धोबी घाट पर माँ और मैं -8

ज़लगाँव बॉय मेरा लौड़ा अब पूरी तरह से उसके थूक से भ…

जन्मदिवस पर चूत का तोहफा -1

नमस्कार दोस्तो.. आप सभी को मैं यानि मानव प्रणाम करता…

मेरा गुप्त जीवन- 18

मैं चोद रहा था फुलवा को लेकिन मेरा मुंह तो बिंदू …

बहन का लौड़ा -66

अभी तक आपने पढ़ा.. मीरा- राधे प्लीज़ चुप रहो.. नीरज …

मैं जन्नत की सैर कराऊँगी -1

दोस्तो, एक बार फिर आप सबके सामने आपका प्यारा शरद एक…

अठरह वर्ष पूर्व दिए गए वचन का मान रखा-1

लेखिका : नलिनी रविन्द्रन अनुवादक एवं प्रेषिका: तृष्णा…

Jaanvi, Ek Chudakkad Bhabhi – Part 1

Hi, friends kaise ho main aa gaya apni ek aur ind…

तुझ को भुला ना पाऊँगा -2

मैंने कहा- जान मोहब्बत सिर्फ़ हासिल करने का नाम नहीं…

Mere Chudakkad Parivar Ki Kahani – Part 2

Tony ne maa ko uthate hue kaha ke mujh me aisa ki…

मेरा गुप्त जीवन- 20

‘छोटे मालिक, मेरे बाद बिंदू है न… आपकी हर तरह की …