पलक की चाहत-7

इस बार उसके मुँह से दर्द से एक चीख निकल ही गई थी, …

दो जवान बहनें पिंकी और रिंकी-5

प्रेषक : राजवीर सूरज उठा और कपड़े पहने और चला गया। …

बाथरूम का दर्पण-5

मैं रोनी सलूजा एक बार फिर आपसे मुखातिब हूँ। मेरी …

मुझे मोटी गोरी लड़कियाँ, औरतें पंसद हैं

मेरा नाम करण सिंह (परिवर्तित नाम) है, मैं जोधपुर क…

महकती कविता-1

रोहण अपने तबादले पर कानपुर आ गया था। उसे जल्द ही ए…

जिस्म की मांग-2

कहानी का पिछ्ला भाग: जिस्म की मांग-1 हम दोनों खड़े …

बाथरूम का दर्पण-3

मेरे होंठ उसके गाल पर थे और हाथ चुची पर! मैंने पू…

रायपुर की दो सहेलियाँ

अपने सभी पाठकों का सादर धन्यवाद जिन्होंने मेरी सारी…

Amma Naadayyindhi

Hi naa peru ramakrishna.Vayasu 20.Andaru krish an…

जिस्म की मांग-3

प्रेषिका : लीला एक के बाद जब मैंने दूजे से नाता जो…