तेरी याद साथ है-24
“उम्म… हम्म्म्म…” फिर से वही मादक सिसकारी लेकिन इस बा…
तीसरी कसम-7
प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना “जिज्जू ! एक बात सच बोलूँ…
तेरी याद साथ है-23
“प्लीज मुझे जाने दो और तुम भी जल्दी से तैयार होकर ऊ…
सुहागरात: कुछ जानकारी
नमस्कार मित्रो, आप सभी ने मेरी पहली कहानी पढ़ी होगी …
तेरी याद साथ है-25
मैंने जल्दी से रिंकी को खुद से अलग किया और फिर उसे…
तू सेर, मैं सवा सेर-1
मुनव्वर और सलीम दो दोस्त हैं, मुनव्वर की बीवी रजिया,…
तीसरी कसम-4
प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना मैं अभी अपने ख्यालों में …
तीसरी कसम-1
प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना हज़ारों साल नरगिस अपनी बे…
कामना की साधना-6
मेरे पास अब सोचने का समय नहीं था। किसी भी क्षण मेर…
चाइना की चिकनी
प्रेषक : लव लव सबको मेरा प्रणाम, मैं जालंधर का रहने…