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हैलो फ्रेंड्स… मेरा नाम राहुल (काल्पनिक नाम) है. मेरी लम्बाई 6 फीट है… दिखने में आकर्षक हूँ. मेरी उम्र 28 वर्ष है. मैं हरियाणा के कुरुक्षेत्र का रहने वाला हूँ. मेरा लंड 8 इंच लंबा और ढाई इंच मोटा है. मेरी अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज साइट पर ये पहली कहानी है. मैं 2007 से अन्तर्वासना का पाठक हूँ. मैंने 2007 से अब तक एक भी कहानी मिस नहीं की है, सभी पढ़ीं हैं.
बहुत टाइम बाद आज मुझे अपनी रियल चुदाई कहानी लिखने का साहस हुआ. वो भी प्रीति (काल्पनिक नाम) की सहमति से.
ये उस समय की बात है जब मैं पढ़ाई करने 2008 में विदेश इंगलैंड में गया था. मेरी वहाँ पर काफ़ी मौज मस्ती भरी जिंदगी चल रही थी. पर कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी, ना मेरे पास टाइम था.
एक मेरा नया दोस्त अम्बाला शहर से इंगलैंड आया था. एक दिन वो सोशल मीडिया पे किसी लड़की से चैट कर रहा था. उन दिनों ऑरकुट का फैशन था तो वो उसी साईट पर था. उसके साथ चैट करते-करते वो मेरे पास आया और मुझे दिखाने लगा. मैंने वो सोशल मीडिया आईडी देख ली. जब वो चैट करते-करते सो गया तो मैंने अपनी सोशल मीडिया आईडी खोली और उसी आईडी वाली लड़की के साथ से चैट शुरू कर दी.
पहले 2 घंटे तो नॉर्मल बात हुई. रात के 2 बज गए थे. वो मुझे बोली- आपको नींद नहीं आ रही? मैंने कह दिया- हाँ आ तो रही है लेकिन आपकी बांहों में सोने का मन कर रहा है. उसने कहा- ये भी मौका मिल जाएगा चिंता ना करो. मेरी तो लॉटरी लग गई.
उसका नाम प्रीति था, वो पंजाब से थी. उसकी उम्र 20 साल थी. मैंने उससे उसका साइज़ पूछा तो कहती- बड़े तेज हो? इतनी जल्दी ये बात पूछ ली? मैंने कहा- ऐसी कोई बात नहीं. फिर उसने बताया कि उसके शरीर का साइज़ 32-28-32 इंच का है.
उसने अगले दिन मिलने को कहा और ऑफ लाइन हो गई. अगले दिन मेरा ऑफ था, मैंने उसे मैसेज किया और उसका मोबाइल नंबर ले लिया. मैंने इंगलैंड में रेंट पर नया घर लिया था. अभी वहाँ और कोई नहीं रहता था. मैंने उसे वहीं पर बुला लिया. वो दोपहर को करीब एक बजे आई. मैंने उसे कोल्ड ड्रिंक पिलाई और हम इधर उधर की बातें करने लगे.
मैं सोफे पर उसके साथ लग कर बैठ गया और उसकी जांघ पर हाथ रख दिया. वो कहने लगी- ये क्या कर रहे हो? मैंने कहा- आपको किस करने का दिल कर रहा है.
फिर तो पता ही नहीं चला कि कब हम दोनों के होंठ आपस में मिल गए. दस मिनट तक यूं ही किस करते करते मैं उसके शरीर पर हाथ घुमाने लगा. वो कुछ नहीं बोली. मैं कपड़ों के ऊपर से ही उसके चूचे दबाने लगा, वो मजे लेने लगी… मादक सिसकारियां लेने लगी, बोली- मुझे कुछ हो रहा है… प्लीज़ कुछ करो.
मैंने उसको नीचे लेटाया और उसके ऊपर चढ़ गया. फिर उसकी शर्ट उतार दी. गुलाबी ब्रा में उसके कबूतर क्या सेक्सी लग रहे थे. मैं उसकी पिंक ब्रा के ऊपर से उसके मम्मों को चूसने लगा. वो पागल सी हो रही थी. मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी… उसके गोरे-गोरे चूचे और पिंक निप्पल क्या सेक्सी लग रहे थे. मैं पागलों की तरह उसके मम्मे चूसने लगा. मम्मे चूसते-चूसते मैं नीचे आ गया. फिर मैंने उसकी पैंट खोल दी. उसने नीचे भी गुलाबी पेंटी पहनी हुई थी. वो छोटी सी पेंटी उसको और भी सेक्सी बना रही थी.
वो बड़बड़ाने लगी- अह… मेरे नीचे आग लगी है. मैंने सोचा इसको खोलने का यही सही टाइम है. मैंने कहा- बोल कर बता कि कहाँ आग लगी है. कहती- मेरी फुद्दी का कुछ करो… मैं मर जाऊंगी. वो पंजाब नथी, पंजाब में बुर या चूत को फुद्दी कहते हैं.
मैंने उस की पेंटी उतार कर उसको पूरी नंगी किया तो उसका बदन देख कर मेरे तो होश उड़ गए. उस की छोटी सी गुलाबी चुत देख कर मेरा लंड एक दम से फनफनाने लगा. मैं उसकी प्यारी सी चुत चाटने लगा. वो एक दम से उठी और बोली- यार, तुम भी अपने कपड़े भी उतारो पहले. मैंने कहा- तुम खुद ही उतार लो.
उसने सेक्सी स्टाइल में मेरी टी-शर्ट निकाली, मेरी पैंट उतारी… मेरा अंडरवियर उतारते ही लंड देखते ही वो पीछे हट गई. उसने डरते हुए कहा- हाय इतना बड़ा… मैं तो मर जाऊंगी. मैंने कहा- कुछ नहीं होगा… इसको प्यार कर…
उसने लंड के सुपारे पर एक चुम्मी ली और हट गई. मैंने कहा- ऐसे नहीं… पूरा लंड मुँह में लो. वो मना करने लगी. मैंने कोई जोर नहीं दिया और उसको नीचे लेटा कर 69 की अवस्था में आ गया. मैं उसकी गुलाबी चुत चाटने लगा. उसे बहुत मजा आ रहा था. मुझे पता नहीं लगा कि कब उसने लंड मुँह में डाल लिया और बच्चों की तरह चूसने लगी.
लंड चूसती-चूसती आंडों से खेलने लगी.
मैंने उसकी चुत चूसते-चूसते उसकी चुत में उंगली डाल दी. उसको बहुत मजा आ रहा था. मैंने एक उंगली गांड में थोड़ी सी डाल दी तो वो एकदम से हिली और बोली- पीछे नहीं… मैंने उससे कहा- यार तू चुप रह के मजे ले.
वो मेरा लंड चूसते-चूसते मेरी गांड से खेलने लगी. मैंने भी पूरी उंगली उसकी गांड में उतार दी. वो मज़े लेने लगी तभी उसने अपनी जाँघों के बीच में मेरा सिर जकड़ लिया और एकदम से झड़ गई. इतना पानी मैंने आज तक किसी लड़की का झड़ता नहीं देखा जितना प्रीति का निकला. वो ढीली पड़ गई… मैं उसका सारा नमकीन पानी पी गया.
हम अलग हो गए… मैं खड़ा हुआ तो उसने लपककर मेरा लंड मुँह में डाल लिया और तेज-तेज अन्दर-बाहर करने लगी. कोई 5 मिनट बाद मैं भी उसके मुँह में झड़ गया.
मैंने प्रीति से पूछा- कैसा टेस्ट था मेरे रस का? प्रीति कहने लगी- बहुत मजेदार था.
फिर मैं उठा और फ्रीज से 2 बियर निकाल कर ले के आया. दोनों ने एक-एक बियर पी और हमें हल्का सुरूर हो गया. मैं फिर से उसके मम्मे चूसने लगा, बियर उसकी चुत पर डाल कर चुत चाटने लगा, कभी मैं उसकी गांड चाटता; वो भी बड़े मजे लेकर अपनी चूत और गांडhttps://www.antarvasnax.com/bhai-bahan/didi-ne-diya-chut-aur-gand-ka-tohfa/ चटवा रही थी.
तभी वो बोली- मुझे पेशाब आई है, बाथरूम जाना है. मैं उसे बाथरूम ले गया… तो कहती- आप बाहर जाओ, मुझे शर्म आती है.
मैंने उसको बाथ टब के कोने पर बिठाया और बोला- अब करो… मुझे आपका पेशाब टेस्ट करना है. पहले वो आनाकानी करती रही मैंने उसके सामने खड़ा हो कर उसकी चुत पर मूत की धार मारी तो उसने मेरा लंड पकड़ कर मुँह में ले लिया. कहती- अब पहले मुझे टेस्ट करवाओ.
उसको बियर का तगड़ा नशा हो चुका था. मैंने उसके मुँह में पेशाब करना स्टार्ट की, तो कहती- ऐसे नहीं 69 में मजा लेंगे.
हम दोनों 69 में आ गए, उसने पेशाब करना स्टार्ट किया और मेरा लंड मुँह में डाल लिया. मैंने भी मूतना स्टार्ट किया. ऐसा मजा आ रहा था, जैसे जिंदगी यहीं थम जाए.
फिर हमने फिनिश किया… और मैं उसे सोफे पे ले आया. सोफे पर लेटाते ही मैंने उसकी चुत पर लंड रखा. वो सिसकने लगी. उसकी चुत गीली थी. मैंने लंड का दबाव बढ़ा दिया. अभी लंड का अगला हिस्सा ही गया था कि वो दर्द से चिल्लाने लगी.
मैंने उसके होंठों को अपने होंठों से बंद कर दिया और उसके मम्मे सहलाने लगा. तभी अचानक पता नहीं क्या हुआ, उसने नीचे से एकदम ऊपर झटका मारा, तो ऊपर से मैंने भी मार दिया और मेरा पूरा 8 इंच लंड उसकी फुद्दी की जड़ तक घुसता चला गया. उसकी आँखों से आँसू आ गए. मैं थोड़ी देर उसे शांत करता रहा. थोड़ी देर बाद उसकी हलचल शुरू हो गई. मैंने भी ऊपर से आराम से धक्के लगाने शुरू कर दिए. वो भी मेरा साथ देने लगी मैंने उसको घोड़ी बनाया और पीछे से एकदम लंड डाल दिया. वो चिहुँक उठी. कहती- आराम से कर लो.
मैं आराम से लंड अन्दर-बाहर करने लगा. मैंने अपना अगूँठा उसकी गांड में डाल दिया… तभी एकदम से उसके शरीर में कंपकंपी सी उठी और वो झड़ गई. मैंने लंड बाहर निकाला और गांड पर रख दिया.
प्रीति बोली- राहुल पीछे मत करना, बहुत दर्द होगा.
मैं उठा और क्रीम उसकी गांड पर लगाई… धीरे से एक उंगली से उसकी गांड रवाँ कर दी. फिर मैंने लंड का टोपा रखा और एक झटका मार कर आधा लंड अन्दर डाल दिया. वो एकदम से दर्द से बेहाल हो गई. मैं उसके मम्मे सहलाने लगा… इससे उसे आराम मिला और मैं धीरे-धीरे करने लगा… और धीरे-धीरे पूरा लंड पेल दिया. कुछ देर बाद वो भी लंड के मज़े लेने लगी. दस मिनट की ज़बरदस्त चुदाई के बाद मेरा माल निकलने वाला था.
मैंने पूछा- कहाँ निकालूँ. कहती- मेरी फुद्दी नू शांत कर दे अज्ज… उस कंजर दी लाई अग्ग अज्ज बुज्जा दे… उह्ह…
मैंने लंड निकाला और चुत में पूरा पेल कर 5-7 झटके मारे और उसकी चुत के अन्दर ही झड़ गया. वीर्य की गर्मी उसकी चुत से सहन ना हुई और वो भी झड़ गई. दोनों बड़े रिलेक्स हुए.
तब मैंने बड़े प्यार से उस से पूछा- ये कंज़र कौन था? किस कंजर की बात कर रही हो?
प्रीति जब 11वीं में थी, तब उसका एक बॉयफ्रेंड था. उसने कई बार प्रीति को किस किया था और उसके मम्मे दबाए थे. ये सब आप सीधे प्रीति से ही उसका हाल सुनिए.
जब मेरा ब्वॉयफ्रेंड मेरे मम्मों को दबाता था तो मैं उस समय चुदासी हो जाती थी. पर कोई भी सुरक्षित जगह नहीं मिल रही थी.
एक दिन उसका मुझे सुबह फोन आया कि आज मेरे घर कोई नहीं है, सब शादी में गए हैं. मैंने भी कल जाना है. तुम आज मेरे घर आ जाओ.. मजे करेंगे. मैं बहुत खुश थी. मैं घर पे स्कूल का बोल कर उसके घर चली गई. उसने मुझे कोल्ड ड्रिंक ऑफर की. मैंने कोल्ड ड्रिंक पी और फिर हम किस करने लगे. उसने मेरे मम्मे खूब प्रेस किए. मैं काफ़ी दिनों से वासना की आग में जल रही थी.
मैंने देर ना करते हुए उसके लंड को पेंट के ऊपर से दबा दिया. फिर धीरे-धीरे उसने मुझे नंगी कर दिया.. और मेरे मम्मे पागलों की तरह दबाने लगा. मैंने भी उसके लंड को आज़ाद कर दिया.. और उससे खेलने लगी.
उसने मुझे चित्त लिटा दिया और मेरी फुद्दी चूसने लगा. मुझे फुद्दी चुसाई में बहुत मजा आ रहा था. यूं लग रहा था जैसे सब कुछ यहीं थम जाए.
फिर वो मेरी फुद्दी में उंगली करने लगा. उसने मेरी फुद्दी के मुँह पर अपना लंड रखा और धीरे से पुश करने लगा. पर वो एक अंजान खिलाड़ी था, उससे लंड अन्दर नहीं गया. मुझे गुस्सा आ गया. मैंने उसके लंड को पकड़ा और ठिकाने पर लगा कर बोला- साले, ज़ोर से धक्का मार.
उसने ज़ोर से धक्का मारा और उसका पूरा लंड एकदम से चुत में अन्दर चला गया.
लंड क्या घुसा.. मेरा दर्द से बुरा हाल हो गया. तभी मुझे अन्दर कुछ अजीब सा फील हुआ.. वो मादरचोद झड़ गया था. मैं फिर उसी आग में जलती रह गई. दोबारा उस कंजर का खड़ा ही नहीं हुआ. मैंने उसको बहुत सुनाई और दोबारा कभी उसके साथ बात नहीं की.
मैंने उसका नाम भी कंज़र रख दिया.
प्रीति की कंजर वाली बात का खुलासा होने के बाद हम ऐसे ही बातें करते रहे. बातें करते-करते मेरा हाथ अपना काम करने लगा. उसके शरीर पर चलने लगा और प्रीति दोबारा गर्म होने लगी. वो मेरे लंड से खेलने लगी. मेरा लंड खड़ा हो गया. उसने बिना देर करते हुए मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया. मैंने देर ना करते हुए उसे 69 में कर दिया और उसकी चूत चाटने लगा. मैंने साथ में एक उंगली उसकी फुद्दी में डाल दी. वो भी मेरा लंड चूसते-चूसते मेरी गांड से खेलने लगी. मैंने उसको सीधा किया और उसकी चूत के ऊपर लंड रगड़ने लगा, वो कराहने लगी.
प्रीति बोली- देर ना कर राजा.. इसे अन्दर डाल दे. मैंने कहा- किसे.. नाम बोल ना. वो कहने लगी- अपने लॅन नू मेरी फुद्दी च पा दे. पंजाब में लंड को लन बोलते हैं.
मैंने देर ना करते हुए ज़ोर का झटका मारा और अपने लंड को एक बार में पूरा अन्दर पेल दिया. प्रीति की एक लम्बी आह निकल गई उसने मेरे लंड को अपनी फुद्दी में जज्ब कर लिया.
फिर मैं मजे से आगे-पीछे करने लगा और प्रीति आँखे बंद करके चुत चुदाई का मजा लेने लगी. मैंने उसे हर स्टाइल में चोदा. जब उसका काम फिनिश होने लगा तो मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया और उसकी फुद्दी चाटने लगा.
मैं उसके कामरस का टेस्ट करना चाहता था. उसका गाढ़ा चुत रस बहुत मजेदार स्वाद वाला था.
फिर मैंने उसे डॉगी स्टाइल में कर दिया और उसकी गांड चाटने लगा. फिर धीरे से एक उंगली प्रीति की गांड के छेद में अन्दर-बाहर करने लगा. इसके बाद लंड को गांड के छेद पर रख कर पुश कर दिया और मजे से उसकी गांड मारने लगा. मैंने धीरे-धीरे पूरा लंड उसकी गांड में उतार दिया. वो भी मेरा साथ दे रही थी. मैंने उसे 15 मिनट तक हचक कर चोदा.
जब मैं झड़ने को हुआ तो वो कहने लगी- मुझे भी आपका रस पीना है. मैंने अपने लंड निकाल कर उसके मुँह में दे दिया और मुँह में लंड के धक्के लगाने लगा. मैंने उसके मुँह में ही अपना माल निकाल दिया, वो सारा पी गई.
प्रीति- बहुत मजा दिया आपने, आज से मैं आपके लंड की गुलाम हो गई हूँ. जब और जहाँ दिल करे, बुला लेना; आपकी प्रीति आपके लिए हमेशा रेडी है.
कैसी लगी दोस्तो, प्रीति की रियल चुदाई की कहानी.. ये एक सच्ची दास्तान है. [email protected]
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