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मेरी पोर्न कहानी के पिछले भाग ज़िम में तीन चूत और एक लंड-1 में आपने पढ़ा कि एकता और डॉली को मेरे लंड से चुदने की चुल्ल हो उठी थी. ने आपने पढ़ा कि पुलिस वाली दो सहेलियों ने मुझे अपने पास ही रख लिया था और मेरा इस्तेमाल चूत गांड चुदाई के लिए करती थी. एक बार उनकी एक और सहेली उनके घर आई कुछ दिन के लिए तो उन तीनों ने मेरी जवानी का भोग लगाना शुरू किया. अब आगे..
पन्द्रह मिनट तक लंड चुसवाने के बाद मैंने दोनों को उठाया और दोनों को आपस में किस में लगा कर उनकी कमर में हाथ डाल कर, उनके 36 साइज़ के चारों मम्मों को मसलते हुए चूसने लगा. इस तरह हम तीनों अपने काम में लगे हुए थे.
फिर कुछ देर बाद मैंने दोनों के नीचे की लैगीज को भी उनके शरीर से हटा दिया और उनके पास में रखी एक बेंच पर बैठा दिया. एकता को पीठ के बल लेटाया, फिर डॉली को एकता के ऊपर हिप्स टिकाने का बोला, जिससे दोनों की चुत पास आ गईं. डॉली हाथ के बल से थोड़ी झुकी हुई थी और डॉली के हिप्स एकता की चुत के कुछ ही ऊपर रखे हुए थे.
मैं नीचे झुका और दोनों की चुत पर हाथ फिराने लगा.. साथ ही उनकी क्लिट को कुतरने लगा. फिर दोनों की चुत पर ढेर सारा थूक लगा कर चुत चाटना चालू किया.
मैंने एकता की चुत से शुरू किया और अन्नू की चुत में उंगली गीली करके डालने लगा. दोनों उछलने लगीं.. नीचे से एकता डॉली के बूब्स दबाने लगी. मैं बारी बारी से दोनों की चुत चाट रहा था. जुबान को नुकीली बना कर चुत के अन्दर भी कर रहा था. दोनों मुझे इंग्लिश ने और हिंदी में गालियां दिए जा रही थीं.
‘ऊऊऊहह…. सक मी..’ ‘कम ऑन सक हार्ड..’ ‘आह.. सक माय पुसी..’ ‘आअह्ह्ह्ह.. याआआआअ.. बेबी सक डीपर..’
वे दोनों मेरा मुँह अपनी चुत में दबाये जा रही थीं. डॉली चिल्ला रही थी- भड़वे मादरचोद.. चाट जोर से..
दस मिनट की मेहनत के बाद पहले डॉली का पानी निकला. डॉली का हमेशा ज्यादा ही पानी निकलता है, जो डॉली की चुत से होते हुए हिप्स पर होते हुए एकता की चूत पर आ गया.
फिर एकता का भी छूट गया. मैंने दोनों का रस चाट कर साफ कर दिया, दोनों का एकदम टेस्टी पानी था. फिर दोनों को उठा के साथ में किस करने लगा. दोनों को खींच कर एक पतली लम्बी बेंच के करीब लाया. उस पर एक तौलिया बिछा कर पहले मैं पीठ के बल लेटा और डॉली को अपने मुँह के पास खींचा. एकता को मेरे लंड पर बैठने का बोला. दोनों बेंच के दोनों तरफ पैर करके अपने काम पर लगने लगीं.
डॉली की चुत मेरे मुँह के ऊपर थी, मैं अपने काम पर लग गया. एकता ने मुँह से थूक निकाल के लंड को अच्छा चिकना किया और चुत पर लंड सैट करने लगी. डॉली ने भी एकता की हेल्प की. उसने लंड को पकड़ कर एकता की चुत के पास को किया. उसे लंड पर बैठने का बोला. एकता ने एक लम्बी साँस ले कर दो झटकों में मेरे पूरे आठ इंच के लंड को अपनी चुत के अन्दर निगल लिया और ऊपर नीचे होने लगी. मैं भी डॉली की चुत और गांड पर चूसना चालू रखे हुआ था. डॉली गांड उचका उचका के मजे ले रही थी और एकता लंड की सवारी का मजा ले रही थी. उन दोनों के हाथ मेरे सीने पर थे और ऊपर एक दूसरे के बूब्स दबाना और किस करे जा रही थीं.
अचानक एकता ने स्पीड बढ़ा दी और अब वो जोर जोर से लंड के ऊपर कूद रही थी. मैं भी डॉली की चुत में उंगली अन्दर बाहर कर रहा था और उसकी गांड को जुबान से चाट रहा था.
थोड़ी देर में एकता का पानी निकलने लगा और मेरे लंड से होते हुए मेरी गोटियों को भी गीला करने लगा. एकता रुक गई और डॉली उसे किस करने लगी. मैंने भी स्पीड बढ़ा दी और इसका नतीजा ये हुआ कि डॉली ने भी मेरे मुँह पर अपना गाढ़ा पानी निकाल दिया, जिसे मैं बड़े मजे से चाट गया.
फिर दोनों को अपने ऊपर से हटा कर डॉली को बेंच पर पीठ के बल लिटा दिया. एकता को डॉली के मुँह पर आगे की तरफ झुक के घोड़ी स्टाइल में होने का कहा और मैं डॉली की मोटी मोटी जांघें ऊपर उठा कर फैलाने लगा.
अब मैं अपने आठ इंच के लंड को डॉली की चुत की क्लिट पर घिसने लगा. डॉली एकता की चुत चाटना चालू कर चुकी थी और मादक अंदाज में गालियां देते हुए बोलने लगी थी- डाल मादरचोद अन्दर.. क्यों तड़पा रहा है..
उसकी गाली सुनकर मैंने एक धक्का लगा कर आधा लंड उसकी चुत में डाल दिया. डॉली ने एक लम्बी सिसकारी ली और फिर एकता की चुत में मुँह डालने लगी. मैंने एक और धक्के के साथ पूरा लंड अन्दर डाल दिया और फिर अन्दर बाहर करने लगा. इसके साथ ही झुक कर एकता की गांड को भी चाटने लगा. डॉली और मेरे चाटने की वज़ह से एकता की कमर चलने लगी.
वो मुझे और डॉली को गालियां देने लगी- सालों जोर से चाटो कुत्तों.. पूरा रस निकाल लो इस मादरचोद चुत का.. आह..
मैं डॉली की चुत का भुर्ता बनाने में लगा हुआ था. डॉली को पता था कि मैं जिस भी जगह चाटता हूँ, उसे अपने लंड से बजाता भी हूँ. इसलिए डॉली ये समझ चुकी थी कि अब एकता की गांड की भी बारी है.
मैंने स्पीड तेज कर दी और दस मिनट में डॉली का फिर से पानी निकल गया. मैंने लंड को बाहर निकाल कर डॉली के चुत के रस में सराबोर कर लिया और दोनों को उठा कर उनका मुँह लंड के सामने कर दिया. दोनों लंड को अपनी जुबान निकाल कर आइसक्रीम की तरह चाटने लगीं. मैं झुक कर अपने लंड को देख रहा था.
पांच मिनट की लंड चुसाई के बाद मैंने कहा- एकता की गांड बड़ी मस्त है.. आज तो मैं गांड लेकर ही रहूँगा. एकता झट से घबराते हुए बोली- अरे नहीं यार.. गांड में लंड लिए हुए बहुत दिन हो गए.. और ये तो मूसल है साला मादरचोद थक भी नहीं रहा है. ये सुन कर डॉली हंसने लगी और बोली- इसलिए तो हम इसे छोड़ते नहीं हैं. एकता भी मेरी तरह निरीह भाव से देखने लगी तो डॉली ने कहा- अरे मैं हूँ ना हेल्प के लिए.
मैं भी एकता को झुक के किस करने लगा और डॉली एकता की गांड पर हाथ फेरने लगी. फिर दोनों ऊपर उठीं, मैंने एकता को बेंच पर पीठ के बल लेटने का बोला और डॉली को उसकी गांड चाटने का बोला.
डॉली ने ढेर सारा थूक लगा कर गांड में एक उंगली अन्दर बाहर करने लगी. मैं एकता के मम्मों को चूसने लगा और एक हाथ से उसकी चुत की क्लिट को कुरेदने लगा. एकता फिर से तड़पने लगी.
डॉली धीरे धीरे दो, फिर तीन उंगलियों को एकता की गांड में अन्दर बाहर करने लगी. थोड़ी देर तक ये चलता रहा.
फिर मैंने डॉली की तरफ देखा और आँख मारी. अचानक मैंने एकता को उठा दिया और खुद पीठ के बल बेंच पर लेट गया. मैं बेंच के लास्ट सिरे पर अपने हिप्स टिका कर लेटा था. डॉली ने मेरे लंड को बहुत सारा थूक लगा कर गीला किया और एकता को इशारा किया. डॉली ने लंड को पकड़ रखा था और एकता को लंड के ऊपर आने का बोला और एकता की गांड पर मेरे लंड को सैट करने लगी.
एक दो बार फिसलने के बाद लंड का टोपा गांड में जाने में सफल रहा. एकता ने जोर से ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ की आवाज़ निकाली और बोली- बहुत दिनों बाद एक कड़क लंड गांड में गया है.. साले धीरे से मारना कुत्तों.. मेरी एक ही गांड है भोसड़ी के मेरी गांड फाड़ोगे क्या?
एकता ये बोलती हुई गालियां निकालने लगी और जोर जोर से गुर्राने लगी. एकता ने दोनों हाथ पीछे करके मेरे सीने पर रखे हुए थे, अब वो धीरे धीरे ऊपर नीचे होने लगी. डॉली भी उठ कर एकता को किस करने लगी और एकता के हिप्स पकड़ कर ऊपर नीचे करने लगी.
मैं अपने हाथों से एकता के एक चूचे की निप्पल को उमेठ रहा था, जिससे उसकी चुदास भड़क रही थी. कुछ देर बाद डॉली ने एकता के हिप्स को पकड़ा और ज्यादा जोर से लंड पर ऊपर नीचे करने लगी, जिससे लंड अब एकता की गांड में करीब 6 इंच तक अन्दर बाहर होने लगा था.
अब एकता को भी अच्छा लगने लगा और अब वो खुद ही लंड ऊपर नीचे होते हुए पूरा लवड़ा अन्दर बाहर लेने लगी.
डॉली नीचे झुक कर एकता की चुत को चाटने लगी और मेरी गोटियों के साथ भी खेलने लगी.
एकता अब स्पीड से ऊपर नीचे होने लगी थी और उसकी चुत से रस बहने लगा था, जो उसकी गांड तक और लंड पर पता चल रहा था. एकता की चुत के रस से लंड को चिकनाहट मिल रही थी और लंड चिकना होकर गांड में चमक रहा था.
तभी डॉली ने मेरे दोनों पैर थोड़े ऊपर उठाए और अपनी जुबान मेरे गांड के छेद पर फिराने लगी. मैं समझ गया कि डॉली को भी गांड में लंड लेना है. वो मेरी गांड पर थूक थूक कर उसमें उंगली करने लगी. इधर एकता पूरा आठ इंच का अपनी गांड की टाईट घाटी में लेने में लगी हुई थी. मैं तो होश में नहीं था करीब दस मिनट से ज्यादा की एकता की गांड चुदाई के बाद मैंने उसे ऊपर से हटाया और डॉली को बेंच पर लेटा दिया. इसके बाद मैंने एकता को डॉली के ऊपर घोड़ी जैसा बनने का बोला और डॉली की गांड पर झुक कर बहुत सारा थूक लगा दिया. साथ ही मैंने अपने लंड पर भी थूक लगाया.
इतने में मैंने देखा कि वे दोनों आपस में किस करने में लगी हुई थीं. दोनों के 36 इंच के चूचे भी आपस में चिपके हुए थे.
फिर मैंने डॉली की गांड में अपने लंड को सैट किया. लंड डॉली की गांड में उतरता चला गया. एक बार में ही चार इंच से ज्यादा घुस गया था. फिर एक और झटके के साथ पूरा लंड अन्दर डाल दिया. डॉली आवाज़ निकालना चाहती थी लेकिन एकता ने किस करके उसका मुँह बंद कर दिया.
डॉली की गांड तो मैंने कई बार मार चुका था तो जल्दी ही स्पीड पकड़ ली और तेज़ धक्के मारने लगा. डॉली मुँह से ‘आआह्ह फक हार्डर.. या बेबी.. कम ऑन.. फक डीप माय आस.. फक युअर बिग कोक.. आह.. यू फक सो गुड..’
मैंने भी एक हाथ से एकता के दूध, दूसरे से डॉली के चूचे दबाते हुए डॉली की गांड में लंड पेलना चालू रखा था. थोड़ी देर बाद मैंने लंड को निकाल कर एकता की गांड में डाल दिया और अन्दर बाहर करने लगा.
ये सब रासलीला अन्नू सामने बैठ कर देख रही थी और हमारे मजे ले रही थी. वो बीच बीच में मुझे जोर से चोदने का बोल रही थी. एकता भी नीचे से ‘ऊऊऊ.. ओह्हह्ह यू फक सो गुड.. फक माय एस..’ जैसे शब्द मुँह से निकाल रही थी. वे दोनों एक दूसरे को किस भी किए जा रही थीं. मैं भी पाली बदल बदल के दोनों की गांड मारे जा रहा था.
फिर मेरे छूटने का टाइम भी आ गया. मैंने लंड गांड से बाहर निकाल कर दोनों को लंड के सामने मुँह करके बैठाया और अपना लंड हिलाने लगा.
‘आआह.. आआह्हह..’ की आवाज़ मेरे मुँह से निकलने लगी. दोनों जुबान बाहर करके ‘उह्ह्ह्ह.. उह्ह्ह्हह.. करते हुए लंड की तरफ देखने लगीं.
फिर आठ-दस तेज़ धार के साथ वीर्य की पिचकारी दोनों के मुँह में छोड़ दी. दोनों का मुँह वीर्य से भर गया. दोनों ही वीर्य को अन्दर गटक गईं और बड़े मजे से आपस में किस करते हुए शरीर पर गिरी हुई एक एक बूंद वीर्य को पूरा चाट गईं.
इधर मैं ‘आआह.. आह्ह्ह्हह्ह..’ की आवाजें निकालने लगा. अपने लंड को दोनों के मुँह के सामने करने लगा. दोनों ने अपनी अपनी जुबान से पूरे लंड को भी साफ कर दिया.
एकता ने बोला- यार, इसका टेस्ट तो बहुत यम्मी है. उसने मेरे लंड को जड़ तक अपने मुँह में लेकर उसका बचा हुआ एक एक बूंद भी निचोड़ कर पी लिया. फिर मेरे सामने देखते हुए दोनों आपस में किस करने लगीं.
करीब एक घंटे की चुदाई के बाद मैं थोड़ा थक गया था और बेंच पर ही बैठ गया. अन्नू मेरे पास आकर मेरे होंठों पर किस करके बोली- क्यों एकता, कैसी लगी हमारे घोड़े की राइडिंग?? एकता ने कहा- यार अन्नू, इतनों से चुदवा चुकी हूँ.. लेकिन इतनी लम्बी चुदाई.. वो भी दो की एक साथ.. मैंने कभी नहीं देखी.. सच में तेरा घोड़ा कमाल का है.
फिर अन्नू मेरे बालों में हाथ फिराने लगी. मुझे भी नई चुत का टेस्ट मिलने लगा था. फिर हम चारों उठे और नहाने चले गए. फिर हम सभी ने नाश्ता किया. मैं रोज़ सुबह दो अंडे और बादाम का दूध और रात में, अन्नू ने एक सेक्स डॉक्टर से एक टॉनिक लिया हुआ है, तो उसे दूध के साथ पीता हूँ, जिससे सेक्स पॉवर स्टेमिना बढ़ जाता है और बॉडी भी ग्रोथ करती है.
एकता के आठ दिन तक यहीं रुकने तक यही सब चलता रहा. अन्नू की दिक्कत ख़त्म होने के बाद एक बार हम चारों ने साथ में सेक्स किया.
अन्नू और डॉली ने तो मुझे रखा ही इसलिए है कि जब वो चाहें अपनी चुत और गांड की सेवा मेरे लंड से करवा सकें. लेकिन अगले दिन दोनों की पन्द्रह दिन की जबलपुर की ट्रेनिंग का लेटर आ गया था तो उन्हें जाना था. वहां सब लेडीज एक ही बड़े रूम में रहती हैं इसलिए मुझे साथ में नहीं ले जा सकती थीं.
इस मौके पर एकता ने पूछा कि इसे मैं अपने साथ मुंबई ले जाऊं? अन्नू ने कहा- अरे नहीं..
लेकिन एकता के फ़ोर्स करने पर वे दोनों तैयार हो गईं. क्योंकि अब डॉली का भी मासिक आने वाला था, तो दोनों राजी हो गईं.
एकता ने हम दोनों की टिकट बुक करवाई लेकिन ट्रेन से.. क्योंकि वो ट्रेन में भी मेरे साथ सेक्स करना चाहती थी.
एकता ने डॉली को बोला- यार इसका लंड इतना मस्त है तो मैं उसे मुंबई जा के उसका सजाना संवारना करूँगी.
मैं इस बात का मतलब कुछ समझा नहीं. फिर हम दोनों मुंबई के लिए निकल गए.
मेरी चुदाई की कहानी आपको कैसी लगी, आप जरूर बताईएगा, मुझे मेल करें. आपका अरमान [email protected]
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