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नमस्कार दोस्तो, मैं टोनी सोनीपत हरियाणा से एक बार फिर मेरी एक नई सच्ची कहानी लेकर आप लोगों के सामने हाजिर हूँ। मेरी पिछली कहानी चाची की कामवासना और सेक्स गर्लफ्रैंड की सील तोड़ी उसके घर पर को भरपूर प्यार देने के लिए आप लोगों का बहुत बहुत धन्यवाद। तो ज्यादा वक्त न लेते हुए अपनी इस वाली कहानी पर आता हूँ।
हमारे घर के ही पास मेरे बचपन के दोस्त रवि का घर है। आपको बता दूं कि रवि और मैं एक ही उम्र के हैं, बचपन से ही बहुत खास दोस्त हैं। साथ खेले, साथ पढ़ाई की या यूं कहें कि उनके और हमारे घर के पारिवारिक रिश्ते बन गए हैं। रवि के घर में रवि, उसकी माँ, उसके पापा और उससे 2 साल छोटी एक बहन है ऋजु, बहुत ही खुशमिजाज, हंसमुख, सरल और सुंदर। ऋजु जो कि अभी SSC की तैयारी कर रही है उसका रिश्ता पक्का हो चुका है और आगे सर्दियों में उसकी शादी है।
बात करीब 1 महीने पुरानी है, एक दिन ऋजु करीब 2-3 बजे अपना लैपटॉप लेकर हमारे घर आई औऱ मुझसे बोली कि उसको ssc ऑनलाइन एग्जाम देने हैं तो मैं उसके लिए ऑनलाइन एग्जाम पेपर किसी वेबसाइट से खरीद दूं। चूंकि मैं उस वक़्त फ्री ही था तो मैं उसका लैपटॉप लेकर बैठ गया और वो भी मेरे पास ही बैठ गई। घर पर उस वक़्त मैं और मेरी माँ ही थे, क्योंकि पापा सरकारी नौकरी पर हैं तो शाम को घर आते हैं और छोटा भाई दिल्ली रह कर सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा है। मेरी माँ दूसरे कमरे में लेटी हुई थी।
मैंने एक वेबसाइट से उसके लिए ऑनलाइन पेपर खरीद दिए और उसको एग्जाम देने का पूरा तरीका बता दिया। फिर उसने मुझे बताया कि उसके लैपटॉप में ब्राउज़र बहुत धीरे धीरे काम करता है तो मैंने कहा कि हिस्ट्री डिलीट करके देखते हैं तो उसने हाँ कर दी। जैसे ही मैंने उसकी ब्राउज़र हिस्ट्री खोली तो मेरी आँखें फ़टी की फटी रह गयी। ना जाने कितनी ही पोर्न वेबसाइट्स खोल रखी थी उसने, अन्तर्वासना भी उनमें से एक थी। उसने भी मुझे देख लिया। ऋजु जिसको में इतनी अच्छी और संस्कारी लड़की समझता था, वो भी ये सब देखती है, सोचकर हैरान था मैं।
मैं बोला- ये सब क्या है? ये सब देखती है क्या तू लैपटॉप पर? वो थोड़ी घबराई और मुझसे कहने लगी कि मैं ये सब बातें रवि को न बताऊँ और बहुत रिक्वेस्ट करने लगी। फिर मैंने उसको दिलासा देते हुए कहा- कोई बात नहीं, ये सब नार्मल है। मैं समझ सकता हूँ। मैं किसी को नहीं बताऊंगा। फिर मैंने उससे पूछा- अन्तर्वासना कब से पढ़ रही हो? तो उसने बताया कि 1 साल से वो इस पर कहानियां पढ़ रही है।
मैंने उसको फिर मेरी लिखी हुई पहली कहानी के बारे में बताया और उसे ढूंढकर दे दी और कहा कि इसे पढ़कर इस पर अपनी राय जरूर दे। उसने कहा- जरूर! और अपना लैपटॉप उठाकर हंसती हुई वहां से चली गयी।
मैंने पहले कभी ऋजु के बारे में कभी गलत नहीं सोचा था लेकिन न जाने क्यों रह रहकर मुझे बस ये ही बातें याद आ रही थी और मेरा मन उसको चोदने का होने लगा।
उसी रात को ऋजु का मेरे व्हाट्सएप्प पर मैसेज आया- लाजवाब कहानी है! मुझे नहीं पता था कि तुम इतने छुपे रूस्तम हो। मैंने भी तभी रिप्लाई किया- पता तो मुझे भी नहीं था कि तुम भी अन्तर्वासना पढ़ती हो। हमारे बीच शर्म वाली दूरी अब खत्म हो रही थी।
मैंने उससे पूछा- कभी किसी के साथ सेक्स किया है? तो उसने बताया कि कॉलेज में उसका एक बॉयफ्रेंड था, उसके साथ किया था।
फिर उसने बताया कि उसका सेक्स करने का बहुत मन करता है इसलिए पोर्न और अन्तर्वासना पर कहानी पढ़ कर ही काम चला लेती है। मैंने मौके की नजाकत को समझते हुए कहा- मेरे साथ सेक्स करोगी? उसका रिप्लाई आया- अगर किसी को पता चल गया तो? मैंने कहा- कैसे पता चलेगा, ना तुम किसी को बताओगी और ना ही मैं … ना ही किसी को शक होगा। उसने कहा- सोचकर बताती हूँ। मैं समझ चुका था कि लोहा पूरा गर्म है।
अगले दिन उसका फिर मैसेज आया कि वो तैयार है लेकिन करेंगे कहाँ? तो मैंने कहा- वो सब मैं देख लूंगा. इस तरह ऋजु मुझसे चुदने के लिए तैयार हो गयी। और मैं सही मौके की तलाश करने लगा।
और जल्दी ही मुझे मौका मिल गया। हमारी रिश्तेदारी में किसी बुजुर्ग की मौत हो गयी थी, तो 4-5 दिन बाद उसकी तेरहवीं थी। एक दिन शाम को मेरी माँ ने बताया कि कल वो उसकी तेरहवीं में जाएंगी. यह सुनते ही मेरी आँखें चमक उठी और मुझे मौका मिल गया। मैंने रात को ऋजु को व्हाट्सएप्प पर मैसेज करके बता दिया कि कल मां बाहर जा रही है, तो तुम काम का बहाना कर हमारे घर आ जाना और वो भी तैयार हो गयी।
क्योंकि हमारे आपस में बहुत अच्छे सम्बन्ध हैं तो ऐसे आने को लेकर कोई समस्या नहीं थी। अगली सुबह माँ ने उठकर मेरे लिए खाना बनाया और घर का काम किया और करीब 9 बजे मेरी चाची और ताई के साथ घर से चले गए। उनके घर से जाते ही मैंने ऋजु को आने के लिए मैसेज कर दिया।
करीब आधे घण्टे बाद ऋजु अपना लैपटॉप लेकर मेरे घर आई। उसको देखते ही मेरे अंदर का शैतान जो कि बहुत दिनों से उसकी चुदाई के सपने देख रहा था जाग उठा लेकिन मैंने ज्यादा जल्दबाजी करना ठीक नहीं समझा।
अब मेरे घर और बस मैं और ऋजु दोनों ही थे। हम दोनों मेरे कमरे में आकर बैठ गए और बातें करने लगे। मैंने ऋजु से पूछा कि वो घर क्या कहकर आई तो उसने बताया कि वो अपनी माँ को मुझसे कुछ सवाल सीखने के लिए आई है।
उसके बाद मैं और ऋजु एक दूसरे को देखने लगे। ऋजु ने टी-शर्ट औऱ लोअर डाल रखा था।
अब आपको मैं ऋजु के बारे में थोड़ा बता दूँ. उसकी हाइट करीब 5’4″, बिल्कुल सोने जैसा रंग और फिगर भरीपूरी यही कोई 32-30-36 का होगा। अब ऋजु को देख मैं अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पा रहा था और मैंने आगे बढ़कर अपना हाथ ऋजु के हाथ पर रख दिया। वो नीचे नजर करके मन्द मन्द मुस्कुराने लगी.
फिर मैं ऋजु की तारीफ करते हुए उसके बालों से खेलने लगा। अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था तो मैंने ऋजु को अपनी बांहों में भर लिया और उसके रसीले होठों पर चूमने लगा। मेरा किस शुरू करते ही ऋजु ने मुझे जोर से अपनी बांहों में जकड़ लिया और मुझे जोर जोर से चूमने लगी। ऐसा लग रहा था मानो कितने ही सालों से सेक्स की प्यासी थी। किस करते करते हम बेड पर लेट गए। तुरन्त ही मैंने ऋजु की टी-शर्ट और लोअर निकाल दी। उसने भी तुरन्त मेरे कपड़े निकाल दिए। मेरे सामने देसी हरयाणवी लड़की ऋजु का गदराया जवान हुस्न अब बस ब्रा और पैंटी में था। अब मैं उसको चूमते हुए उसकी चुचियों तक आया और उसकी ब्रा भी निकाल दी। अब मैं उसके मुलायम दूध जैसे गोरे चूचे चूस रहा था और एक हाथ मैंने उसकी पैंटी में डाल दिया। लग रहा था जैसे ऋजु अभी चुत के बाल साफ करके आई है, बिल्कुल मक्खन की तरह मुलायम चुत थी उसकी!
मैं ऋजु की चूत सहला रहा था तो ऋजु के मुँह से आह … म्मम … की आवाज़ें निकल रही थी। उसके चूचों को जी भर कर रगड़ने और चूसने के बाद मैं उसकी नर्म जांघों को चाटने लगा और उसकी पैंटी भी निकाल दी। उसकी देसी चुत को देखकर मेरी आँखें बिल्कुल फ़टी की फटी रह गई। बिल्कुल दूध के जैसी गोरी और एकदम चिकनी चुत। मैंने आज तक कई लड़कियों और औरतों के साथ सेक्स किया है लेकिन ऋजु की चूत जैसी मैंने आज तक नहीं देखी थी।
उसकी चुत देखते ही मुझसे रहा नहीं गया और मैं उसकी चुत पर टूट पड़ा और अपने होंठ उसकी चुत के होठों पर रख दिये। मैं उसकी चिकनी चुत को चाटते हुए अपनी जीभ से उसकी चुत चुदाई करने लगा। ऋजु भी अब एकदम पूरी तरह वासना, सेक्स से भर चुकी थी. उसने अपने दोनों हाथों से मेरा मुँह उसकी चुत पर दबा दिया और कुछ ही देर बाद उसकी चुत ने गाढ़ा नमकीन रस छोड़ दिया जिसको मैं सारा का सारा पी गया।
मैं अब भी उसकी चुत चाट रहा था। कुछ ही देर में वो छटपटाने लगी औऱ तड़पने लगी। फिर मैं खड़ा होकर अपना लण्ड उसके मुंह के पास लेकर गया और वो मेरा इरादा भाम्प गयी। उसने एकदम से मेरा 6″ लम्बा और 3″ मोटा लण्ड अपने मुख में भर लिया और उसको जोर जोर से अपने अंदर तक ले जाकर चूसने लगी।
उसको इस तरह लण्ड चूसते देख मैं समझ गया कि इसने पहले भी कई बार लण्ड चूसा है। थोड़ी देर बाद लण्ड चुसाने के बाद मैं अब उसको चोदने के बिल्कुल पूरा मूड में आ गया था। मैंने अपने जिगरी दोस्त की बहन ऋजु को सीधा लेटाया औऱ अपना मोटा लण्ड उसकी चुत की फांकों पर रखा और एक ही झटके में सारा लण्ड उसकी चुत के अंदर पेल दिया।
लण्ड अंदर जाते ही ऋजु चीखने लगी तो मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिये और उसे चूमने लगा। कुछ देर बाद ऋजु के नॉर्मल होने पर मैंने धक्के मारने शुरू कर दिए। ऋजु भी अपनी गांड उठा उठाकर मेरा साथ दे रही थी।
थोड़ी देर बाद मैंने उस चुदासी लड़की को घोड़ी बनाया और पीछे से अपना पूरा लण्ड उसकी चुत में डाल दिया। ऋजु को भी बहुत मजा आ रहा था और वो भी मेरा भरपूर साथ दे रही थी। 5 मिनट की जोरदार चुदाई के बाद मैंने अपना सारा माल उसकी चुत में छोड़ दिया और वो भी निढाल होकर बेड पर गिर पड़ी और मैं मेरा लण्ड उसकी चुत में डाले डाले ही उसके ऊपर लेट गया और उसको चूमने लगा। 2 मिनट बाद हम एक दूसरे से अलग हुए और थोड़ी देर बेड पर ही लेटे रहे।
फिर ऋजु हम दोनों के लिए दूध ले आयी। हमने दूध पीया। 10 मिनट बाद ही हमारा फिर से मूड बन गया और हमने फिर से जबरदस्त चुदाई की।
थोड़ी देर बाद ऋजु की मम्मी का फोन आ गया और ऋजु को घर लौट आने को कहा। हमने कपड़े पहने और ऋजु मुझे एक लंबी किस देकर घर चली गयी। अब जब भी हमें मौका मिलता है हम ये खेल खेलते हैं। ऋजु अब अक्सर मुझसे कहती है कि शादी के बाद पहला बच्चा उसे मेरा ही चाहिये।
तो दोस्तो, यह थी मेरी और ऋजु की चुदाई की कहानी। आप लोगों को कैसी लगी, मुझे मेल करके जरूर बताइएगा। मेरी ईमेल है- [email protected] धन्यवाद आपका दोस्त टोनी, सोनीपत हरियाणा।
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