मेरी सहकर्मी वंशिका
मेरे ऑफिस की जन संपर्क अधिकारी का नाम वंशिका है। च…
चिलिका का अधूरा सफ़र
प्रेषक : सुज़ान कौर अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा कोट…
मेरा गुप्त जीवन -75
कुछ दिन बीत जाने के बाद मुझको उर्मि फिर कॉलेज में …
मेरा गुप्त जीवन- 20
‘छोटे मालिक, मेरे बाद बिंदू है न… आपकी हर तरह की …
मेरा गुप्त जीवन- 15
और फिर चम्पा एक दिन नहीं आई और फुलवा ने बताया कि उ…
मेरा गुप्त जीवन- 18
मैं चोद रहा था फुलवा को लेकिन मेरा मुंह तो बिंदू …
मेरा गुप्त जीवन- 19
बिंदू और फुलवा का आपस का प्रेमालाप देख कर मन बड़ा व…
मेरा गुप्त जीवन- 17
यह प्रसंग कोई 10 मिन्ट तक चला और तब तक बिंदू की झिझ…
मेरा गुप्त जीवन- 21
पहले चम्पा और अब फुलवा दोनों ही गर्भवती हो गई तो मु…
मेरा गुप्त जीवन- 12
जब उसकी आँख खुली तो मैं उसको बड़े प्यार से धीरे धीर…