चरित्र बदलाव-9
जैसे ही हम अलग आये तो सोनम ने मुझे एक लाल गुलाब प…
भाभियों का दुःख
सुनिये जी ! कल रात फिर आपसे भूल हो गई है । इतनी ज…
नन्दोईजी नहीं लण्डोईजी-1
लेखक : प्रेम गुरु “आपकी चूत पर उगी काली लम्बी घनी र…
थोड़ा सा रूमानी
नमस्कार दोस्तों, सबसे पहले तो मैं आप सबका धन्यवाद कर…
नॉटी !
‘‘पिता जी !’’ उसके मुख से शब्द निकल ही नहीं रहे थे…
मेरी छात्रा पूनम
प्रेषक : राज वर्मा मेरा नाम राज है, कोटा राजस्थान का…
अभी ना जाओ चोद के !-1
मैं चाहती थी कि वो पहले मुझे चूमे चाटे और मेरे शर…
आकर्षण- 7
बीच बीच में वो मुझे प्रेम भरे चुम्बन देता… धीरे धीर…
मीना को रात में चोदा
नमस्कार दोस्तो ! मेरी पिछली कहानी पचास साल की पड़ोसन…
भाभी की ट्यूशन
प्रेषक : समीर रंजन मेरा नाम समीर है, मैं लखनऊ में …