ऐसा क्यूँ होता है?

यह आपबीती मेरे एक सीनियर की है जिनका नाम अजय जायस…

लण्ड की प्यासी-2

प्रेषक : सुनील कश्यप मैं कुछ देर तक उसके होंठों को …

जिस्म की जरूरत -27

मेरे मन में कई ख्याल उमड़े, फिर कुछ समझ आया कि वंदन…

लाजो का उद्धार-4

मैं जब पहुँचा लाजो वैसे ही खड़ी थी। नंगी पीठ पर लम्…

लण्ड की प्यासी-1

दोस्तो, मेरा नाम सुनील कश्यप है, मैं मुंबई में रहता…

लण्ड की प्यासी-3

प्रेषक : सुनील कश्यप मुझे महसूस हुआ कि वह अब झड़ने व…

सेब के बगीचे में

हाय दोस्तो, मैं करण, मैंने पहले भी एक बार एक कहानी…

सुनीता की चाहत-3

सुनीता का एक हाथ मेरे बालों को सहला रहा था और दूस…

सुनीता की चाहत-2

सुनीता मेरे मुंह पर ही झड़ गई, मैंने चाट चाट कर उस…

कुछ रोचक चुटकुले

मर्दों और चूहों में एक समानता तो है कि दोनों ही पू…