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अब तक आपने पढ़ा था कि अशोक ने मुझे बड़ी रकम का ऑफर दिया था जिसे मैंने स्वीकार कर लिया था.
वो बोला- मैं जानता हूँ कि तुम मजबूरी में इस धंधे में आई हो. तुम चिंता न करो मैं तुम्हें पूरा मालामाल कर दूँगा और आज की रात में तुम्हें पूरे 70000 दूँगा जो मैंने तुम्हारी पहली कीमत आधी की थी. मुझे नहीं पता है कि कुसुम ने तुम्हारे पैसे तुमको दिए या नहीं. खैर ये मेरा काम नहीं है, उसने भी तुम्हें लाने के लिए पूरी मेहनत की थी. अगर वो पैसे उसने अपने पास भी रखे तो कोई ग़लत नहीं किया. मगर मैं आज तुम्हारी उस रात की पूरी कीमत दूँगा. मगर इसके बाद 40000 ही दिया करूँगा. अगर तुम चाहो तो मेरे एक दो दोस्त भी हैं जो तुम्हारी जवानी का मज़ा लूटना चाहते हैं. तुम उनसे भी चुदना चाहोगी तो उनसे भी इतनी ही रकम मिल जाएगी. फैसला तुम पर ही रहेगा जो चाहो, सो करो.
मैंने कहा- मगर यह बताओ कि सब साथ साथ होओगे या अलग अलग. अशोक हंस कर बोला- अब क्या फरक पड़ता है, साथ रहें या अलग. तुम तो दूसरे लौड़े से भी चुद चुकी हो और वो मेरे ही सामने मेरे द्वारा दिलवाए गए लौड़े से चुदोगी. चलिए यह सब तो बाद की बात है, आप अबकी बार हां करिए, नहीं भी कर सकती हो. जो रकम मैं दूँगा, उससे उनकी चुदाई की रकम अलग से रहेगी. यह सब सुन कर मेरी आँखें खुली की खुली रह गईं. मैंने भी झट से हां कर दी.
अब आगे…
फिर अशोक ने भी मुझसे ओके कहा और वो बोला- मगर एक काम करना होगा… तुमको पूरे एक सप्ताह की छुट्टी ले लो और मेरे साथ आउट ऑफ़ स्टेशन चलना होगा. वहाँ मेरे दो दोस्त और होंगे, तुमको सबको अपनी जवानी का जलवा दिखाना पड़ेगा. इसलिए तुम ऑफिस में कोई पर्सनल बहाना बना कर छुट्टी ले लो और घर पर बोलो कि किसी इंटरव्यू के लिए जाना है और वन वीक लगेगा, अगर जॉब मिल गई तो अच्छी सेलरी मिलेगी.
मैंने सोचा यह तो बढ़िया आइडिया है. कुसुम तो मुझे चुदवाएगी और अपनी जेब भरेगी और हमेशा ही मुझे कम पैसे बताएगी. जिसमें से बाकी के तो उसे मिलेंगे ही… और बताई हुई रकम से भी 10% निकाल लेगी. मतलब कि चुदूँगी मैं और मेरी चुदाई की आधी रकम उसकी जेब में, यह बढ़िया धंधा है. मैंने कहा- ठीक है… कब जाना होगा? अशोक बोला- चाहो तो कल ही चले चलो, वरना एक दो दिन बाद… जैसे तुम्हें सूट करे. मैंने कहा- ओके मैं कल ही चलती हूँ और ऑफिस में घर से ही एप्लिकेशन भेज दूँगी कि मैं किसी सिक रिलेटिव को देखने आउट ऑफ स्टेशन जा रही हूँ.
अब अशोक ने कहा- जाओ जैसा कहा था, बाथरूम से वैसा करके आओ.
उसने मुझे पूरी नंगी करके मुझसे डांस करवाया और मम्मों को बुरी तरह से खींचना शुरू कर दिया. जब वो निप्पल खींचता था तो रबीर की तरह से खींच कर छोड़ता था. मेरे चूचे पूरे लाल हो गए और घुन्डियां कड़क हो गईं. फिर वो मेरी चूचियां मुँह में ले कर उन्हें चूसता और मम्मों के आस पास दांतों से काटता रहा. दो तीन बार तो इतनी जोर से काटा कि दांतों के निशान पूरी रात भर बने रहे और दूसरे दिन भी नजर आते रहे. मेरा दर्द के मारे बुरा हाल हो रहा था. मगर वो मुझको इसी दर्द के तो पैसे दे रहा था. पूरी रात भर उसने मुझे 4 बार चोदा और सुबह 7 बजे बोला- जाओ घर पर जाओ, चलने की तैयारी करो… रात को चलेंगे.
उसने जाते जाते मुझसे कहा कि शुक्र करो कि तुम्हारे चूचे पर मैंने अपने नाम का ठप्पा नहीं लगाया, वरना मैं तो वहाँ पर भी लगा देता हूँ ताकि वो अगर मेरे पास ना वापिस आए तो कोई उसे बहुत सोच समझ कर ही चोदेगा और पैसे भी सड़क छाप रंडी की तरह ही उसे मिलेंगे.
मैं घर पर वापिस आई और घर पर बोला कि एक नौकरी मिल रही है जिसमें सेलरी भी डबल होगी… करनी तो यहीं है पर कम्पनी इसका इंटरव्यू दूसरे शहर में ले रही है. मुझे भी उधर पूरे वन वीक के लिए जाना होगा. कम्पनी ने रहने का पूरा प्रबंध किया है और कोई प्राब्लम नहीं होगी.
यह कह कर मैंने जाने की तैयारी शुरू कर दी और ऑफिस में फोन कर दिया कि मुझे अभी अपने विलेज से फोन आया है कि मेरे अंकल सीरीयस हैं इसलिए मैं वन वीक के लिए जा रही हूँ.
ये सब करने के बाद मैंने अशोक को मैसेज किया कि सब कुछ प्लान के मुताबिक रेडी हो गया है. वो बोला- ओके दोपहर एक बजे मैं ड्राइवर को भेजूँगा, उसके साथ चली आना.
ड्राइवर आया तो मैं उसके साथ चल पड़ी. यहीं से मेरी कॉलगर्ल बनने के शुरूआत हो गई.
अशोक किसी दूसरे शहर नहीं गया, वहीं किस फ़ार्महाउस में ले गया और बोला- अब यह तुम्हारा एक हफ्ते का घर है. यहाँ पर और भी लड़कियां आती हैं और यहाँ से जाते हुए पूरी रंडी बन कर निकलती हैं.
उसने सच ही कहा था. उस घर के अन्दर का रास्ता तो था, मगर बाहर का कोई रास्ता नहीं था. जब तक वो खुद ना जाने को बोले. जो उसने कहा था वो पूरा धोखा था और उसने वहाँ पर 6-7 लौंडों को बुलवाया हुआ था. सबको कुछ डायरेक्शन दिए गए थे.
फिर अशोक मेरे पास आ कर बोला- मैडम आज से यहाँ पर ये कपड़े नहीं चलेंगे. यह नंगों का घर है, यहाँ पर हर एक को नंगा ही रहना पड़ता है. मगर क्या करें… चुत एक ही होती है लंड 10 12 होते हैं. मगर तुम फिकर ना करो कोई तुम्हें छुएगा भी नहीं, जब तक तुम नहीं चाहोगी.
इतना कह कर उसने मेरे सारे कपड़े अपने किस बॉक्स में डाल कर लॉक कर दिए और बोला- यह सब तुम्हें वन वीक के बाद ही मिलेंगे.
अब मैं पूरी तरह से नंगी थी और कहीं भी आने जाने के लायक नहीं थी. उस पर मेरी चुत पर ठप्पा भी लगा था कि मैं फर्स्ट टाइम किस से चुदी हूँ.
अब मैं पिंजरे के पंछी की तरह से थी, जिसके पर तो हैं, मगर उड़ नहीं सकता था. मेरी भी टांगें तो थीं मगर मैं कहीं भी जा नहीं सकती थी क्योंकि नंगी रखी गई थी.
उसने रात को उसके साथ दो और भी थे. उसने मुझसे कहा कि देखो आज हम तीन लोग हैं. मगर हम नहीं चाहते कि तुम किसी एक को देखो और फिर समझो कि किस ने कैसे चोदा है. इसलिए तुम्हारी आंखों पर पट्टी बाँध कर रखा जाएगा. इसके दो फ़ायदे हैं. यहाँ पर तुम्हें कोई भी देखेगा तो तुम्हें नहीं पता लगेगा, जिससे तुम शर्मा जाओ और दूसरा फायदा ये है कि यह नहीं पता लगेगा कि चुदाई के समय किस का लंड अच्छा और ताकतवर है.
मैं कुछ भी कहने लायक नहीं थी मुझे तो पैसे की चमक ने अँधा कर दिया था.
अब उन्होंने मेरे हाथ बांध दिए ताकि मैं आंखों पर जो पट्टी बाँधी जाएगी, उसे खोल ना सकूँ. जब आंखें बंद हो गईं तो मुझे कुछ और आवाजें सुनाई दीं. मगर मैंने जब पूछा कि कौन है? तो बोले- कोई नहीं टीवी की आवाज है.
इसके बाद चुदाई का खेल शुरू हुआ. मुझे कम से कम 10-12 लंडों ने चोदा होगा क्योंकि मुझे चुदाई करने वाले लड़के की गंध से पता लग रहा था कि यह कोई नया है. मुझे आराम करने और सोने के लिए काफी कम वक्त मिलता. मैं सिर्फ नहाने धोने आदि के लिए ही अपनी आँखों की पट्टी हटा सकती थी. पूरा एक सप्ताह तक मैं दिन और रात चुदाई करवाती रही. इसके बाद अशोक और उसके दो दोस्तो को छोड़ कर बाकी के सबको वहाँ से भगा दिया गया.
फिर मेरी आंखें खोल कर मुझसे बोला गया कि तुम नहा लो और अपने कपड़े डाल लो. आज तुम्हारी चुदाई हम तीनों एक साथ मिल कर करेंगे ताकि तुम भी देख सको और चुदाई को देखने के पूरे मज़े लो.
मुझे नहीं पता था कि रूम में एक कैमरा फिक्स है, जो पूरी ब्लू फिल्म बना रहा था. मुझसे से पूरी सेक्सी बातें की जा रही थीं और मुझसे उसी तरह से जवाब भी लिए जा रहे थे.
जैसे कि हां हां और जोर से चोदो… मेरी चुत का पूरा भोसड़ा बना दो ताकि किसी को भी अपना लंड पेलने में कोई दिक्कत ना हो. साथ ही वे जबाव भी दे रहे थे कि अब तो तू पूरी सड़क छाप रंडी बन चुकी है… तुझे यह यहाँ से जाने से पहले पूरा पता लगेगा.
अशोक ने मुझे 7 दिन के 7,00,000/- रुपए दिए और बोला कि अब तुम्हारी कीमत कोई खास नहीं रही है. मैंने प्रॉमिस के मुताबिक तुम्हें 7 दिनों की चुदाई की पूरी रकम दे दी है.
वो तो मुझे बाद में पता लगा कि उसने बहुत से रईसजादे बुलवा रखे थे, जिनसे काफ़ी रकम वसूल करके मेरे साथ चुदाई करवाई थी.
मेरे जाने के समय मुझसे बोला- हां, जरा पूरी तरह से तैयार होकर रूम में बैठो मैं तुम्हें कुछ दिखाना चाहता हूँ.
मुझे क्या पता था कि मुझे क्या दिखाया जाएगा. जब मैं वहाँ पर बैठ गई तो उसने सबको रूम से बाहर कर दिया और टीवी पर कोई फिल्म लगा कर दिखाना शुरू की. जैसे ही टीवी शुरू हुआ तो मुझे मेरी ही आवाज सुनाई पड़ने लगी. अशोक- बताओ यहाँ कौन है…?
मैंने देखा कि मैं पूरी नंगी थी और मेरी आंखें बंद थीं. पूरे सात दिन की चुदाई की फिल्म थी, जो कइयों के साथ हुई थी. इसकी पूरी फिल्म बना ली गई थी और जो आज मेरी आंखें खोल कर चुदाई हुई, उसकी भी रिकार्डिंग थी. इस सब फिल्म को बीच बीच में मुझे फास्ट फॉरवर्ड मोड पर भी दिखाया गया.
ये सब बीस मिनट तक चला.
मैंने पूछा- आपने यह क्या किया? तो बोला- आपको पैसे भी दिए हैं मैडम जी… कोई मुफ़्त में इतनी रकम नहीं दी जा सकती है. किसी को भी फिल्म में हिरोईन बनना होता है तो वो कई लंडों के सामने चुत खोल कर ही चुदवाती हैं, बॉलीवुड सेक्स के बिना चलता ही नहीं है. तुमको तो मैंने पूरी पोर्न स्टार बना दिया है. यह साथ दिनों की चुदाई की कम से कम 15-20 डीवीडी बनेगीं. जब पूरी तरह इसे एडिट कर लेंगे… तब इनको बाज़ार में बेचा भी जाएगा और हो सकता है कि इसके राइट्स मैं किसी पॉर्न कंपनी को दे दूं, जिससे मुझे काफ़ी मोटी रकम मिलेगी. तब तुम्हारी कीमत क्या होगी तुम नहीं जान पाओगी. तुम्हें पोर्न कंपनीज के कई ऑफर मिलेंगे.
मैं अब कुछ नहीं बोल सकती थी सिवाए अपनी किस्मत को गालियां देने के…
जब मैं वापिस घर आई तो कहा कि मैं इंटरव्यू में पास नहीं हुई.
जब ऑफिस पहुँची तो कुसुम मेरा इंतज़ार कर रही थी. वो मुझसे बोल रही थी कि बिना बताए क्यों चली गईं? मैंने तुम्हारे लिए कई कस्टमर ढूंढे थे. तुमने सब खराब कर दिया. कहो आज से काम शुरू करना है क्या?
मैं उसे अपने साथ बाथरूम में ले जाकर आई और अपनी चुत को दिखा कर बोली- यह देख तेरे यार ने मेरी चुत के साथ अपने नाम का ठप्पा लगा कर क्या किया है. तू ही बोल मैं क्या करूँ?
वो कुछ सोच में पड़ गई, फिर बोली- मैं उसी से बात करती हूँ. वो तुम्हें तब तक चोदेगा, जब तक इंक नहीं मिट जाती. उसने अशोक को फोन लगाया और पता नहीं क्या बात हुई उनमें. बाद में वो बोली कि वो तुम्हें आज रात बुला रहा है. मगर यह जान लो, जो मिलेगा उसमें से 10% मेरा होगा. मैंने भुनभुना कर कहा- ओके… तुम भी पहले मेरी तरह उससे यह 10% की मुहर लगवा लो.
वो मेरा मुँह देखने लगी.
शाम तो जब उससे मिली तो अशोक ने कहा कि मैंने उसे जो बताया था आपके बारे में… तब मैंने उसे पूरी बात बताई. उसने कहा- ओके वो उससे निपट लेगा और मुझसे बोला- रोज एक बार मुझसे चुदने के लिए आ जाना. मैं अपने दिए प्रॉमिस पर टिका रहूँगा. मगर हर चुदाई के सिर्फ 10000 ही मिलेंगे और मैं बस एक बार ही चोदूंगा.
इस तरह से मैं उससे रोज चुदती रही. तब तक जब तक कि लिखी हुई मुहर पूरी तरह से से मिट नहीं गई.
उसने मुझे यह भी कहा कि कुसुम से डरने की कोई जरूरत नहीं है. मैंने उसे पूरी डोज दे दी है. उससे कहा है कि वो मेरी कम्पनी में काम करेगी, ना कि तुम्हारी. उससे कुछ ना कहना वरना तुम्हारे साथ बहुत बुरा कर दूँगा.
इसके बाद कुसुम ने मुझसे कुछ भी कहना बंद कर दिया.
मैं पूरी कॉल गर्ल बन गई और खुद ही उन लोगों के रिफरेन्स से कस्टमर ढूँढने लगी… जिन्होंने मेरी चुत में अपना लंड डाल कर हिलाया था.
तो दोस्तो यह है मेरी कॉल गर्ल बनने की कहानी. हो सकता है मैं कुछ दिनों बाद एक न्यू पॉर्न स्टार बन कर पोर्न फिल्मी बाज़ार में आ जाऊं. अगर आपने मेरी इस कहानी को पसंद किया तो मैं इसके बाद की भी कहानी लिख कर भेज सकती हूँ वरना यह मेरी अन्तिम सेक्स स्टोरी ही होगी. आपकी भेजी हुई मेल्स मुझे बताएंगी कि आपको मेरी लिखी हुई हिन्दी कहानिया कैसी लगी. [email protected] नमस्ते.
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