राधा, मैं तुझ बिन आधा

लेखक : जोगी यारा मैंने पहली बार अन्तर्वासना डॉट कॉम…

मेरा गुप्त जीवन- 155

मैंने धीरे धीरे लंड को नैंसी की चूत के अंदर बाहर …

मेरा गुप्त जीवन- 146

तकरीबन 10 मिन्ट की तीव्र धक्काशाही में रति का तीव्र स्…

जन्म दिन का तोहफ़ा-3

दोस्तो, मैं अपनी क्लाइंट लिंडा के कहने पर मैं उसकी …

इस पल के इन्तजार में

सभी अन्तर्वासना के पाठकों को सोनू भाई का नमस्कार। यह…

रीना को संतुष्ट किया

हेल्लो दोस्तो ! मैं जीतू एक बार फ़िर हाज़िर हूँ अपना …

मेरी तो लॉटरी लग गई-2

कहानी का पहला भाग : मेरी तो लॉटरी लग गई-1 अगले दि…

जन्म दिन का तोहफ़ा-2

दोस्तो, इस कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि मैं …

सेक्स की असली शुरुआत

शुरू से जवान होने तक मेरी बहुत सारी ऐसी यादें हैं…

मेरा गुप्त जीवन- 157

रश्मि मुझ को सचमुच हैरानी से देख रही थी और उसकी आँ…