमरा बुक करवा लिया था और कमरे में जाते ही दरवाजा बंद कर लिया। हम दोनों एक-दूसरे से चिपक गए और 5 मिनट तक एक-दूसरे के होंठों को चूसते रहे। फिर मैं उसकी चूची दबाने लगा और वो सिसकारी लेने लगी। मैंने अब उसका टॉप उतार दिया.. उसने आसमानी रंग की ब्रा पहन रखी थी।
अब धीरे से उसके होंठ चूसते हुए उसकी ब्रा खोल दी। उसकी मस्त और टाइट चूचियाँ मेरे सामने थीं। मैं एक हाथ से चूची दबाने लग गया और दूसरी को मुँह में लेकर चूसने लगा।
अब वो जोर से सिसकारी ले रही थी और मैं उसकी चूचियों को बारी-बारी से चूस और दबा रहा था। उसके मुँह से उत्तेजना वश आवाजें आ रही थीं ‘अअआ अआहह.. आहह..’
फिर मैंने उसकी जींस निकाल दी। जब पैन्टी पर हाथ लगाया.. तो वो पूरी गीली हो चुकी थी। फिर मैंने उसकी पैन्टी उतार दी और उसकी चूत को सहलाने लगा। वो और तड़पने लगी और बोली- कुछ करो.. अब बर्दाश्त नहीं होता।
मैं भी कपड़े उतार कर पूरा नंगा हो गया और मेरा 7 इन्च लंबा 3 इंच मोटा लंड कड़क होकर तना हुआ था। मैं उसके पूरे तन को चूमता हुआ नीचे आ गया.. वो तड़फ रही थी और बोल रही थी- कुछ कर न जल्दी से.. मैंने चूत को चाटना शुरू किया.. तो वो और जोर से तड़फ उठी।
मैं चूत को जीभ से चोद रहा था। उसने जोर से आवाज निकाल कर पानी छोड़ दिया। मैं उसका सारा चूत रस पी गया और उसे फिर से चूमने लगा। वो मेरे लंड को हाथ में लेकर आगे-पीछे करने लगी।
मैंने उसे लण्ड चूसने को कहा.. तो वो मुँह में लेकर मजे से चूसने लगी। अब मेरा पानी छूटने वाला था.. मैंने उससे बोला- मेरा रस निकलने वाला है। उसने इशारे से कहा- आने दो..
उसके इतना कहते ही लंड ने वीर्य छोड़ दिया.. जो उसके मुँह में चला गया और वो पी गई.. और लंड को चूसती रही।
कुछ देर बाद फिर से लंड खड़ा हो गया और एक बार और मैंने उसकी चूत चाटी। क्या मस्त गुलाबी चिकनी चूत थी.. मैं तो समझो जन्नत में था। अब हम दोनों फिर से तैयार थे। अब मैंने उसे सीधा लिटाया और वो बोली- धीरे करना.. मैंने पहले कभी नहीं किया..
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इतना सुनकर लंड और फुंफकारें मारने लगा। अब उसने कहा- जल्दी करो.. मैंने अपना लंड उसकी चिकनी चूत पर रखा और एक धक्का दिया.. तो लंड का सुपारा उसकी चूत के अन्दर चला गया। वो जोर से चिल्लाई- निकालो.. दर्द हो रहा है..
मैं रुका और उसके होंठ चूसने लगा। इस दौरान मैंने एक जोर का झटका लगाया और लंड उसकी चूत को चीरता हुआ जड़ तक समा गया, उसके चिल्लाने की आवाज हम दोनों के होंठों में दब गई।
वो नीचे से अपने चूतड़ हिलाने लगी, अब मैं भी उसे धक्के लगाने लगा, रितु मस्त होकर चूत चुदवा रही थी और मैं तेज-तेज धक्के मार रहा था। उसकी चूत से ‘फच.. फच..’ की आवाज आ रही थी।
अब वो जोर से चिल्लाई और उसने अपना पानी छोड़ दिया.. और जोर से मुझे जकड़ लिया। लेकिन मैं लगा रहा.. मुझे पूरा जोश आया हुआ था, मैं जोरों से चूत को चोद रहा था।
अब फिर रितु गर्म हो गई.. और बोलने लगी- फाड़ दो मेरी चूत.. बहुत खुजली होती है इसमें.. आह्ह.. आज मेरी प्यास बुझा दो.. वो जोर-जोर से आवाज करने लगी ‘आआआहहह..’
अब चूत चोदते हुए काफी देर हो गई थी, मैं भी झड़ने वाला था। मैंने और तेज धक्के लगाने शुरू किए औए रितु भी गाण्ड उठा-उठा कर चुदे जा रही थी। ‘मैं झड़ने वाला हूँ.. कहाँ निकालूँ?’ मैंने रितु को बोला। उसने कहा- हमारे प्यार का पहला मिलन है.. अन्दर छोड़ दो.. भर दो मेरी चूत अपने माल से.. इतना कहते वो झड़ गई और मैंने भी अपने वीर्य से उसकी चूत भर दी।
अब हम दोनों 5 मिनट एक-दूसरे के ऊपर लेटे रहे और चूमते रहे। उसकी चूत से लंड रस बह रहा था लेकिन शायद यह उसकी चूत की पहली चुदाई नहीं थी, वो पहले भी चुद चुकी थी क्योंकि ना तो उसकी चूत से खून निकला और जैसे उसने खुले मन से अपनी चूत चुदवाई, उससे तो लग रहा था कि रितु खेली खाई थी।
उस दिन हमने 2 बार चुदाई की और अगले दिन उसने मुझे बताया कि उसने गोली ले ली थी। फिर यह सब कई महीने तक चला, मौका मिलता तो हम दोनों चूत चुदाई का मज़ेदार खेल खेलेने से ना चूकते!
फिर उसके घर वालों ने उसकी शादी कर दी क्योंकि उसके घर वालों को भी उसकी हरकतों पर शक होने लगा था।
आपको कहानी कैसी लगी.. जरूर बताना.. [email protected]
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