सोचा ना था मैंने कभी
प्रिय पाठको, आपको मेरा नमस्कार.. आज पहली बार मैं अप…
स्वप्न दोष शीघ्र पतन
मैं परीक्षित आपके सामने फिर हाजिर हूँ। एक पाठक ने …
क्लास मेट की सील तोड़ी
दोस्तो, मेरा नाम साहिल है और मैं अमृतसर का रहने वा…
इक्कीसवीं वर्षगांठ-3
प्रेषिका : शिप्रा सुबह आठ बजे जब पापा ऑफिस चले गए त…
इक्कीसवीं वर्षगांठ-2
प्रेषिका : शिप्रा शिप्रा के रसोई में जाने के बाद मैं…
इक्कीसवीं वर्षगांठ-1
मेरा नाम सुमित है, मैं राजस्थान में जयपुर का रहने …
एक व्याख्या प्रेम की…-2
लेखक : निशांत कुमार मैं अपने स्वप्न से जागा और जाकर…
एक व्याख्या प्रेम की…-1
लेखक : निशांत कुमार वासना और प्रेम एक ही सिक्के के …
मर्द तलाशती फ़िरती हूँ
हाय, मैं हूँ महक! क्या मैं आपको याद हूँ? मैं वही ल…
यहाँ भी चुदी और वहाँ भी-1
मेरे भैया के एक मित्र राजीव मुझे कम्प्यूटर पढ़ाया करत…