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अब तक की मेरी इस मस्त सेक्स कहानी में आपने पढ़ा था कि हम सभी माले से दो दिन के लिए घूमने निकल गए थे.
फेरी के एक केबिन में मैं अपनी बहन चित्र को अपना लंड चुसवा रहा था और मेरे सामने जीजा जी अपनी बहन आलिया से अपने लंड को चुसवाने का मजा ले रहे थे.
मैं फोन से उनकी वीडियो बनाने लग गया था. दीदी मुझे कान में कुछ कहने लगी थीं.
अब आगे..
दीदी- हमारा प्लान काम आ गया. मैं- चित्रा.. वैसे तुम भी ब्लो जॉब करते हुए अच्छी लगती हो. दीदी- इसके लिए रात का इन्तजार करना पड़ेगा. अविनाश- आलिया मेरे लंड का माल आने वाला है. आलिया- इन्तजार करो जान.. वरना हम दोनों के कपड़े खराब हो जाएंगे. आलिया ने जल्दी से टिश्यू पेपर लिया और लंड से लगा दिया. जीजा जी ने अपने लंड को हिलाया और रस छोड़ दिया. इससे जीजा जी के लंड का सारा रस टिश्यू पेपर में निकल गया. अविनाश- आलिया सो गुड.
फिर आलिया जीजा जी के लंड को साफ करने लगी. तभी किसी ने हमारे अपार्टमेंट को नोक किया. इसलिए हम चारों अपनी जगह पर ठीक होकर बैठ गए. मैंने दरवाजा ओपन किया. हमारे सामने वेटर था, जो हमसे पूछने आया था.
वेटर- सर आप कुछ पीना चाहेंगे? मैं- हां ठंडी वाइन लेकर आना.
फिर वो चला गया.. और वापस वाइन लेकर आया. हम चारों वाइन के पैग मारने लगे. कुछ देर बाद मैं खड़ा होकर बाथरूम जा रहा था, तभी बाथरूम से जिया बाहर निकली.
मैं जिया का हाथ पकड़कर वापस बाथरूम में ले गया. जिया- राज क्या कर रहे हो.. कोई देख लेगा. मैं- देख लेने दो.
वो कुछ बोले, उससे पहले मैंने जिया के होंठों पर एक उंगली रख दी, जिससे वो चुप हो गई और फिर हम दोनों किस करने लगे. करीब दो मिनट बाद जिया रुक गई.
जिया मुस्करा कर बोली- अन्दर मेरा ब्वॉयफ्रेंड इन्तजार कर रहा है.
मैंने जिया को घुमा दिया और उसके मम्मों को सहलाने लगा, जिससे जिया मदहोश होने लगी थी. लेकिन एक मिनट बाद उसने मुझे रोक दिया और फिर सेक्सी स्माइल करके चली गई.
उसके जाने के बाद मैंने पेशाब की और बाथरूम से बाहर आ गया. तभी मुझे वो हॉट फिंरगन दिखी, जो फेरी के बाहर अकेली खड़ी थी. मैं भी कुछ सोच कर उसके पास चला गया. मैंने उसके पास जाकर उससे हाथ मिलाया और अंग्रेजी में उसे अपना परिचय दिया.
इस कहानी को मजेदार बनाने के लिए अलीना की इंग्लिश को मैं हिन्दी में लिख रहा हूं.
मैं- हाय.. मायसेल्फ राज, मैं इंडिया से हूँ. लेडी- मैं अलीना अमेरिका से. मैं- नाइस नेम. अलीना- थैंक्स. मैं- आप अमेरिका में कहां पर रहती हैं? अलीना- न्यूयॉर्क और तुम? मैं- दिल्ली. अलीना- तुम क्या करते हो? मैं- मेरे डैड का बिजनेस है, इसलिए उनको बिजनेस में मदद करता हूं. अलीना- नाइस. मैं- और तुम क्या करती हो? अलीना- ज्यादा खास नहीं मेरे पति एक कंपनी में मैनेजर हैं.
फिर हम दोनों एक दूसरे के साथ बातें करने लगे और कुछ समय में हम दोनों की दोस्ती हो गई. तभी अलीना का पति हमारे पास आया और अलीना उससे मेरा परिचय करवाने लगी. फिर कुछ देर बाद मैं वहां से अपने अपार्टमेंट में चला गया.
दीदी- किधर थे? मैं- बाहर टहल रहा था.
अपार्टमेंट के अन्दर अपने फोन में म्यूजिक सुनते हुए अलीना के बारे में सोच रहा था. उस समय अलीना ने स्टाइलिश टी-शर्ट और शॉर्ट पहनी थी, जिसमें वो एकदम अलग हटके माल लग रही थी. अलीना दिखने में एकदम हॉट और सबसे ज्यादा सुंदर थी और उसके बात करने के अंदाज से लग रहा था कि वो बहुत स्टाइलिश और मॉडर्न थी.. वो बिल्कुल आलिया की तरह थी. पहली नजर में मुझे अलीना पसंद आ गई थी. मेरे अंदाजा से उसके ब्रा की साइज 34B थी. अलीना इतनी हॉट और सुंदर थी कि जिसके सामने मुझे तमन्ना भाटिया भी फीकी लगी.
कुछ ही देर बाद हम सब मफुशी द्वीप पर पहुंच गए. हम सभी अपने अपार्टमेंट से बाहर आ गए. अलीना मुझे देखकर स्माइल करने लगी.
वो कहते हैं न कि लड़की हंसी तो समझो फंसी.
इधर हम रात को रहने वाले थे, इसलिए मेरे पास अच्छा मौका था. हम सभी ने सेम टूर एजेंसी से थे, इसलिए हम दो दिन तक साथ थे. वैसे हम करीब सात कपल साथ थे, जिसमें सबसे ज्यादा मुझे अलीना पसंद थी.
जब हम सभी अपना लगेज लेकर फेरी से उतरने लगे, तो वहां पर हमारे लिए एक गाइड इन्तजार कर रहा था. वो गाइड हमें कानी बीच रिसॉर्ट में ले गया.
गाइड- आप लोगों के पास आधा घंटे का टाइम है.. बाद में हम सबसे पहले स्कूबा डाइविंग करेंगे.
वहां पर काउन्टर पर खड़ी एक लड़की ने हमें रूम की चाबी दे दी और हम सभी अपने कमरे में चले गए. कमरे में जाते ही मैंने लगेज रखकर दीदी को बांहों में पकड़ लिया.
चित्रा- राज अभी रहने दो, मुझे कपड़े चेंज करने हैं. मैं- पहले टैक्स चुकाना पड़ेगा.
चित्रा दीदी सेक्सी स्माइल करके मेरे होंठों को चूमने लगीं और मैं भी दीदी के होंठों को चूमने लगा. तभी दीदी ने मुझे रोक दिया. वो बैग से कपड़े लेकर बाथरूम चली गईं और मैं ऐसे ही बेड पर लेट गया.
तभी मेरा फोन बज उठा.. जो डैड का था इसलिए मैंने फोन उठाया.
मैं- हाय डैड! डैड- हाय क्या कर रहे हो! मैं- कुछ ख़ास नहीं. डैड- कब आने वाले हो? मैं- तीन-चार दिन बाद. डैड- राजीव का फोन था वो पांच दिन बाद तुम्हारे रिश्ते की बात करने आ रहे हैं. मैं- डैड मुझे आपको कुछ बताना है. डैड- क्या? मैं- मैं एक लड़की से प्यार करता हूं. डैड- कौन है वो? मैं- आलिया. डैड- यह बात तुमको हमें पहले बतानी थी. मैं- मैंने सोचा घर आ कर आपसे और मॉम से बात करता हूं. डैड- कब से ये चल रहा है? मैं- करीब चार महीने से. डैड- जब मैंने तुझे पहले रिया के बारे में बताया, तब तो तुमने नहीं बताया था. मैं- रिया मेरी अच्छी दोस्त है.. इसलिए डैड. डैड- तो अब आगे का क्या प्लान है? मैं- मैं आलिया से शादी करना चाहता हूं. डैड- ठीक है, मैं राजीव को मना कर देता हूँ. तुम्हारी दीदी किधर है. मैं- दीदी अपने कमरे में होंगी.
डैड से इस बार मुझे झूठ बोलना पड़ा क्योंकि में डैड को कैसे बताता कि दीदी मेरे कमरे में हैं और जीजा जी आलिया के साथ दूसरे कमरे में हैं. अगर डैड को पता चलेगा कि हम मालदीव में भाई-बहन, चुदाई का खेल रहे हैं.. तो पता नहीं डैड क्या करेंगे.. इसलिए झूठ बोलना सही था.
डैड- तुम दोनों एक दूसरे से प्यार करते हो? मैं- हां. डैड- ठीक है.. मैं तुम्हारी दीदी से तुम दोनों के रिश्ते के बारे में बात करता हूं.
डैड का कॉल कटते ही दीदी नहाकर बाहर आ गई थीं. दीदी ने शर्ट और पेन्ट पहनी थी.
चित्रा- किसका फोन था? मैं- डैड का. डैड मजाक करते हुए बोल रहे थे कि अपनी दीदी को अच्छे से चोदना. चित्रा- शटअप. वो क्या बोल रहे थे? मैं- डैड मेरे रिश्ते के बारे में बता रहे थे कि राजीव अंकल पांच दिन बाद रिश्ते की बात करने के लिए आ रहे हैं. चित्रा- तो अब? मैं- मैंने आलिया के बारे में बता दिया. चित्रा- तो डैड क्या बोलें? मैं- डैड हमारे रिलेशनशिप से खुश हैं और वो जल्द ही आपको कॉल करेंगे. चित्रा- अच्छा हुआ कि डैड को तुमने बता दिया.. अब कोई प्रॉब्लम नहीं है. मैं- अभी एक प्रॉब्लम है. चित्रा- कौन सी. मैं- रिया को पता चलेगा, तब वो मुझे कॉल करेगी और तब उसको मनाना मुश्किल होगा. चित्रा- एक काम कर, रिया का नंबर सेंड कर.. मैं उससे बात करूंगी. मैं- मैं ही उससे बात कर लूंगा, वरना हमारी दोस्ती भी टूट जाएगी. चित्रा- तुम्हारी मर्जी.
फिर हम दोनों नीचे आ गए, जहां पर सिर्फ आलिया और जीजा जी नहीं थे.
मैं- अभी जीजा जी नहीं आए. आकाश- वो अभी तुम्हारी गर्लफ्रेंड के साथ घपाघप कर रहे होंगे.
आकाश की बात सुनकर हम सब हंसने लगे. तभी आलिया और जीजा जी सामने से आते दिखे. वे हमारे पास खड़े हो गए. इतनी देर में अलीना और उसका पति जेसन भी आ गए.
फिर हम सभी गाइड के साथ समुद्र किनारे गए और सभी लोग हम स्कूबा डाइविंग करने के लिए खास कपड़े पहनने जाने के लिए वहां पर बने एक कमरे में आ गए. सभी लोग कपड़े बदल कर स्कूबा डाइविंग के लिए बने स्पेशल सूट पहनकर बाहर आ गए. हम सभी के लिए बड़ी सी स्पीड बोट खड़ी थी और साथ में दो और गाइड थे. हम सभी उस स्पीड बोट में सवार हो गए और फिर वो स्पीड बोट आगे बढ़ने लगी.
करीब पांच मिनट बाद स्पीड बोट रुक गई. करीब एक घंटे तक हम सभी स्कूबा डाइविंग का आनन्द लिया और वापस हम हमारे रिसॉर्ट में आ गए और कपड़े चेंज कर लिए.
अभी दोपहर के एक बजे थे, इसलिए हम रिसॉर्ट के होटल में चारों कपल बैठ गए. हमारे सामने अलीना और जेसन बैठे थे और मैं उसको तिरछी नजर से देख रहा था. मेरे पास चित्रा बैठी थी, उनके पास नताशा और नताशा के पास नीरज बैठा था. खाना खाने के बाद हम सभी अपने कमरे में चले गए और हम सभी को पता था कि कमरे में अब क्या होने वाला है.
कमरे जाकर में अन्दर से दरवाजा लॉक करके और हम दोनों बिना देर किए एक दूसरे को चिपककर ऐसे किस करने लगे.. मानो हम एक महीने से एक दूसरे से मिले ना हों.
किस करते समय दीदी ने मेरी टी-शर्ट निकाल दी और मैंने दीदी की शर्ट के बटन खोलकर उसे निकाल दिया. दीदी ने ब्लैक रंग की ब्रा पहनी थी, जिसमें दीदी बहुत ज्यादा सेक्सी लग रही थीं.
हम दोनों सेक्स करने में मशगूल हो गए. मैं दीदी की गांड को सहला रहा था. करीब पांच मिनट बाद मैंने दीदी को घुमाकर उनकी ब्रा को निकाल दिया और दीदी के कातिलाना मम्मों को पीछे से दबाने लगा, जिससे दीदी सीत्कार करने लगीं. मेरा खड़ा लंड पेन्ट पर टेन्ट बन गया था, जो दीदी अपनी गांड पर साफ महसूस कर रही थीं.
फिर दीदी ने नीचे घुटने के बल बैठकर मेरे पेन्ट को निकाला और इस काम में मैंने भी उनकी मदद की.
दीदी ने मेरी पेंट के साथ निक्कर भी निकाल दिया और मेरे खड़े लंड को देखकर सेक्सी स्माइल करके लंड को मुँह में ले लिया. फिर दीदी लॉलीपॉप की तरह बड़े मजे से लंड चूसने लगीं और मैं दीदी के बालों को पकड़कर धीमे से सीत्कार कर रहा था.
फिर मुझसे रहा नहीं गया.. इसलिए मैंने दीदी को खड़ा कर दिया और उनकी पेन्ट को निकाल दिया. फिर दीदी को बेड पर पटक कर उनकी चुदाई करने में लग गया. पहले मैंने बैग से कंडोम निकालकर लंड पर चढ़ाया. इसके बाद मैं दीदी के ऊपर चढ़कर उनकी पैंटी को निकाल दिया और उनके गुलाबी होंठों को चूमने लगा. मैं दीदी की गर्दन को चूमने में लगा था. वो भी मुझसे नागिन सी लिपटी हुई थीं. इस दौरान मैंने दीदी के गर्दन पर लव बाइट का निशान छोड़ दिए, जिससे दीदी छटपटाने लगीं, लेकिन उन्होंने मुझे कुछ नहीं कहा.
करीब पांच मिनट तक मैं उनके बदन को चूमता रहा और मम्मों को सहलाता रहा. अब मेरा लंड चुदाई के लिए पूरी तरह से तैयार था. इसलिए मैंने बिना देर किए चुत पर लंड सैट करके धक्का लगा दिया, इससे मेरा आधा लंड अन्दर घुस गया.
फिर मैं धीमे से दीदी को पेलने लगा, जिससे दीदी कामुक आवाजें करने लगीं. मैंने धीमे से चुदाई की शुरुआत करके अपनी स्पीड तेज कर दी. दीदी दोनों हाथों से मेरी पीठ को पकड़कर चुद रही थीं.
चित्रा- आहह उहह ओह राज फक फक आहह ओह सो गुड.
हम दोनों चुदाई के खेल में मशगूल थे, तभी दीदी का फोन बज उठा. जिससे दीदी रुक गईं और वहां पर पड़े फोन को देखने लगीं.
चित्रा- राज स्टॉप.. फोन बज रहा है. मैं- बजने दो. चित्रा- राज रुको.. शायद डैड का कॉल होगा.
दीदी की बात सुनकर मैं रुक गया और दीदी का फोन देखा, तो सच में डैड का कॉल था, इसलिए मैंने फोन दीदी को दे दिया.
फोन पर.
चित्रा- हैलो डैड. डैड- हाय बेटा कैसी हो? चित्रा- एकदम बढ़िया. डैड- अविनाश कहां पर है? चित्रा- डैड वो नहाने गए हैं.
दीदी और डैड फोन पर बात कर रहे थे और मैं दीदी के पास बैठकर दीदी के मम्मों को सहला रहा था और दीदी मुझे इशारे से मना कर रही थीं.
डैड- आज सुबह राज ने बताया कि वो और आलिया.. दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं और वो दोनों शादी करना चाहते हैं. चित्रा- हां डैड वो दोनों शादी करना चाहते हैं और शायद हमें उन दोनों की शादी करवा देनी चाहिए. डैड- अविनाश को पता है? चित्रा- हां बस आप और मॉम की परमिशन चाहिए. डैड- ठीक है जब तुम लोगों घूमकर आओगे, तब हम मिलकर बात करते हैं. चित्रा- ओके डैड. डैड- चल बेटा.. मैं कॉल रखता हूं अपना ख्याल रखना.
फोन कट गया.
चित्रा- थोड़े देर भी इन्तजार नहीं हो रहा था. कहीं डैड को पता चल जाता कि हम भाई-बहन मिलकर… मैं- डैड ने क्या बोला? चित्रा- तुम्हारी शादी जल्द होगी.
तभी मैंने खुशी से दीदी के गाल पर किस कर दिया.
मैं- मैं अभी आलिया को यह खुशखबरी दे दूं? चित्रा- अभी रहने दे.. वो दोनों चुदाई कर रहे होंगे, बाद में बता देना. पहले हम अपना अधूरा काम पूरा कर लेते हैं.
मैंने दीदी को किस करते हुए लेटा दिया और फिर से अपने लंड को चुत पर सैट करके बिना देरी के घुसा दिया. इस अचानक हमले के लिए दीदी तैयार नहीं थीं, इसलिए वो चिल्ला उठीं.
चित्रा- आहह बहनचोद क्या कर रहा है?
दीदी के मुँह से गाली सुनकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और मैं तेजी से दीदी को पेलने लगा. मैं दीदी को तेजी से लंबे झटके लगाते हुए चोद रहा था. कोई पांच मिनट बाद दीदी झड़ गईं और उनके झड़ने के बाद मैं भी झड़ गया.
दोस्तों चुदाई का मजा अभी और भी आना बाकी है. इस मस्त सेक्स कहानी को अगले भाग में आगे पूरे विस्तार से लिख कर आपके लंड चुत गरम करूंगा. तब तक आप मुझे मेल कीजिएगा.
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कहानी जारी है.
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