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नमस्कार दोस्तो, अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर आपका स्वागत है. मैं अमित, उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ. वैसे तो मैं उत्तर प्रदेश का हूँ लेकिन जमशेदपुर में रहकर नौकरी कर रहा था. पहले मैं अपने बारे में बता दूँ. मैं 5 फीट 7 इंच का हूँ और मेरा लंड 6.5″ लंबा और 3.5″ मोटा है.
यह कहानी बहुत पहले की है, जब मेरी नई नई जॉब लगी थी. मैंने एक गर्लफ्रेंड बनाई. उसका नाम खुशबू था. उसकी उम्र उस समय 21 साल की थी. उसका 30-28-30 का फड़कता फिगर और 5 फुट 2 इंच की हाइट थी. बस यूं समझिए कि एकदम ताजा गुलाब था. अभी अभी जवान अभी हुई थी.
हम साथ में घूमने जाते, पसंद न पसंद की बातें करते और मूवी देखने जाते. हमारी दोस्ती इससे ज़्यादा आगे न बढ़ सकी थी, हमने कुछ भी नहीं किया था.
फिर जब मेरी गर्लफ्रेंड को लंड देखने की इच्छा हुई और मैंने उसकी इच्छा कैसे पूरी की.. इसी घटना को मैंने कहानी के रूप में लिखने की कोशिश की है. मुझे उम्मीद है कि आप सभी को पसंद आएगी.
वैसे तो यह मेरी पहली चुदाई की कहानी है लेकिन अन्तर्वासना पर कहानी पढ़ना और मुठ मारना मेरा शगल रहा है. दोस्तों की संगत में मैं काफी पहले से ही मुठ मार रहा हूँ और पॉर्न देखना भी शुरू कर दिया था, जिसके प्रताप से मेरा लौड़ा काफी बड़ा हो गया है.
बात तब की है, जब मैंने अपनी गर्लफ्रेंड से सेक्स की बात करना शुरू की. शुरू शुरू में तो वो मज़ा नहीं ले रही थी या संकोच कर रही थी. लेकिन बाद में वो मुझसे खुल कर सेक्स की बात करने लगी. हम घंटों सेक्स की बातें करते रहते थे कि कैसे अपने प्राइवेट पार्ट को छूने से मज़ा आता है. वो बताती थी कि उसकी सहेली अपने बॉयफ्रेंड से कैसे मज़ा लेती है. उसका बॉयफ्रेंड कैसे उससे सेक्स करता है.
लड़कियों को सेक्स की बात करने में शुरू में बहुत झिझक होती है लेकिन अगर वो बात करना स्टार्ट कर दें, तो बहुत खुल कर बात करती हैं. यही मेरी गर्लफ्रेंड के साथ हुआ. वो मुझसे खुल कर सेक्स की बात करने लगी उसे और मुझे ऐसी बात करने में बहुत मज़ा आता था.
अब वो अपनी चूची और चूत की बात करने लगी कि जब वो गर्म हो जाती है तो कैसे अपनी चूत में उंगली करती है. उसने बताया कि उसको चूत के ऊपर उंगली करने से उसे मज़ा आता है. मैं उसकी बातों का भरपूर रस लेता रहता था.
वो बताती थी कि जब मैं उसके साथ सेक्स की बातें करता हूँ, तब वो कैसे गरम हो जाती है. उसने मुझे अपनी चूत और निप्पल का रंग साइज बताया. मैं बता दूँ, उसका रंग गोरा था. इसलिए उसकी निप्पल और चूत का रंग गुलाबी था.
वो मुझे बताती थी कि कैसे उसकी सहेली ने अपने बॉयफ्रेंड से सेक्स किया, उसकी सहेली का बॉयफ्रेंड उसकी चुत को चाटता था.. तब उसे बड़ा मज़ा आता था.
मैंने समझ लिया कि ये अब मुझसे कुछ चाहने लगी है लेकिन मैंने उसको और ज्यादा खुले का समय दिया.
एक दिन उसने कहा कि पता नहीं कैसे वो लड़का मेरी फ्रेंड की चुत को चाटता है. मैं सुन कर चुप रह गया. दो दिन बाद उसने फिर से कहा कि यार चुत तो गंदी होती है, फिर भी वो कैसे उसकी फ्रेंड और उसका बॉयफ्रेंड एक साथ एक दूसरे की चुत और लंड चाटते होंगे.
मैंने उससे कहा कि अगर हम दोनों राजी हो सकते हैं तो ये मज़ा मैं भी तुम्हें दे सकता हूँ.
इस पर वो सोचने लगी और इधर उधर की बातें करने लगी.
फिर अगले दिन उसने मुझसे बात नहीं की, तो मैंने उसको फ़ोन किया. अब वो इधर उधर की बातें कर रही थी, लेकिन आज वो चुत चटाई की बात नहीं कर रही थी.
फिर मैंने उससे कल की चुसाई चटाई की बात के बारे में पूछा, तो वो कहने लगी कि हां मुझे भी तुमसे ये सब करना है, पर इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकती हूँ.
मैं समझ गया कि इसका मतलब यह है कि वो मेरा लंड अपनी चूत के अन्दर नहीं लेना चाहती है. उसे प्रेग्नेंट हो जाने का डर था. लेकिन उसे लंड देखने का मन था और अपनी चुत भी चुसवाना चाहती थी.
मैंने उससे कहा- अच्छा ठीक है. मैं तुमको अपना लंड दिखाऊंगा लेकिन तुम्हें भी अपनी चुत दिखानी होगी और हां मैं चूची भी पियूँगा.
इस पर वो राजी हो गई. लेकिन उसने फिर से चुदाई न करने की बात कही.
तो मैंने कहा कि ठीक है मैं नहीं चोदूँगा. इस पर वो मान गई. अब मैंने प्लान बनाना शुरू कर दिया कि कैसे उसकी चूत का रस पियूँगा और अपना लंड उसके हाथ में दूंगा और मेरा लंड किस करेगी. मुझे भरोसा था कि मैं उसे लंड चूसने के लिए राजी कर लूंगा.
अगले दिन जब हमारी बात हुई तो वो फिर से मना करने लगी. उसने कहा कि कैसे एक नंगी लड़की को देख कर कोई उसे नहीं चोदे बिना रह पाएगा. तुम मुझे जबरदस्ती चोद दोगे.
तब मैंने कहा कि चुदाई सिर्फ पानी निकालने के लिए की जाती है. तुम मेरा किसी तरह से पानी निकाल देना, तब मैं संतुष्ट होने के बाद नहीं चोदूँगा. इस पर वो कहने लगी कि वो कैसे मेरा पानी निकालेगी. मुझे लंड का पानी भी देखना है. उसने कहा कि हाथ से मेरा पानी निकलवा देगी.
मैंने ‘नहीं..’ कहा क्योंकि मेरा प्लान उसको लंड चुसवाने का था. भारतीय नारी जल्दी लंड को मुँह में नहीं लेती है, ये बात मैंने पढ़ी थी.
फिर आगे की प्लानिंग मैंने बनाई कि मेरे रूममेट जब आफिस चले जाएंगे तो रूम पर आ जाना. उधर ही हम मज़ा भी ले लेंगे और वो मेरे लंड देख लेगी.
वो राजी हो गई. हमने डेट फिक्स की और हम प्लानिंग बनाने लगे. हम दोनों ने अपने अपने पार्ट्स को साफ करने की बात का खूब प्लान बनाया, फिर उस दिन का इंतज़ार करने लगे.
फिर वो दिन आया. मैंने आफिस से छुट्टी ली और उसने कॉलेज बंक करके घर पर आने का मन बना लिया था.
बड़ी मुश्किल से रात कटी थी. रात को मैंने मुठ मारने की कोशिश करके लंड को शांत किया और लंड को सहलाते हुए कहा कि बेटा तसल्ली रख, कल से चुत के दीदार होंगे.
चूत के नाम पर लंड अकड़ गया तो मुझे मुठ मार कर लंड की अकड़न समाप्त करनी पड़ी. सुबह लंड के बाल साफ किये, उसकी तेल से मालिश की और फिर अच्छे से उसे साबुन से मल मल कर नहला कर साफ़ किया. बाद में मैंने नई अंडरवियर पहनी और उसका इंतज़ार करने लगा.
फिर मैंने उससे फोन लगा के पूछा कि आ रही हो न? उसने कहा- मुझे थोड़ा डर लग रहा है, अगर कोई देख लेगा तो क्या होगा? मैंने उसका डर कम किया और उससे कहा कि कोई नहीं देख सकेगा, तुम बस आ जाओ.
वो मान गई.. वो तैयार होकर कॉलेज के लिए निकली, लेकिन वो मेरे रूम पर आ गई. रास्ते में फ़ोन करके मेरे घर का डायरेक्शन ले लिया. कुछ देर बाद वो फ़ोन से बात करते हुए गेट पर आई और कहा कि मैं गेट पर हूँ. मैंने लपक कर जाकर गेट खोला वो झट से अन्दर आ गई. मैंने उसका वेलकम किया.
ये मेरे लिए भी पहली बार था कि कोई लड़की मेरे साथ अकेले रूम पर थी. मेरी हार्ट बीट बढ़ गई. मैंने उसे बैठने के लिए बोला और उसे पानी दिया. पहले मैंने पूछा- आने में प्रॉब्लम तो नहीं हुई? वो बोली- नहीं बस मुझे डर लग रहा है.. कोई देख न ले. मैंने कहा- मेरे रूम पर कोई नहीं आयेगा.
कुछ देर तक इधर उधर की बात की.. ताकि हम रिलैक्स हो जाएं. जब हम रिलैक्स हो गए तो मैं उसके पास जाकर चिपक कर बैठ गया. वो थोड़ा साइड में को हट गई. मैंने उसकी खूबसूरती की तारीफ की. वो खुश हो गई, फिर मैंने उसे अपना रूम दिखाने की बात की. दरअसल मैं जल्दी से उसकी चुत के दर्शन करना चाहता था.
उसने कहा- हां चलो दिखाओ.
मैंने उसे किचन दिखाया और फिर बेडरूम में ले गया. वो वहाँ बैठ गई. हम दोनों बेड के किनारे पर बैठ गए.
मैंने उसका हाथ पकड़ा और उससे कहा- शुरू करें? वो बोली- हम्म.. पर मुझे नहीं पता कैसे शुरू करना होता है. तब मैंने कहा- मैं तुम्हारे कपड़े उतारता हूँ, तुम मेरे उतारो.
उसने जीन्स टॉप पहना था. मैंने लोअर टी-शर्ट पहनी थी. तब उसने कहा- ठीक है.
मैंने शुरू किया, मैंने उसके टॉप को उतार दिया. मैं तो चुत पहले देखना चाहता था लेकिन टॉप को पहले उतारा. उसने मेरी टी-शर्ट उतारी. फिर उसको ब्रा में देख कर मेरा लंड तन गया. उसके चूचों का साइज 30बी था. बाद में मैंने उसकी जीन्स उतारी. वो ब्रा पैंटी में बड़ी मस्त लग रही थी. मेरे लिए ये कोई सपने से कम नहीं था. मैंने उसे देखा तो वो शरमा गई. तब मैंने उसे गले से लगा लिया.
क्या मज़ा मिल रहा था.. उसके गरम बदन से चिपक कर..
फिर कुछ देर बाद उसने मेरी लोअर उतार दी तो मेरा टेंट उसे दिखा, उसने कहा- नए अंडरगारमेंट्स पहने हैं?
उसने भी नई ब्रा पैंटी का सैट पहना था. मैंने भी उसे नए कपड़ों के लिए कॉम्प्लीमेन्ट दिया. फिर हमने किस किया और तय किया कि अब दोनों साथ में एक दूसरे के बचे हुए कपड़े उतारेंगे. मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया. ब्रा बड़ी टाईट थी, हुक खोलना कुछ मुश्किल था लेकिन खुल गया और उसकी ब्रा मम्मों पर लटक गई. उसने मेरी बनियान उतार दी और मैंने ब्रा को उतार दिया.
हाय क्या तने हुए चूचे थे.. मैं पहली बार किसी लड़की को ऐसे देख रहा था. फिर उसके मम्मों को ज्यादा न ताड़ते हुए मैंने उसकी पैंटी की ओर हाथ बढ़ाया और उसे नीचे कर दी.
फुल क्लीन शेव चुत देख कर मेरा लंड अन्दर और टाइट हो गया. नई अंडरवियर के कारण लंड बाहर को उतना नहीं उठ पाया था, पर उसने ये महसूस कर लिया था कि लंड फूल रहा है.
फिर जब उस ने मेरी अंडरवियर को धीमे से नीचे खींचा तो मेरा लंड स्प्रिंग की टेंशन की तरह उछल कर 90 डिग्री पर खड़ा हो गया. उसका मुँह ये देख कर खुला का खुला रह गया. मैंने अंडरवियर उतार दी. अब हम दोनों पूरे नंगे थे. उसके चेहरे पे बहुत उत्सुकता थी. उसके दिमाग में बहुत सवाल थे.
पहला सवाल उसने पूछा कि इतना बड़ा आइटम पैंट में अन्दर कैसे रहता है? इतना बड़ा मैं कैसे लूँगी? क्या सभी का इतना बड़ा होता है..? मैंने तो बच्चों का देखा है.. उनका तो बहुत छोटा होता है. ये इतना बड़ा कैसे हो गया है? मैंने उससे कहा कि तुम आराम से लंड को देखो.. मैं बेड पर लेट जाता हूं. तुम लंड को हाथ में लेकर देख लो.
वो मान गई.. पर मेरा मन उसकी बॉडी पर टिका था, वैसे भी मज़ा तो लंड को देने और चुत लेने दोनों में ही आता है.
मैं बेड पर लेट गया और वो मेरी टांगों के बीच में आकर मेरे लंड को देखने लगी. मैंने उसका हाथ पकड़ कर लंड पर रखा. सच में वो अहसास कितना मज़ेदार था.. उसके हाथ का गरम स्पर्श. मुझे लगा कि मेरा काम इतने में ही हो जाएगा. पर मैंने किसी तरह कंट्रोल किया. उसने हाथ में लेकर सभी सवाल फिर से पूछे.
मैंने कहा- ये नॉर्मली इतना बड़ा नहीं रहता है, ढीला रहता है. तभी पेंट में बंधा रहता है.
वो मेरे लंड को बड़े आश्चर्य से देख रही थी और उसे हिला कर जोर से पकड़ कर देख रही थी. मैंने लंड की स्किन जब नीचे की, तो उसकी आँखें खुली की खुली रह गईं. मेरे लंड का सुपारा उसे बहुत अच्छा लगा.
उसने पूछा- सूसू कैसे और कहां से निकलती है. बेबी को पैदा करने के लिए कौन सा छेद है और ये किधर होता है.
मैंने उससे मेरे लंड को किस करने को कहा, तो मना करने लगी. मैंने उससे लंड के पास में किस करने को कहा तो उस ने जोरदार किस किया. धीमे धीमे उसने लंड को भी किस कर दिया. उसे लगा मुझे पता नहीं चलेगा कि उसने लंड को किस किया है.
मुझे मज़ा आ रहा था. अब मैंने कहा मुझे उसकी चूत देखनी है.
तब वो लेट गई और मैं उसके पैरों के बीच में आ गया. क्या मस्त क्लीन शेव चुत थी. मैंने उसकी चूचियों को दोनों हाथ में भर लिया. वो दोनों कितने मुलायम मम्मे थे.
मैंने उन्हें प्यार से दबाया तो वो चिंहुक उठी. मैंने फिर उसकी चूत की ओर हाथ बढ़ाया. उसकी चूत पर उंगली रखी और ऊपर से उसे सहलाया तो वो फिर से चिंहुक उठी. मुझे मज़ा आ गया, मैंने उस की चूत की तारीफ़ की, मैं बोला- तुम्हारी बिल्कुल पोर्न मूवी टाइप एक्ट्रेस वाली बॉडी है.
वो खुश हो गई. मैंने देर न करते हुए उसकी चूत पर किस कर दिया, इसके लिए वो तैयार नहीं थी, पर उसे मज़ा आया, उसने कहा- बस किस ही करना.. और कुछ मत करना.
मैंने हाँ की और किस करना शुरू किया. उसकी आंखें बंद हो गईं तो मैंने एक हाथ से नीचे लंड को एडजस्ट किया और फिर उसके मम्मों पर हाथ ले गया.
इस तरह वो चूत और मम्मों, दोनों का मज़ा ले रही थी. इधर मेरे लंड का बुरा हाल था. उसकी चूत मुझे गीली महसूस हुई, पर मुझे लगा मेरे मुँह की लार से ये गीली हो गई है.
उसकी चूत का टेस्ट नमकीन था. तब मुझे लगा कि उसकी चूत ने ही कुछ छोड़ा है. वो ढीली भी पड़ गई थी. उसकी चूत का पानी निकलने पर वो शरमा गई लेकिन कुछ नहीं बोली.
मैंने भी कुछ नहीं पूछा. बस मज़ा लेता रहा. सच में पहली बार चुत के रस का टेस्ट लिया था, कितना एक्साइटिंग एक्सपीरियंस था.
उसके झड़ने के बाद भी मैं उसकी चूत में में लगा रहा. वो फिर से गरम हो रही थी और बुरी तरह से आवाज़ निकल रही थी. उसे ऐसे आवाज निकालने में शरम आ रही थी. फिर भी कंट्रोल नहीं कर पा रही थी.
फिर मैंने उससे कहा कि मेरे लंड को प्यार करो. वो बोली- कैसे करूँ.. तुम मेरा चूसना बंद मत करो.. मुझे मज़ा आ रहा है.
मैंने चुत की और चुसाई की.. फिर उसके निप्पल को मसलते हुए कहा- मेरे लंड को भी प्यार करो ना.
वो मान गई, पर बोली- तुम भी मुझे करते रहो. तब मैंने कहा- चलो 69 करते हैं. उसने पूछा- ये क्या होता है? मैंने कहा- मैं नीचे आ जाता हूं.. तुम मेरे ऊपर आकर मेरे मुँह पर चुत रखो और मेरे ऊपर लेट कर मेरे लंड को प्यार करो.
उसे ये तरीका मस्त लगा. वो तुरंत मेरे ऊपर आ गई. जब लड़की गर्म हो जाती है तो सेक्स के लिए किसी भी हद तक जा सकती है. उसने मेरे ऊपर आकर लंड को हाथ में लिया और लंड की स्किन ऊपर नीचे करने लगी. उसे पता था उसे लंड को चूसना है, पर उसे मन से चूसने की इच्छा नहीं हो रही थी.
मैंने देर न करते हुए उसकी चूत को चूसा. वो गरम हो गई, मैंने इस बार उसकी चुत के होंठों को मुँह में लेकर दांतों से खींच दिया. वो चिंहुक गई और उसने तुरंत मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूस दिया.
उसे पता नहीं चला कि उसने कब ये कर दिया. फिर मैंने उसकी चूत के लिप को उंगलियों से अलग करके एक उंगली चुत में अन्दर डाल दी और जीभ चुत के अन्दर डालने की कोशिश करने लगा. उसको उंगली से मज़ा आ रहा था, पर जीभ से नहीं. तब मैंने जीभ को चुत की फांकों के ऊपर ही फेरने का मन बनाया और उंगली अन्दर से नहीं निकाली. इस तरह से उसे डबल मज़ा आ रहा था.
इस बार उसने लंड को खूब ज़ोर से चूस लिया और मुँह ऊपर नीचे करने लगी. उसने बहुत शानदार लंड चुसाई की. इसके बाद उसने लंड मुँह से बाहर निकाल लिया. मैंने पूछा- मज़ा आ रहा है? तो उसने कहा- कुछ मत पूछो बस करते रहो.. जो कर रहे हो. मैंने कहा- तुम भी मेरा खूब ज़ोर से चूसो.
वो फिर से काम में जुट गई. मुझे उसका नर्म नाजुक बदन बहुत मस्त महसूस हो रहा था. वो थोड़ी गरम थी, उसकी चुत ज़्यादा ही गरम थी.. उसके चूचे मेरे पेट पर गर्मी दे रहे थे.
मैंने मन लगा कर चुत की चुसाई की, तो उसने फिर से पानी छोड़ दिया. वो इस बार बहुत बुरी तरह से झड़ी थी. इसी के साथ उसने मेरा लंड बाहर निकाल दिया.
इस बार उसकी चूत ने खूब पानी छोड़ा था, जिस कारण से मेरा मुँह पूरा गीला हो गया था. चुत से पानी की धार बह रही थी. इतनी गीली चुत को चोदने का मन हो गया.
मैंने कुछ दिमाग लगाया कि कुछ ऐसा हो कि ये खुद से चुद जाए.. पर वो झड़ चुकी थी तो उसका अभी मन नहीं था. अब मुझे पूरा करने की उसकी बारी थी.
उसने कहा- मेरा हो गया, तुम्हारा कब होगा? मैंने कहा- चुत में डालूँ तो जल्दी से हो जाएगा. पर वो न मानी.
मैंने कहा- तुम चूस दो.. इससे हो जाएगा. उसने कहा- पानी जब निकलने लगे, तब बता देना.. मैं पानी मुँह में नहीं लूँगी.. मुझे तुम्हारा पानी गिरते हुए भी देखना है.
मैंने ओके कहा और वो मेरे पैरों के बीच में आ कर जोर से लंड चूसने लगी. पता नहीं कहां से उसने ये सब सीखा था. वो बहुत प्यार से लंड की स्किन को मुँह से आगे पीछे करके चूस रही थी. मेरा लंड पूरा गीला था, कभी पूरा अन्दर कभी बाहर.. आह बड़ा मज़ा आ रहा था.
मैंने सोचा कि मुँह में इतना मज़ा है तो चुत में कितना होगा.. इसे आज चोद ही देता हूँ. आज छोड़ दिया तो कभी और हाथ नहीं आएगी. फिर सोचा कि वैसे भी चुत तो आज नहीं तो कल देगी ही.
ऐसा सोच कर मैंने कहा- क्या मैं तुम्हारी चुत पर रख लूँ. आज पता नहीं क्या हो गया था.. मेरा जल्दी नहीं निकल रहा है.. शायद बहुत बार रोकने के वजह से ही ऐसा हो रहा है.
दोस्तो, ये बात सही है कि अगर पानी निकालने के कुछ समय पहले रोक लो तो पानी बहुत देर में निकलता है.. ये शादी के बाद मुझे पता चला.
उसका मुँह थक चुका था, पर मेरा नहीं हो रहा था. अब वो कुछ भी करने के लिए तैयार थी, पर चुत नहीं देना चाह रही थी. उसने कहा- चुत के ऊपर बस रखना भर है.. अगर इससे तुम्हारा हो जाये तो मुझे खुशी होगी.
मैंने उसे लिटा दिया और उसके ऊपर आ गया. मैंने चुत के लिप खोल कर लंड को सैट किया, इससे वो डर गई. मुझे मज़ा आ रहा था. मैं पहली बार किसी नंगी लड़की पर ऐसे लेटा था.
मेरा लंड उसकी चुत की गर्मी को महसूस कर रहा था. बस एक धक्के से लंड अन्दर जा सकता था, पर उसके पैर नीचे थे. उसने अपना बचाव किया, अपने पैरों को कसके आपस में लपेट कर चुत को कस लिया. अब मैं क्या कर सकता था.
मैंने उसकी चुत की फांकों पर अपना लंड खूब रगड़ा. उसकी चुत से और उसके मुँह के पानी से लंड गीला हो चुका था, तो ज़्यादा रगड़ने से लंड ने वहीं उसकी चुत पर ही पानी छोड़ दिया.
मेरा काम हो गया था. लंड रस से उसे गीला और गरम सा लगा तो उसने पूछा क्यों क्या हुआ.. ये मेरे नीचे गर्म और गीला सा क्या है? मैंने कहा- मेरा हो गया.
इस पर उसने मेरे सिर पर हाथ फेरा और अपने से चिपका लिया. सच में पानी छोड़ने के बाद मैं जब उसके ऊपर पड़ा था, तो बहुत अच्छा फील कर रहा था.
उसने कहा- तुम बहुत अच्छे हो.. तुमने चुत में लंड नहीं डाल कर अपना प्रोमिस पूरा किया. उसको ये भरोसा था कि मैं चुत में डालूंगा तो वो कुछ नहीं कर पाएगी. इसलिए उसने कहा कि अब नेक्स्ट टाइम वो मुझे अपनी चुत में डालने देगी. मैंने सिर्फ उसको चूमा.
उसने मुझसे कहा- ये पक्का है कि तुम ही मेरी सील तोड़ोगे. तुम एक लड़की की फीलिंग समझते हो.
अचानक उसे याद आया कि उसे मेरा पानी देखना था, तो उसने मुझे अपने ऊपर से उतरने के लिए कहा. मैं उतर गया तो उसने देखा कुछ चिपचिपा सा चुत पर लगा था.
उसने पूछा- क्या ये तुम्हारा पानी है? मैंने उससे कहा- हां रस निकलते समय गाढ़ा होता है.. देर होने पर पतला हो गया है. तुम कहो तो फिर से निकल कर दिखाऊं.. तुम बस लंड चूस कर टाइट कर दो. उसने कहा- फिर कभी दिखाना.. आज मैं थक गई हूं. कुछ बाद के लिए बाकी रखो. ओके.. मैंने कहा- आज मज़ा आ गया.. तुम्हें मज़ा आया? उसने मेरे माथे को चूम कर कहा- मुझे भी बहुत मज़ा आया. अब चलो देर हो गई है.. मुझे जाना चाहिए.
वो उठी और बाथरूम में गई. वो डोर बंद करने लगी, तभी मैं भी अन्दर चला गया. वो एकदम से डर गई. मैंने कहा- मैंने तुम्हें गंदा किया है तो मैं ही साफ करूँगा.
वो न मानी पर मेरे ज़िद करने पर मान गई. मैंने पानी लेकर चुत को साफ किया. चूत साफ होने पर उसने कहा कि तुम भी अपना साफ़ कर लो. मैंने कहा- नहीं लंड पर हमारे प्यार का रस है.. उसे इसका स्वाद जितना लेना है, लेने दो.. कहीं मीठा खाने के बाद पानी पीना अच्छा लगता है? तो वो हँसने लगी. उसने कुछ नहीं कहा और बाहर जाने को कहा. मैंने पूछा- तुम क्या बाहर नहीं आओगी? वो बोली- यार, मुझे सुसु करनी है. मैंने कहा- मेरे सामने कर लो.
वो न मानी और मुझे बाहर भेज दिया और दरवाजा बंद कर दिया. बाहर मैं उसकी सुसु की तेज धार की आवाज़ सुन सकता था. उसने बहुत देर तक मूता.. फिर बाहर आ गई.
मैं ऐसे ही बाहर खड़ा लंड को छू रहा था उसने मेरे लटके लंड को देखा और हंस कर कहा- कितना छोटा हो गया है.. अब तो कहीं भी फिट हो जाएगा.
उसने मेरे लंड को उंगली से उठाया तो वो एक साइड में गिर गया. फिर उसने चहकते हुए कहा- मैंने एक शेर को चित्त कर दिया.
मैंने कुछ नहीं कहा, बस हंस दिया. हम दोनों ने किस की, फिर कपड़े पहने. मैंने उसे गिफ्ट दिया. उसने कहा कि ये किस लिए? मैंने उससे कहा- यादगार के लिए.. जब इसे देखोगी तब सब याद आ जाएगा कि कैसे लंड देखने के चक्कर में इतना मज़ा लिया. वो मेरी बात पर हंस पड़ी और उसने कहा- थैंक्स मज़ा आ गया.
मैंने पूछा- फिर कब आओगी? वो कुछ न बोली, बस ख़ुश थी. उसके चेहरे से सब साफ़ दिख रहा था कि वो जल्दी ही आएगी. मैंने कहा- घर जाकर फ़ोन करना कि पहुँच गई. उसने ओके कहा और मुस्कुरा कर चल दी.
दोस्तो ये मेरी सच्ची घटना है. पहली बार का अनुभव हमेशा याद रहता है. इस कहानी को लिखने के बाद मुझे मेरी गर्लफ्रेंड खुशबू की सब बातें फिर से याद आ गईं. आज वो किसी और से शादी करके खुश है और मैं किसी और से. अब मैं बंगलोर में रहता हूँ और वो कहीं और है.
इसके बाद उसके मिलने पर मैं आपको बताऊंगा कि कैसे उसने चुत चुदवाने का एक्सपीरियंस लेने का सोचा और मेरे पास आकर खूब चुदी.
आपको कहानी कैसी लगी, मेल करके बताइएगा. मेरी मेल आईडी है [email protected]
कहानी का अगला भाग: गर्लफ्रेंड की मेरे लंड से चुदने की इच्छा
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