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दोस्तो, मैं राजवीर, महायाराना के अंतिम भाग के साथ आपका मनोरंजन करने के लिए एक बार फिर से हाजिर हूं. कहानी के पिछले भाग में आपने देखा कि मेरे साले श्लोक ने किस तरह से अपनी बहन की चुदाई का बदला मेरे दोस्त की बीवी से लेने की ठान ली थी.
अब आगे की कहानी:
श्लोक के लंड को पकड़ कर वीना ने अपनी चूत पर लगाते हुए सेट किया और बैठने लगी. ऐसा लग रहा था जैसे वीना श्लोक के लंड के नीचे पिलने के लिए ज्यादा ही उत्साहित थी. श्लोक के लंड को अपनी चूत में लेते हुए वो श्लोक की गोद में बैठ गयी.
वीना को लगा कि श्लोक नीचे आ गया है. अब जो करना है वीना को ही करना है. वो जैसे उस पर विजय सोच रही थी. मगर ऐसा सोचना वीना की बहुत बड़ी गलती थी. वो दरअसल श्लोक के जाल में एक मछली की भांति फंस गयी थी.
श्लोक ने अपने हाथों को वीना के कूल्हों के नीचे लगाया और उन्हें अपने नाखूनों से जोर से दबाया। वीना- ओह्ह, फकिंग मैन… इट्स हर्ट मी। (हटाओ अपने हाथ की पकड़ को, तुम्हारे नाखूनों से मुझे दर्द हो रहा है।) श्लोक – यू वाना वाइल्ड फकिंग! इट्स वाइल्ड फक डार्लिंग. (जानेमन तुम्हें जंगली सेक्स करने का मन था, लो अब इस जंगली का सेक्स का मजा)
जब तक तुम मेरे लन्ड पर कूदती रहोगी, तब तक मेरे हाथों की पकड़ कमजोर रहेगी और मेरे नाखून तुम्हें नुकसान नहीं पहुंचाएंगे लेकिन जब तुम्हारे उछलने की गति कम हुई तो मैं अपने नाखूनों से तुम्हारी गांड छिल दूंगा।
वीना- तुम ऐसा कुछ नहीं करोगे।
इतने में श्लोक ने वीना की गाँड जोर से पकड़ कर अपने नाखून उसके कूल्हों में दबाये। वीना का उचकना शुरू हो गया और अब वह खुद ही श्लोक के लन्ड को उचक उचक कर चोदने लगी।
इस स्थिति में तो कहना बहुत ही मुश्किल था कि श्लोक वीना की चूत को चोद रहा था या वीना ही श्लोक के लंड को अपनी चूत में लेते हुए उसी को चोद रही थी. श्लोक की यस.. यस.. की आवाज़ निकलने लगी। इधर वीना भी मजे से लन्ड लेने लगी।
लेकिन बेचारी की टांगें थोड़ी देर में जवाब देने लगीं. जैसे ही वीना रुकी, श्लोक ने अपने नाखून वीना की गांड में चुभा दिए। वीना असहाय होकर फिर से उछल कूद करने लगी और जोरदार आवाज के साथ एक बार फिर झड़ गई ।
मगर श्लोक तो लंबी रेस का घोड़ा था. एक बार उसकी गाड़ी शुरू हो जाती थी तो रुकने का नाम नहीं था. श्लोके कहां झड़ने वाला था, उसका तो बीमारी वाला माजरा उसे 45 मिनट तक झड़ने भी नहीं देता था।
लेकिन उसने वीना पर दया करके अपनी अवस्था बदल ली। वीना को पीठ के बल लेटा कर फिर उसकी चूत के अंदर अपना मूसल डालकर पेलगाड़ी चलाने लगा। साथ में वीना के स्तनों को दबाकर दबाकर उसने लाल कर दिया. वीना एक बार फिर झड़ गयी, मगर श्लोक अब भी नहीं रुका।
वीना को अब डॉगी स्टाइल में तैयार कर श्लोक पीछे से फिर चूत चुदाई करने लगा। श्लोक के हाथों की पकड़ वीणा की गोरी गाँड पर मजबूत थी जो कि वीना को आगे पीछे करके श्लोक का रस निचोड़ रही थी। श्लोक के मुंह से चीत्कार निकलने लगी थी और वीना भी एक बार फिर झड़ गयी लेकिन अबकी बार श्लोक भी साथ में ही झड़ गया।
वीना निढाल होकर बोली- ओह गॉड! सीमा कैसे जिंदा है। या तो उसे मजे से मर जाना चाहिए या सजा से। ऐसा बोलकर वो हँसने लगी। श्लोक- कैसी लगी रेलगाड़ी? वीना- सबसे तेज रेलगाड़ी की सवारी थी ये. ऐसा लगा कि मैं किसी पोर्न फ़िल्म के अंदर आ गयी हूं। सच में आज समझ आया कि क्या होता है वाइल्ड फक।
उसके बाद हम दोनों नींद की आगोश में बातें करते हुए ही समा गये. 4 बजे अलार्म से भी मेरी आंखें नहीं खुलीं.
दोस्तो, अब राजवीर रकुल की कहानी आपके प्रिय राजवीर की ही जुबानी-
मैंने कमरे की चाबी लॉक में लगाकर दरवाजा खोला तो देखा कि रकुल कांच के सामने साड़ी ओढ़कर खुद को निहार रही थी। खास बात यह थी कि रकुल ने केवल साड़ी ही ओढ़ रखी थी. उसके नीचे ब्लाउज, ब्रा, पेटिकोट या पेंटी कुछ भी नहीं पहना हुआ था उसने.
अभिनेत्री रकुल प्रीत सिंह जैसे चेहरे और शरीर वाली महिला को इस अवस्था में देखकर मेरा लिंग सनसना गया। साड़ी में से उसके स्तनों व कूल्हों के उभार बेहद उत्तेजना पैदा करने वाले थे मानो कि जैसे पूनम पांडे अपना अंग प्रदर्शन कर रही हो. बड़े बड़े सुडौल स्तन व कूल्हे गोरे रंग के होने के कारण साड़ी के अंदर से ही चमक रहे थे।
मैं अपना होश संभाल पाता इससे पहले ही रकुल ने कहा- आपको ऐसे ही सीधे कमरे में नहीं आना चाहिए था। राजवीर- माफ कीजिए, मैं बाहर चला जाता हूं. जब आप तैयार हो जाएं तब मुझे बुला लीजिएगा।
रकुल- क्या आप वही हैं जिसने मेरे पति नील से मेरी एक रात की बात की है? राजवीर- माफ कीजिएगा, आप मुझे बेहद पसंद आ गईं लेकिन आपके पति मान नहीं रहे थे इसलिए मुझे यह रास्ता अपनाना पड़ा।
रकुल- क्या हर पति की पत्नी जो भी आपको पसंद आती है उसे आप इसी तरह से खरीद लिया करते हैं और अपनी बीवी को उस पसंद आने वाली के पति के आगे परोस देते हैं?
राजवीर- जी ऐसा नहीं है, यह पहली बार है. हम भारत से यहां मालदीव में छुट्टियां मनाने आए हैं और चाहते थे कि किसी अच्छे कपल के साथ स्वैपिंग करें लेकिन कहीं भी कोई ऐसा कपल नजर नहीं आया था जिससे स्वैपिंग का मजा आए। तभी मुझे आप नजर आईं। नील भी काफी सुंदर है। मेरी पत्नी को भी वह पसंद आ गये। आप तो मुझे इतना पसंद आए कि पूछिए मत। मैंने इसके बारे में आपके पति से बात की लेकिन अनजान होने का वास्ता देकर वह अदला बदली के लिए मना कर रहा था। बहुत मुश्किल से आपकी सहमति मिली है, आपके पति और मेरी मेहनत पर इस तरह से पानी न डालिये. आपको यदि संतुष्टि न मिले तो कहियेगा.
रकुल- समझ नहीं आ रहा कि मैं एक बिकाऊ चीज बनने पर दुखी हो जाऊं या फिर किसी के द्वारा इतनी तारीफ किये जाने की खुशी मनाऊं! राज़- वैसे एक समझदार औरत तो शायद खुश ही होगी। रकुल- और एक समझदार आदमी अपना मतलब निकालने के बारे में सोचेगा. उसने ताना मारते हुए कहा.
इतना कहकर रकुल मेरे पास आई और मुझे अपनी आग़ोश में ले लिया। उसकी पतली साड़ी में से बाहर झांकता हुआ नाजुक कोमल शरीर मेरे शरीर को स्पर्श कर गुदगुदाने लगा। मैंने उसके प्यारे से चेहरे को चूमना शुरू किया तो उसने शर्माते हुए आंखें बंद कर लीं और अपने होंठों को मेरे होंठों से मिला दिया.
कुछ समय तक किस करने के बाद मैंने उसकी साड़ी का पल्लू खींचकर उसे कपड़ों से आजाद कर दिया. रकुल घूमते हुए अपनी साड़ी से मुक्त हो गयी और संभल न पाने की वजह से पलंग पर गिर गयी. मैं भी पलंग पर चला गया.
रकुल ने पहले मेरी टीशर्ट फिर मेरी जीन्स को खोल कर मुझे पूर्ण नंगा कर दिया और मेरे खड़े लिंग को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी। थोड़ी देर बाद मैंने उसे पलँग पर सीधा लेटा दिया और उसके 36 के गोल, गोरे, तने हुए स्तनों को अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगा. उसके स्तन बिल्कुल गोल थे। ग़ुलाबी रंग के निप्पल तन कर खड़े हो गए थे।
उसने मुझे धकेल कर नीचे लेटाया और खुद मेरी कमर पर बैठ गयी. उसने अपने स्तनों को मेरे मुंह पर दबाया और अपने स्तनों को चुसवाने लगी.
मेरा लिंग उसके कूल्हों की दरार को स्पर्श कर रहा था। करीब 10 मिनट लगातार अपने स्तनों को चुसवाने के बाद रकुल ने अपने कूल्हों को मेरी कमर से हटाकर मेरे मुंह पर टिका दिया और खुद मेरे लिंग को चूसने लगी. इस तरह हम 69 की अवस्था में एक दूसरे को संतुष्ट करने लगे।
जब उत्तेजना चरम पर पहुंच गयी तो मैं अपनी टांगों को मोड़कर उन पर बैठ गया. रकुल ने मेरी स्थिति को समझा और खुद अपनी चूत को मेरे लिंग पर रखकर मेरी गोद में बैठ गई।
मैं रकुल के पीछे था. उसकी पीठ से मेरा पेट स्पर्श कर रहा था और उसका मुंह सामने की ओर था। वह मेरी गोद में मेरे विपरीत मुंह करके बैठी थी। उसने अपनी गीली चूत में मेरा लिंग एडजस्ट किया और फिर खुद ऊपर नीचे होने लगी. जवाब में मैं भी ऊपर नीचे होकर उसकी चूत में धक्के देने लगा ।
मेरे हाथ उसके स्तनों तक पहुंच रहे थे जो कि उसके स्तनों को जोर से मसल रहे थे. मेरा मुंह पीछे से उसकी गर्दन को चूम रहा था। यह काफी उत्तेजनापूर्ण पोजिशन थी।
थोड़ी देर बाद रकुल सीधी हो गई तथा मेरे आलिंगन में आ गयी। उसने मुझे भी अपने आलिंगन में भर लिया और फिर से अपनी चूत में मेरा लिंग लेकर बैठ गई और हम एक दूसरे को उचक उचक कर चोदने लगे।
फिर रकुल को मैंने पेट के बल लेटाया और उसकी गोरी पीठ व कूल्हे के उभारों को चुम्बनों की बारिश से भर दिया। अपना मुँह उसकी गांड की दरार में डालकर उसे पूरा गीला कर दिया. रकुल समझ गयी कि मैं उसकी गांड चुदाई करने की तैयारी कर रहा हूं.
वो मुस्कराते हुए बोली- आप तो पूरी वसूली करके ही मानेंगे आज। हंसते हुए मैंने उसकी कमर के नीचे तकिए रख दिये. इस से उसकी गाँड ऊपर उठ गई और रकुल गाँड में लन्ड लेने की सही अवस्था में आ गयी। मैंने अपने लिंग पर तथा रकुल की गाँड पर अपना थूक लगाया और उसकी गाँड के छेद पर अपना लन्ड टिकाया।
मेरा लिंगमुंड इतना चिकना हो गया था कि रकुल की गाँड में आसानी से घुस गया लेकिन इससे रकुल की सिसकारी निकल गयी। मैंने लन्ड पर दबाव बना कर अपने पूरे लन्ड को रकुल की गाँड में ठेल दिया। रकुल की आंख से आंसू निकल पड़े। लेकिन फिर मजे में वो मुझसे बोली- मेरी गाँड तयार है इसे लेने के लिए।
मैं रकुल के ऊपर लेट गया और उसकी गाँड का चोदन करने लगा। इस दौरान मैंने उसकी गर्दन पर चुम्बनों की बारिश जारी रखी और दांतों से काट काट कर उसके शरीर को लाल कर डाला। इस से रकुल भी काफी उत्तेजना महसूस कर रही थी।
दस मिनट के बाद मैंन उसकी गांड चुदाई की स्पीड बढ़ा दी. रकुल ने कहा- मैं अपनी चूत की आग को शांत करना चाह रही हूं.
मगर मैंने उसको अगले राउंड का हवाला दे दिया. फिर उसकी गांड को तेजी के साथ चोदते हुए अपने माल से उसकी गांड को भर दिया. कुछ देर हम दोनों ऐसे ही लेटे रहे.
दस मिनट के अंतराल के बाद एक बार फिर से हम उत्तेजित हो गये. दूसरे राउंड में मैंने रकुल की चूत की आग को अपने लंड के पानी से ठंडा किया. फिर हम एक दूसरे की बांहों में लिपट कर लेट गये.
रकुल को मेरी चुदाई पसन्द आयी। मैं चाहता तो एक राउंड और कर सकता था लेकिन सुबह दूसरी हसीना के लिए भी तो ऊर्जा बचानी थी। फिर मेरी आंख लग गई और जब मैं गहरी नींद में सो गया तो नींद में मुझे मेरे फोन की घंटी सुनाई दी।
उस समय रकुल गहरी नींद में सोई हुई थी. मैंने अपना फोन उठाकर देखा तो देखा तो सुबह के 4:15 बज गए थे और श्लोक मुझे फोन कर रहा था। प्लान के मुताबिक हमें 4:00 बजे अपने कमरों के बाहर होटल की छत पर मिलना था लेकिन मेरी नींद नहीं खुली और मैं लेट हो गया था।
अपने कमरे की लाइट बंद करके मैं अपने कपड़े पहनकर होटल की छत पर चल पड़ा जहां मेरे चारों दोस्त मेरा इंतजार कर रहे थे। प्लान के अनुसार हमें फिर से अपने कमरों की अदला बदली करनी थी।
श्लोक- क्या जीजू? आयोजन करने वाले लेट होंगे तो कैसे चलेगा? राज- अरे यार अलार्म की आवाज इतनी कम थी कि सुनाई नहीं दिया। खैर छोड़ो, यह बताओ दोस्तो, कैसी रही रात? नील-रणवीर-विक्रम-श्लोक सब एक साथ बोले- इट वास् अमेजिंग। (यह बहुत ही रोमांचकारी थी)
राजवीर- तो आगे का प्लान यह है कि हमारी हसीन बीवियां अपने पति के अलावा किसी और का लन्ड लेकर सोई हैं लेकिन जब उनकी नींद खुले तब उनकी चूत में किसी अन्य तीसरे आदमी का लन्ड होना चाहिए।
सबको कमरे में जाकर अपनी कमरे की लाइट बन्द कर देनी है और बिल्कुल अंधेरे में अपने पार्टनर के साथ फोरप्ले करना है और जब उनकी चूत लन्ड लेने को तैयार हो जाए तब उनकी चूत में लन्ड घुसा देना है।
जब वह सोच रही होगी कि मेरा रात वाला साथी ही मुझे चोद रहा है तब लाइट जलाकर कर उन्हें सरप्राइज करना है कि ये लन्ड किसी और का है। कैसा है आईडिया दोस्तो?
सबने कहा- यार वैसे सुनकर ही खड़ा हो गया है। करेंगे तब कितना मजा आएगा!
राजवीर- तो आओ तय कर लें कि कौन अब किसके कमरे में जाकर किसकी चूत को उधेड़ेगा।
तो दोस्तो, जैसा कि आप समझ ही गए होंगे कि यह एक लंबी कहानी है। यह तो मालदीव में हम लोगों की पहली रात की कहानी है जो कि अभी आधी ही घटी है. आप लोगों को अभी तो पूरे सप्ताह की घटना के बारे मं बताना है. यही है यारों के महायाराना का आगाज़.
अब जब आगाज़ ऐसा है तो सोचिये अंजाम कितने आश्चर्यों से भरा होगा! किस तरह के आश्चर्य के बाद महा-याराना अपने अंजाम तक पहुंचेगा यह सब सुनाना अभी बाकी है। औरतों के लिए अभी काफी सरप्राइज़ होना बाकी है।
इन सब शरारतों का बदला हमारी रीना-प्रिया-सीमा-रकुल और वीना ने कैसे हम मर्दों से लिया, यह भी सुनाना बाकी है। पूरे सप्ताह में होने वाली प्रतियोगिता जैसे कि आर्म पिट चाटू विजेता, कुछ जोड़ों का पहली बार मिलना, सामूहिक चुदाई कार्यक्रम, एक एक महिला का गैंगबैंग जैसी रोमांचक घटनाएं आपके सामने आना बाकी है अभी.
इसलिए आप लोग बने रहिए अन्तर्वासना के साथ और मेल करके बताते रहिए कि आपको यह घटना कितनी पसंद आई। आप कहानी के बारे में नीचे दिए हुए कमेंट बॉक्स पर भी मुझसे बात कर सकते हैं। मैं यथासंभव आपके सवालों का जवाब दूंगा। आपका प्यारा राजवीर। [email protected]
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