This website is for sale. If you're interested, contact us. Email ID: storyrytr@gmail.com. Starting price: $2,000
यह कहानी मुझे मेरे एक ईमेल दोस्त ने भेजी थी, उसी के शब्दों में पेश कर रहा हूँ। कहानी अधूरी जरूर है पर मज़ा पूरा देती है।
मेरा नाम सुलेमान है और मैं हैदराबाद का रहने वाला हूँ।
मैं अन्तर्वासना का बहुत पुराना शैदाई हूँ लेकिन पता नहीं क्यों कभी यह तमन्ना नहीं हुई कि मैं अपनी काम क्रीड़ाओं के अनुभव आप सबके साथ साझा करूँ।
ज़िंदगी में अब सम्भोग भी कुछ और ही मायने रखता है.. इसका मज़ा ही कुछ और है और लोगों के कमेंट्स पढ़ कर सेक्स करने में और भी मज़ा आ जाएगा.. यही उम्मीद से मैं अपनी कहानी लिखना शुरू कर रहा हूँ।
यह कहानी मेरी और मेरी होने वाली साली जिसका नाम नौरा की है यानि मेरी माशूका आसिफा की बहन की है। यह कहानी कुछ ऐसी है कि मेरी साली नौरा धोखे से मेरा लण्ड चूसती है.. फिर उसके बाद तो मेरा पीछे हटने का सवाल ही नहीं था। जिसके मुँह में लण्ड दिया है.. उसकी चूत को चोदने में क्यों पीछे हटना?
नौरा ने मेरे से चुदवाने का निर्णय क्यों लिया.. मेरा लण्ड उसको क्यों पसंद आया.. मेरे लण्ड से चुदने के पीछे उसकी क्या सोच है.. वो सब आपको जैसे जैसे पढ़ेंगे समझ में आ जाएगा।
हाँ तो.. बात यह है कि मैं 23 साल का हूँ.. और मेरी माशूका आसिफा 20 साल की है और होने वाली साली नौरा है 22 साल की है।
मैंने और मेरी माशूका ने तो कभी सेक्स किया नहीं.. बस हम सेक्स चैट करते रहते है और उसी में खुद को संतुष्ट कर लेते हैं। कभी-कभी थोड़ा बहुत फोरप्ले भी हो जाता है.. मगर मेरी आसिफा के मना करने की वजह से हमने कभी सेक्स नहीं किया.. बस सेक्स चैट और फोरप्ले ही चलता रहता है।
मैं हमेशा से मेरी गर्ल-फ्रेण्ड को चुदाई करने के लिए आग्रह करता हूँ। जब वो नहीं मानती है तो कम से कम दोनों नंगे हो कर फोरप्ले कर लें.. इतना तो मान लेने के लिए कहता हूँ.. मगर वो कभी नहीं मानती है।
इस तरह हमारी मुहब्बत की गाड़ी चल रही थी।
बात नवबर 2012 की है.. हम लोग रात में हमेशा की तरह सेक्स चैट कर रहे थे। इस बार मैंने उसे अपने लण्ड के फोटो भेजे थे.. क्योंकि उसको मेरे लवड़े के फोटो देखने की ख्वाहिश थी… लेकिन मैंने पूरे नंगे लण्ड के नहीं भेजे.. बस आधा लण्ड नंगा और आधा कपड़े से छिपा कर ईमेल से फोटो भेजे।
आसिफा ने डाउनलोड किए.. फिर उसने भी अपने फोटो भेजे.. आधे नंगे।
हम दोनों ने खूब सेक्स-चैट की.. और आखिर में फोन पर एक साथ मुठ्ठ मारी तो वहीं पर मेरी माशूका आसिफा से एक ग़लती हो गई।
इन सब कामों में उस वक्त सुबह के 4 बज गए थे और जैसे ही हमारा पानी निकला था वो थक कर सो गई.. ना मैसेज डिलीट किए.. ना नंगे फोटो हटाए.. जो वो हमेशा डिलीट कर देती थी।
वो इस बार चूक गई और जैसे कि मुझे मेरी होने वाली साली नौरा ने बाद में बताया था कि वो मैसेज पढ़ने के बाद और लण्ड के फोटो देखने के बाद उसको मुझमें रूचि जगी।
वैसे तो नौरा का कहना था कि वो मुझे हमेशा रिझाने की कोशिश करती थी लेकिन कभी खुल कर सामने नहीं आती थी।
यह बात ऐसी ही थी.. ना मुझे पता था.. ना आसिफा को.. कि उसकी बड़ी बहन ने उसके ब्वॉय-फ्रेण्ड के नंगे लण्ड के फोटो देख लिए हैं और पूरी सेक्स चैट पढ़ ली है। बस यहीं ट्विस्ट आ गया..
अब नौरा का दीवानापन बढ़ने लगा था।
मैंने एक बार दिन में मेरी आसिफा को मैसेज किया- जान तुमको चोदने का मन कर रहा है.. घर पर आओ ना.. थोड़ा नंगे होकर फोरप्ले करेंगे!
तो उसने जबाव दिया- नहीं.. फोन पर ही करेंगे.. जो भी करना है।
फिर हम लोग सेक्स चैट करने लगे.. वो बोली- आज मैं सिर्फ़ तुम्हारा लण्ड चूसूंगी तुम बाद में चोदना.. पहले लण्ड चूसने दो। तुम्हारा 7.5” का लंड मुझे बहुत अच्छा लगता है।
मैंने तो समझा मेरी माशूका ही है.. मगर जब बाद में रहस्य खुला तो पता चला कि यह नौरा है.. आसिफा नहीं..
अब यह सब कैसा हुआ.. बड़ा ही दिलचस्प किस्सा है.. लड़कियाँ अपनी चूत सहलाते हुए पढ़ना और लण्ड वाले अपन लवड़ा हिलाना।
मैं तो आसिफा ही समझ कर जबाव देता जा रहा था और मुझे भी लण्ड चुसवाना बहुत पसंद है। मैं मजे लेकर मैसेज पर लौड़ा चुसवा रहा था.. तभी मुझसे रहा नहीं गया..
मैंने उससे कहा- आज एक बार रियल में चूस लो ना.. तुम बहुत अच्छा चूसती हो। मैं भी तुम्हारी चूत चाटूँगा.. मम्मे चूसूंगा.. और जैसा तुम चाहती हो.. तुम्हें चोदूँगा नहीं..
तो वो बोली- नहीं.. मैसेज पर जितना चाहो उताना मजा दे सकती हूँ… जैसा बोलो वैसा मज़ा दूँगी.. मगर रियल में नहीं.. मैंने बहुत मनाया.. बहुत मनाया और आश्चर्य.. वो मान गई..
उसने कहा- रात 10 बजे तक कोई आने वाला नहीं है.. तुम मेरे घर पर आ जाओ.. मगर मैं जैसा कह रही हूँ.. वैसा ही करना.. वैसा ही सुनना.. वरना प्लान कैंसिल..
मैं झट से मान गया। उस वक्त 2 बज रहे थे.. मैं तुरन्त नहा धो कर तैयार हो कर निकला और 4 बजे के करीब पहुँच गया।
पहुँचने के बाद नीचे से मैसेज किया कि गेट खोलो..
उसने कहा- गेट खुला ही है.. ऊपर दीवानखाने में आ जाओ और आते ही अपनी आँखों पर पट्टी बांध लेना.. एक सेकेंड के लिए भी पट्टी हटाई तो पूरा मज़ा चला जाएगा और मैं कुछ करूँगी भी नहीं… तुम वापस चले जाना.. अगर नहीं माने.. या चीटिंग की तो.. दोस्ती खत्म।
उसने यह भी कहा- तुम अपने हाथ जब तक इस्तेमाल नहीं करना.. जब तक मैं खुद तुम्हारे हाथ लेकर अपने जिस्म पर न लगाऊँ.. अगर मैं तुम्हारा हाथ लेकर अपनी चूत पर रखूँ.. तब तुम इसे हरा सिग्नल समझना कि अब हाथ लगा सकता हूँ सो इसके पहले हाथ नीचे ही रखना।
ऐसा उसने कहा तो मैं तो बस मूड में था, मैंने कहा- जो हुकुम आका.. मुझे तो आज इसके मुँह में लण्ड देना ही है.. इसकी चूचियों को मसल कर चूसना ही है.. चूत सहलाना ही है.. तो मैंने कहा- हाँ.. ठीक है। लेकिन पट्टी नहीं है.. तुम दीवानखाने में ओढ़नी रख दो।
मैंने ये लिख कर मैसेज किया और ऊपर गया.. तो अन्दर वाले सभी दरवाजे बंद थे। मैं घर के अन्दर नहीं जा सकता था.. सो बस मैं दीवानखाने में ही बैठ गया और उसको कॉल किया।
उसने कॉल कट किया और मैसेज में जबाव दिया- तुम पट्टी बांध कर खड़े हो जाओ.. बस 5 मिनट में आती हूँ.. और अब कॉल नहीं करना, मैं कपड़े बदल रही हूँ।
मैं बोला- ओके.. मुझे क्या प्राब्लम.. तुम आ जाओ बस.. मैं पट्टी बाँध कर यानि उसकी ओढ़नी बाँध कर खड़ा हो गया।
पाँच मिनट बाद दरवाज़ा खुला मैंने देख नहीं पाया.. क्यों कि आँख बन्द थीं.. बस धीमे से कहा- आ गया जान.. क्या सरप्राइज है डियर?
उसने कुछ नहीं कहा.. बस मेरे होंठों पर एक उंगली रखी यानि ये इशारा था कि बात ना करूँ।
लेकिन मुझे अजीब सा लगा.. मेरी माशूका आसिफा की हाइट 5’3” है और पहले भी हम एक दूसरे को छू चुके हैं। अब जो मेरे होंठों पर ऊँगली थी.. वो भी कुछ लंबी लग रही थी और गरम तो काफी थी.. खैर गरम तो कोई भी लड़की हो सकती है।
मैं भी खुश था.. तो अब वो नीचे मेरे जाँघों पर लण्ड के पास हाथ मलने लगी.. मुझे तो कुछ अलग ही महसूस हो रहा था।
यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !
लड़कियों का नाजुक हाथ जैसा होता है ना.. वैसा ही महसूस हो रहा था।
हालांकि अपनी महबूबा की हथेलियों से.. ऊँगलियों से.. उसके स्पर्श से.. मैं वाक़िफ़ था.. लेकिन यह हाथ कुछ अलग सा लग रहा था।
मैं बोला- आज तुम्हारे हाथ अलग से क्यों लग रहे हैं?
उसके मुँह से आवाज़ निकली- शिश..ईईहह..
मैं समझ गया कि यह फिर चुप रहने को बोल रही है। मैं वैसा ही खड़ा रहा और वो अपने दोनों हाथों से मेरी जाँघों पर.. ज़िप के पास.. सहलाने लगी.. मेरा लौड़ा दबाने लगी.. और लण्ड झटका मारने लगा।
उसने मस्त सहलाया.. ऐसा जैसा वो मेरे लण्ड से बहुत प्यार करती हो। मज़ा तो ऐसा आ रहा था कि वो पट्टी हटा कर उसे जकड़ लूँ.. मगर मैं उसके सरप्राइज के खिलाफ नहीं जाना चाहता था।
धीरे-धीरे इस स्पर्श का मज़ा लेना चाहता था और फिर उसने मेरे होंठों पर चुम्बन किया। उसके चुम्बन करने से पहले जुबान से होंठों को चाटा.. फिर होंठ लगाए।
मैंने अपने हाथ उसके सर के पीछे रखे और अपने तरफ खींच कर और दबा कर चुम्बन किया। आहह.. क्या नरम-नरम होंठ थे.. मैंने उसके अधरों को अपने होंठों से खूब चूसा और उसके गालों पर हाथ रखा तो अजीब सी फीलिंग आई व चेहरे का शेप भी कुछ अलग सा लगा.. आसिफा का चेहरा कुछ भरा हुआ सा है उसका कद भी कम है और यह जिसके साथ मैं चूमा-चाटी कर रहा था वो कुछ पतली और लंबी सी लग रही थी। इसका चेहरा भी वी-शेप का था।
मैं अभी और उसके चेहरे का नापतौल करता उसने मेरे हाथ पर अपने हाथ रख कर उसे हटा दिया। उसने हाथ इसलिए हटा दिया क्योंकि यह उसकी शर्त के खिलाफ था। उसने मैसेज से कहा था कि हाथ इस्तेमाल नहीं करना है।
मैं जोश में भूल गया था.. सो ‘सॉरी’ कहकर मैं मन ही मन में बोला- शायद पट्टी है और जोश में है बोल कर ऐसा लग रहा था।
फिर एक मस्त चुम्बन करने के बाद मैं बोला- जान तुमको नंगी देखना है.. पट्टी हटा दूँ?
उसने फिर से मेरे होंठों पर हाथ रख दिए।
मैं समझ गया कि फिर से मुझे रोक रही है। मैंने भी सोचा- जाने दो.. मुझे तो इसके जिस्म के मजे से मतलब है, मैं चुप खड़ा रहा फिर उसके हाथ मेरे लण्ड पर आ गए।
वो डर रही थी.. पर मसल रही थी। उसने अचानक बेल्ट खोला.. मैं मन में बोला कि आज तो यह लण्ड को नंगा देख ही लेगी.. मुझे बहुत खुशी हुई।
उसने मेरी ज़िप भी खोल दी.. पैन्ट नीचे गिरी.. मैंने पैर उठा कर पूरी पैन्ट निकाल दी। अब मैं सिर्फ़ अंडरवियर में था। वो मेरे लण्ड को अंडरवियर के ऊपर से ही दबा रही थी.. सहला रही थी। मेरे करीब आकर लौड़े को अपने जिस्म से भी लगाया और गाण्ड से भी सहला..
आह्ह.. क्या मजा आया.. मैं बता नहीं सकता हूँ.. मेरा लौड़ा इतना तन्ना चुका था.. ये मेरी कलम से नहीं लिख सकता हूँ।
फिर मैं बोला- जान तुम नंगी नहीं हुईं.. और मुझे तो अंडरवियर में कर दिया। तब उसने मेरे गालों को पकड़ा और मसला तो मैं समझा शायद वो मुझे नॉटी बोल रही है।
फिर उसके कपड़े उतरने की आवाज़ आई.. मैं खुश हो गया। कब ये पट्टी हटेगी कब मैं इसको नंगा देखूँगा.. उसके मम्मे बहुत पसंद हैं। मुझे मेरी गर्ल-फ्रेण्ड की गाण्ड भी बहुत मस्त है.. उसकी जाँघों पर हाथ फेर कर भी बहुत मज़ा आ रहा था।
मैं उसको देखने के लिए बस बेताब था.. अब वो मेरे लण्ड पर अपना शरीर लगा रही थी। वो सामने से चूत के ऊपर का हिस्सा मेरे लण्ड पर लगा रही थी और उसने मेरा टी-शर्ट भी निकाल दिया। अब मैं सिर्फ़ अंडरवियर में था और उसका जिस्म लगते मैं समझ गया वो भी सिर्फ़ ब्रा और पैन्टी में है।
क्या मज़ा आ रहा था.. हम दोनों के नंगे जिस्मों के मिलन का ये मंजर.. उफ़फ्फ़ वो बहुत गर्म गरम-गरम लग रही थी। उसका जिस्म.. आहह.. और बस वो उसकी चूत के ऊपर का हिस्सा.. मेरे लण्ड पर मसल रही थी।
साफ़ महसूस हो रहा था.. कि वो सिर्फ पैन्टी में ही है। फिर उसने गाण्ड भी मसली.. आआहह.. क्या कसी हुई गाण्ड थी.. उफफफ्फ़.. आअहह.. मजे की इंतेहा ही नहीं थी..
तभी ‘चट’ से उसकी ब्रा का हुक खुलने की आवज़ आई.. उसके बाद उसने पैन्टी भी उतारी और एक के बाद एक ब्रा और पैन्टी मेरे होंठों और नाक पर हल्का सा रख कर नाक और होंठों पर फेरा।
आआहाआ.. क्या जादुई महक थी.. मुआाहह.. उसकी नंगी चूत और मम्मे मुँह में ले कर बस उसे पागल कर दूँ.. उफ़फ्फ़ क्या मस्त महक थी यार..
मैंने उसकी पैन्टी को दांतों से पकड़ लिया उसकी चूत के पानी को सूँघ कर मैंने उससे कहा- ऐसे ही तुम्हारी नंगी चूत चाटना है..
मेरे ऐसा बोलते ही उसने मेरे लण्ड को मस्ती से दबा दिया। मुझे ऐसा लगा कि वो मेरा लण्ड पूरे जोश से और रज़ामंदी से दबा रही है।
मैंने कहा- मेरी नंगी जान.. यह मेरे हाथ अपने मस्त गरम नंगे जिस्म पर कब इस्तेमाल करने दोगी..
उसने फिर से मेरा लण्ड दबाया.. मुझे होंठों पर चुम्बन किया.. चाटा.. मस्त तरीके से प्यार से.. हवस से.. मेरा लण्ड सहला ही रही थी।
मैं बोला- मम्मे तो दो मेरे मुँह में..
उसने मेरे सर के पीछे हाथ किए.. सर के पीछे अपनी हथली रखी.. हम दोनों ही सीधे खड़े थे.. तब ही मेरा सर उसके सर से टकराया।
अब मैं तो परेशान हो गया कि इसका कद मेरे कद के बराबर नहीं है.. यह मेरी गर्ल-फ्रेण्ड जैसी क्यों नहीं लग रही है.. मुझे मेरी गर्ल-फ्रेण्ड का गुदांज पन महसूस क्यों नहीं हो रहा है.. ये कोई और लड़की है, ऐसी फीलिंग क्यों आ रही है।
यह कौन है.. मैं कुछ सोचता.. इससे पहले मेरे होंठों पर गोल-गोल नरम-नरम सा कुछ महसूस हुआ।
आअहह.. और उसका इसी पल उसका हाथ मेरे अंडरवियर के अन्दर लण्ड पर आ गया। उसने मेरा लण्ड पकड़ लिया और दबाने लगी।
मैंने महसूस किया कि मेरे होंठों पर उसके मम्मे थे.. आअहह.. क्या मस्त नरम नरम मम्मे.. आए हाए.. उसके निपल्स तो ऐसे मुलायम और बड़े कि जुबान को वहाँ से हटाने का ही मन ही नहीं कर रहा था।
मेरे लण्ड में से तो बस ‘प्री-कम’ का पानी निकल रहा था। मैं तो बस हवा में था.. मेरे पैर हिल रहे थे.. उसके मम्मे मुँह में थे.. उसके हाथ मेरे नंगे लण्ड पर थे.. आहह.. हाइईई.. फिर उसने अपने दूसरे हाथ से मेरा एक हाथ पकड़ा और उसकी गाण्ड पर रख दिया।
मैं उसकी गाण्ड को दबा रहा था.. बहुत मस्त थी.. एकदम गोल… वो मेरा लण्ड दबा रही थी और मेरी अंडरवियर को उसने दूसरे हाथ से जाँघों तक नीचे किया.. वो शायद मेरे नंगे लण्ड को देख रही थी और देखते ही देखते जोर-जोर से दबाने लगी थी।
उसने मेरा दूसरा हाथ अपनी टाँगों के बीच अपनी नंगी चूत पर रख दिया।
हायईई.. इतनी कच्ची चूत.. उउफ्फ.. पॉर्न वीडियोज में भी नहीं देखा होगा.. और इतनी गरम थी यार.. मैं तो बस आउट ऑफ कंट्रोल हो गया।
मैं जोश में बोला- पट्टी हटा दूँ?
उसने मेरा हाथ उसकी चूत पर और जोर दबाया.. उसके हाथ का दबाव पा कर मैं भी बस अपना हाथ उसकी चूत पर फिरा रहा था।
उसकी चूत पर थोड़े-थोड़े रेशमी बाल थे.. मुझे उसकी चूत मस्त लग रही थी। पहली बार गर्ल-फ्रेण्ड के हाथों में मेरा नंगा लण्ड था.. और साथ ही मेरा हाथ उसकी कच्ची व नंगी चूत पर था। मेरे मुँह में उसकी मस्त रसीली चूचियाँ थीं।
मैं बैचेन हो कर फिर बोला- पट्टी हटा दूँ?
वो अचानक मुझसे दूर हुई और नीचे मेरे नंगे लण्ड में उसने एक चुम्बन किया.. फिर अपने गुलाबी मुलायम होंठों को लवड़े पर रगड़ा..
आह्ह.. एकदम से मुँह में लेकर ‘हम्म’ कहा.. मैं समझा यह पट्टी हटाने का इशारा है। मेरे हाथ पट्टी हटाने के लिए मानो ऊपर उठ ही नहीं रहे थे। उसके मुँह में मेरा लण्ड था और वो मेरे लौड़े पर लगातार जुबान फिरा रही थी।
बस उसके सर पर हाथ रख कर उसे वहाँ ही रुके रहने देने को मन कर रहा था। उसके मुँह में ही हमेशा लण्ड रखे रहने देने का मन कर रहा था।
फिर किसी तरह मैंने पट्टी हटाई।
आआहह.. कहकर मैंने बगैर उसकी तरफ देखे सर ऊपर किया.. मेरी आँखें बंद थीं। मैं लंड चुसाई का मज़ा ले रहा था।
उसने अपनी जीभ मेरे लौड़े के दायें-बाएं घुमाई.. अपना मुँह हिलाया.. मेरा लण्ड मुँह में अन्दर तक रख कर ‘उम्म’ जैसी आवाज़ की और जोर से मेरी लण्ड की नोक पर उसकी जुबान महसूस हो रही थी।
अब मैंने देखने के वास्ते सर को नीचे झुकाया.. मैंने सोचा कि मेरी नंगी गर्ल-फ्रेण्ड को एक बार लण्ड चूसते हुए देखूँ तो सही.. मैं उसको पहली बार नंगी देखने जा रहा था.. जैसे ही आँखों की पट्टी हटाने के बाद उस पर नज़र नीचे गई..
या खुदा.. क़यामत.. मैं क्या देख रहा था?
यह मेरी 22 साला होने वाली साली नौरा है.. मेरे लण्ड को अपने मुँह में लेकर नंगी.. घुटनों पर है। मैंने उसके नंगे जिस्म से भी खेल लिया.. उसके मम्मे भी चूस लिए और चूत भी खूब सहला ली.. वो मेरा लण्ड अब भी मुँह से छोड़ ही नहीं रही थी।
मैं फ़ौरन पीछे को हटा.. तो उसने घुटनों पर ही बैठे-बैठे हाथ आगे किया और मेरा लण्ड हाथ में पकड़ कर बोली- आई लव योर डिक.. आई वांट यू टू फक मी..
मैं एकदम हक्का-बक्का था.. यह क्या हो गया?
इस सब के बाद अब आगे क्या हुआ.. यह जानना बहुत दिलचस्प है.. और आपको अभी सिर्फ इतना बता सकता हूँ कि नौरा का फिगर 36-25-36 है उसका कद 5’6” है और मेरी माशूका आसिफा का कद 5.3 है मैं उसका फिगर नहीं बोलना चाहता।
मैं आगे की कहानी आप सबके कमेंट्स और प्रतिक्रियाएं मिलने के बाद बाद में लिखूंगा.. आप सब मुझे अपना ही समझ कर बेझिझक.. बिंदास कमेंट्स भेज सकते हैं।
This website is for sale. If you're interested, contact us. Email ID: storyrytr@gmail.com. Starting price: $2,000