मेरी चालू बीवी-122
सम्पादक- इमरान तभी शमीम ने रानी का एक हाथ पकड़ कर अ…
आरती का कौमार्य भंग
प्रेषक : देवाशीष दोस्तों मैं देवाशीष, नागपुर का रहन…
चाची का भोंसड़ा चोदा
सभी पाठकों को मेरा प्रणाम। मेरा नाम अर्जुन चौधरी है…
मेरा गुप्त जीवन -52
अगले दिन नैनीताल से चल कर हम शाम को लखनऊ पहुँच गए…
मेरा गुप्त जीवन-46
मैं फिर दोनों के बीच में लेटा था और इस तरह हम तीन…
मेरा गुप्त जीवन-28
मम्मी मेरा इंतज़ार कर रही थी और हम दोनों ने मिल कर …
मेरा गुप्त जीवन-98
अगले दिन जस्सी और जेनी मुझको कॉलेज की कैंटीन में म…
मेरा गुप्त जीवन-43
रात भर हम जागते, चोदते और सोते रहे। यही क्रम काफी …
मोबाईल से बिस्तर तक
मेरा नाम रितेश है, मैं जयपुर रहता हूँ, कद 5’10” ए…
मेरी चालू बीवी-128
मैं- तुम्हें कुछ पता है? बिल्कुल मूर्ख हो तुम… ऐसे ह…