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लेखक : अरमान
प्रेषक : प्रेम गुरु
मेरी यह कहानी अपने गुरु-भाई प्रेम गुरु और मैना जी को समर्पित है।
……. अरमान
मेरी कहानी पिछली मिस मोनिका का मुझे काफी अच्छा रेस्पोंस मिला इसलिए में आपके लिए एक और आप बीती बताने जा रहा हूँ आशा करता हूँ यह कहानी भी आप लोगों को अच्छी लगेगी।
जैसा कि आप लोगों को मालूम है अब मुझे जब भी मौका मिलता, मैं मोनिका को चोद लिया करता था। लेकिन हमें यह नहीं मालूम था कि हमें कोई छुप कर भी देखता है !
यह बात हम करीब ३-४ महीने के बाद मालूम पड़ी ! और देखने वाली थी मोनिका में छोटी बहन मीता। मोनिका की तरह मीता भी बहुत सुंदर थी एक दम गोरी, भरे भरे गाल, गुलाबी होंठ,काली बड़ी बड़ी आँखे, लम्बे बाल और फिगर ३६-३०-३४ इसलिए अभी उसकी गांड नही मारी थी किसी ने।
अब मुद्दे की बात करते हैं।
एक दिन मैं और मोनिका मस्ती कर रहे थे, उस दिन उनके घर में कोई नहीं था। अंकल आंटी मार्केट गये थे और मीता स्कूल गई थी। हम दोनों तो अपने काम में मस्त थे, हमें नहीं मालूम कि कब मीता आ चुकी और हमें खिड़की से देख रही है। अकेले होने की वजह से घर में कोई रोक टोक तो थी नहीं इसलिए मैं बाथरूम जाने के लिए निकल आया और सीधा बाथरूम में चला गया। लौट कर आया तो देखा मीता खिड़की की तरफ चेहरा करे हुए है और शायद उसकी आँखे बंद थी क्योंकि बहुत जोर जोर से मीता अपनी चूत में ऊँगली कर रही थी सलवार उतार कर।
मैंने भी उसे नही टोका और चला गया। आते ही मैंने मोनिका को इसके बारे में बताया तो वो बोलने लगी- बेचारी को अकेले ही तड़फने के लिए छोड़ आये?
मैंने कहा- मैं करता भी क्या ? तुम्हारी बहन है, अभी बुरा मान गई तो?
वो बोली- मादरचोद लड़की आधी नंगी खड़ी है और तुझे लगता है वो नाराज़ होगी।
ऐसा हो ही नही सकता ! चल मैं जाती हूँ और उससे तैयार करती हूँ। तुम १५ मिनट के बाद आ जाना।
मैं भी मान गया और बेड पर लेट गया और अपने लंड को ऊपर नीचे करने लगा और सोच रहा था कि मीता की चूत कैसी होगी। कहीं मोनिका की ही तरह मीता की भी तो चूत पहले से ही चुद चुकी है क्या ? और ना जाने क्या क्या सोचते सोचते १५ मिनट कब निकल गये मालूम ही नहीं चला।
और मैं मीता के कमरे में जाने लगा और गेट पर आकर रुक गया क्योंकि सामने का नज़ारा देखने लायक था। मोनिका मीता की चूत को २-३ ऊँगलियों से चोद रही है और चाट रही है। मोनिका कभी मीता की चूत चूसती तो कभी स्तन ! अब कब तक आँखें चार नहीं होगी, मीता ने अब मुझे देख लिया और वो एक दम उठ कर बेड के पीछे चली गई तो मोनिका ने कहा- वैसे तो अरमान को बोलने के लिए चिल्ला रही थी अब क्या हो गया ?
मीता बहुत ही प्यार से थोड़ा शरमाते हुए बोली,“मुझे शर्म आती है !”
तो मोनिका बोली- अरमान ! अब तुम ही इसकी शर्म दूर करो !
मेरा क्या था मैं तो रुका ही इसलिए था कि मोनिका या मीता खुद मुझ से बोले चोदने के लिए !
मैं अब धीरे धीरे बेड के पास गया और मीता का हाथ पकड़ कर उसे किस करने लगा, होठों को किस करने लगा। लेकिन मीता अभी भी शरमा रही थी और अपना चेहरा पीछे कर रही थी। मैंने भी सोच लिया था आज इसे इतने प्यार से चोदूंगा कि पूरी शर्म भाग जायेगी। मैं अभी भी मीता को किस कर रहा था और अपनी जीभ अन्दर बाहर कर रहा था। अब मीता थोड़ा थोड़ा खुलने लगी थी और मेरा साथ दे रही थी। अब किस करने में मज़ा आ रहा था क्यूँकि मीता मेरी जीभ को चूस रही थी और मैं उसकी।
अब मेरा हाथ उसके नंगे वक्ष पर था और दबा रहा था- ह्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म कितने नरम थे मीता के स्तन !
अब मेरे हाथ बहुत तेजी से चल रहे थे- कभी दांया स्तन दबता तो को कभी बाँयां ! और अब चूचुक भी चूस रहा था, काट रहा था। मीता के मुंह से सिसकारी निकल रही थी जोकि माहौल को और भी गर्म कर रही थी।
इसी तरह करीब २०-२५ मिनट निकल गये। मुझे तब याद आया जब मोनिका पास में आकर मेरा लंड हाथ में पकड़ कर बोली- मुझे क्यों अकेला छोड़ दिया है?
और मोनिका मेरा लंड चूसने लगी।
मुझे अब परेशानी हो रही थी शायद इसलिए कि बेड के पीछे जगह कम थी और दो दो हसीनाएं मेरे साथ काम-क्रिया कर रही थी।
मैंने कहा- बेड पर चलते हैं और मीता को गोद में उठाकर बेड पर ले आया और उसको अपने ऊपर कर लिया ताकि मैं आराम से उसके स्तनों को पी सकूँ, दबा सकूं, किस कर सकूं और मोनिका मेरा लंड आसानी से चूस सके। मैं दोनों तरफ से मजे ले रहा था।
अब यार एक बात बताओ एक लौड़ा हो और उसके पास दो दो सुंदर चूतें हों, वो कब तक अपना पानी रोक सकता है, मैंने भी अपना पूरा पानी मोनिका के मुँह में छोड़ दिया जिसे वो पूरा पी गयी और अपने होंठ पोंछते हुए हट गई। अब बारी मीता की जो थी।
लेकिन वो मना करने लगी। इस पर मोनिका ने उसकी गांड में लात मारते हुए गाली दी,“माँ की लौड़ी ! क्यूँ नखरे कर रही है, चुपचाप चूस ! नहीं तो तेरी चूत में पेट्रोल डाल दूंगी फिर ऊँगली डालते रहना रात भर !”
इससे एक फायदा यह हुआ कि मीता लंड चूसने लगी। वह तो मोनिका से अच्छा चूस रही थी।
अब मेरे मुंह में मोनिका ने अपनी चूत सटा दी और हिलने लगी। मैंने भी उसकी चूत को जीभ से खूब चाटा और चूसा। करीब १५ मिनट में मेरा फिर से पानी निकल गया और इस बार पानी मीता ने पीया था और मोनिका मेरे मुंह में झड़ गई, मोनिका का पानी मैंने पी लिया और मोनिका को हटा दिया ताकि वो मेरा लंड फिर से खड़ा कर सके। पता नहीं लेकिन मोनिका के हाथों में जादू था वो मुर्दे के लंड को भी खड़ा कर सकती थी।
मेरा लंड खड़ा करके मोनिका ने मीता से कहा- अब तू बेड पर लेट जा ! अब अरमान तेरी चूत में अपना लंड डालेगा जो कि तुझे बहुत आराम से लेना है क्योंकि तू आज पहली बार चूत में लंड ले रही है तो तेरी झिल्ली फटेगी जिससे तेरे को दर्द भी होगा !
तो मीता बोली- दीदी, तुम टेंशन मत लो ! मैं आराम से ले लूंगी ! बस तुम क्रीम मेरी चूत में और अरमान के लंड से लगा दो अच्छी तरह से !
मोनिका ने पूरी पौंड्स क्रीम मेरे लंड और मीता की चूत पर लगा दी और मीता को किस करने लगी।
मैं समझ गया कि अब सही समय है चूत से लंड का मिलन करने का !
मैंने मीता की चूत को पहले किस किया और उस पर लंड रगड़ने लगा जिससे मीता की उत्तेजना बढ़ती जा थी, वो सिसक रही थी ह्म्म्म्म्म्म्म……… आह्हनान्न्न्न्न्न………. यीयेय्ये इ,,,,,,,,,,,,,और ना जाने क्या क्या।
मीता के लिए अब बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा था लेकिन मुझे उसे तड़फाने में मज़ा आ रहा था। आखिर मीता का सब्र का बाँध टूट गया और बोली,“मादरचोद चोदना हो तो अभी चोद दे, नहीं तो तेरे लंड को खा जाउंगी !”
मैं भी यही चाहता था कि मीता मुझ से मिन्नतें करे भीख मांगे …… लेकिन फिर भी उससे भीख ना मिले. इसके पीछे भी एक कारण था वो में फिर कभी बताऊंगा |
फिर मैंने धीरे से उसकी चूत पर लंड टिकाया और एक ही बार में पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया, जिससे वो तड़प उठी और जोर जोर से चिल्लाने लगी। मौके की नजाकत को समझते हुए मोनिका ने फिर से उसका मुंह अपने मुंह से बंद कर लिया और आवाज वहीं दब गई।
मैं भी नहीं रुका और शॉट पर शॉट मारता गया- १,२,३,४,…………….२४,२५, तब मैं कहीं रुका और मीता की चूत को देखने लगा। उसकी चूत में से खून निकल रहा था और मीता की आँखों से पानी। लेकिन वो कुछ बोल नहीं पा रही थी।
अब मेरा बदला पूरा हो गया था इसलिए मैं १० मिनट के लिए रुक गया और मीता का इंतजार करने लगा कि वो कब अपनी गांड हिलाती है। लेकिन इसके लिए मुझे ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा ५ मिनट में ही वो अपने चूतड़ हिलाने लगी। मैं भी अब बड़े प्यार से लंड आगे पीछे करने लगा था। जिससे उसकी चीखें सिसकारी में बदल गई।
अब नज़ारा देखने और सुनने लायक था- मेरा लंड मीता की चूत को चोद रहा है और मीता मोनिका की चूत को चाट रही है और मोनिका मेरे होंठ चूस रही है किस कर रही है।
मीता की चूत अब काफी गीली हो गई थी इसलिए पूरे कमरे में फच फच …….फच की आवाजें आ रही थी और मेरा लंड बार बार फिसल रहा था।
मैंने तौलिये से उसकी चूत को साफ़ किया और लंड फिर अन्दर डाल दिया। अब मज़ा आ रहा था। धीरे धीरे लंड चूत में जाता और बाहर निकल आता ! मीता भी सिसकारी ले रही थी और गाली दे रही थी,“फाड़ ! फाड़ दे मेरे बालम ! मेरी चूत को फाड़ दे ! बहुत परेशान किया है इसने ४ महीने से ! आज इसकी गर्मी हो शान्त कर दे मेरे राजाआआ………… हम्म्मम्म्म्म ….. आआह्ह ह्ह्ह्हन्न्न्न्न्न्न फक्क मी फक्क या………… याआआआआ ……..गुड ,,,,,,,,” और ना जाने क्या क्या “मदरचोद अब कितनी देर तक चूत ही चोदेगा गांड भी मार ले लगे हाथ !”
मैंने कहा,“अभी नहीं ! पहले चूत का और लंड का मिलन तो होने दो सही से !”
और मैं फिर से चोदने लगा। बस अब दिल्ली दूर नहीं थी और मीता का पानी दूसरी बार निकल गया और साथ ही मेरा भी। मैं मीता के स्तनों पर ही मुंह रख कर लेट गया और चूसने लगा।
करीब १० मिनट बाद मैं उठा और कपड़े पहनने लगा तो मोनिका ने कपड़े छीनते हुए कहा,“कहाँ जा रहे हैं? आग लगा कर मेरी चूत कौन, तुम्हारा बाप आकर मारेगा या मेरा बाप !”
तो मैंने किस करते हुए कहा,“कहां जानेमन ! १० मिनट में आ रहा हूँ।”
क्योंकि अब मुझे ड्रिंक करने की जरुरत थी, इसके बिना अब और नहीं चोद सकता था इसलिए मोनिका के हैंडबैग में से ५०० रु. निकाल कर मैं विस्की लेने चला गया और आकर देखा तो वो दोनों अभी भी बिना कपड़ों के ही थी।
मैंने झट से अपने कपड़े उतार दिए। मीता मुझसे लिपट गई और मुझे किस करने लगी। लेकिन मुझे अभी कुछ अच्छा नही लग रहा था इसलिए उसकी गांड पर लात मार कर एक तरफ कर दिया।
इतने में मोनिका ३ ग्लास ले कर आ चुकी थी। मैं मोनिका और मीता के लिए बीयर लाया था जो उन लोगों ने अपने ग्लास में डाल ली और मेरा भी पैग बना दिया।
हम तीनों नंगे ही ड्रिंक करने लगे। मैंने जल्दी जल्दी ३-४ पैग डाले और मीता को ज़मीन पर ही पटक दिया और टाँगें चौड़ी करके एक बार में ही पूरा लंड अंदर कर दिया। इससे पहले कि वो चिल्लाना शुरू करे, मैं उसे किस करने लगा और चोदने लगा।
करीब १० मिनट तक मैं मीता को ऐसे ही चोदता रहा। उसके बाद उसको ज़मीन पर ही कुतिया बनाया और पीछे से चोदने लगा। ५-७ मिनट चोद कर देखा तो मीता की चूत डबल रोटी की तरह फूल गई थी। लेकिन मुझे उस पर बिलकुल भी रहम नहीं था। अब तक वो ३ बार झड़ चुकी थी और मेरा भी समय आ गया। मैंने अपना लंड निकाल कर उसके मुंह में डाल दिया और उसका मुंह चोदने लगा।
यह सब चल ही रहा था कि मोनिका उठी और मीता की टाँगे चौड़ी कर उसकी गांड का छेद खोलने में लग गई। ३-४ लम्बे शॉट के बाद मैं भी मीता के मुँह में झड़ गया और हट गया।
करीब ३० मिनट के बाद मीता के मुंह से आवाज निकली, उसने मुझ से कहा,“जब मैं पूरी तरह से तुम्हारी हो चुकी हूँ तो इतनी बेरहमी से क्यूँ चोद रहे हो ?????”
मैंने पूरी दम से खींच कर उसके गाल पर चांटा मारा और कहा- मीता डार्लिंग ! अब कुछ याद आया?
वो समझ चुकी थी आखिर क्यूँ मैं कुत्ते तरह उसे चोद रहा था।
फिर उठ कर मेरा लंड मुँह में लिया और चाटते हुए बोली,“सॉरी जो हुआ उसे भूल जाओ !”
उसके बाद मैंने मीता की गांड भी मारी और मोनिका को भी चोदा। लेकिन ये सब अगली कहानी में ! पहले आप इसको पढ़ो, मज़े लो और बताओ कैसी लगी कहानी ! यानी मेरी आप- बीती !
भाईयो और चूतो ! इसे कोरी बकवास मत समझना ! यह बिलकुल सच्ची कहानी है !
और अभी तो मुझे यह भी बताना भी है कि आखिर मीता ने किया क्या था?
उसके लिए अंतर्वासना में आते रहिये ! बहुत जल्द आगे का भाग भी आपके सामने आएगा।
मुझे मेल करना ना भूलें :
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