कमाल की हसीना हूँ मैं-41

जब भी दर्दनाक लहर मेरे जिस्म में फूटती तो साथ ही मस्…

कमाल की हसीना हूँ मैं-43

उसका लौड़ा तो इतना लंबा-चौड़ा था ही बल्कि वो खुद भी …

कमाल की हसीना हूँ मैं-39

कुछ ही देर में उनके लौड़े फौलाद की तरह सख्त हो गये …

कमाल की हसीना हूँ मैं-40

मैं मानती हूँ कि कुछ देर पहले मैं इन हब्शियों के भ…

कमाल की हसीना हूँ मैं-44

घंटे भर बाद ही एक सेमीनार था जो ससुर जी ने मुझे अ…

कमाल की हसीना हूँ मैं-45

हमने जो पैकेज चुना था उसके मुताबिक वो आठ लौड़े बदल…

दीक्षा

इस कहानी को लिखने के लिये मुझे प्रेरित किया अन्तर्वा…

नया मेहमान-2

मैं नाश्ता करके घर चला गया, जाकर नहाया फिर सोने के…

कमाल की हसीना हूँ मैं-38

मैंने साँस ली ही थी कि एक बार फिर मुझे उसकी मुठ्ठि…

Ami – The Journey Of Slut – Part II

Us din rat ke jay ke jane k bad me khadi bhi nahi…