राजा का फ़रमान-4
राजा ने फरमान सुनाया- इस लड़की ने मुझसे चुदने से इ…
अंगूर का दाना-1
प्रेम गुरु की कलम से एक गहरी खाई जब बनती है तो अपन…
स्पर्म थैरेपी-7
छटे भाग से आगे : सुबह मम्मी ने हम लोगों को करीब नौ…
सेक्स के तीन रंग
दोस्तो, मैं दिल्ली में रहती हूँ, शादीशुदा हूँ। मेरे…
अंगूर का दाना-3
प्रेम गुरु की कलम से उस रात मुझे और अंगूर को नींद …
रुचि का शिकार-2
रुचि सीधे होकर मुझसे चिपक गई और बोली- सच राजीव, इ…
मेरा चोदू यार-1
दोस्तो, आज मैं आपको अपने एक दोस्त की बात बताने जा र…
अंगूर का दाना-5
प्रेम गुरु की कलम से मैंने अपने एक हाथ की एक अंगु…
मेरा चोदू यार -4
एक दिन सौरभ मिला, मैंने उससे उसका हाल चाल पूछा, व…
मेरा चोदू यार-3
सौरभ ने बताया कि उसके पापा नहीं हैं, माँ एक छोटी …