महकती कविता-1
रोहण अपने तबादले पर कानपुर आ गया था। उसे जल्द ही ए…
महकती कविता-2
महकती कविता-1 अब तो कविता का भी यह रोज का काम हो…
महकती कविता-3
महकती कविता-1 महकती कविता-2 कविता ने लण्ड को फिर …
मसक कली मौसी-3
प्रेषिका : श्रेया आहूजा मुझे भी मज़ा आने लगा। मैंने …
सहेली का बदला
प्रेषिका : कविता आज यह कहानी मैं अपनी सहेली मल्लिका…
चचेरी बहनें-1
प्रेषक : पाण्डेय कुमार मैं हरी पटना से, मेरी उम्र 35…
दोस्ती करा दो-2
प्रथम भागदोस्ती करा दो-1 से आगे… … कोमल को बेड पर …
पापा का दोस्त
प्रेषिका : लवीना सिंह अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा …
क्या नजारा था !
दोस्तो, मैं राज कोलकाता से ! मेरी 3-4 कहानियाँ अन्त…
बरेली का काल बॉय
प्रेषक : राहुल शर्मा हाय दोस्तो, मेरा नाम राहुल और म…