मुझे रण्डी बनना है-7
जूली- चलो छोड़ो ! अच्छा यह बताओ कि राजा बाबू अभी तक…
शर्बत-ए-आजम
प्रेषिका : लक्ष्मी कंवर मेरा देवर नरेन्द्र बहुत ही सीध…
पिंकी की बेटी सोनिया-2
वो बहुत खुश थी, मैं जानता था कि उसको क्या चाहिए – …
एकाकीपन में खुशी-2
प्रेषक : अशोक अन्तर्वासना के सभी पाठकों को अशोक का न…
चुद ही गई पड़ोस वाली भाभी-3
प्रेषक : हैरी बवेजा भाभी पूरी गर्म हो गई थी और सिसक…
कानून के रखवाले-4
प्रेषक : जोर्डन सोनिया का घर: सोनिया के माँ-बाप, भा…
दिल्ली से लखनऊ-1
प्रेषक : रिन्कू प्रिय पाठको, मेरा नाम रिंकू है, मैं …
एक कुंवारे लड़के के साथ-3
कहानी का दूसरा भाग : एक कुंवारे लड़के के साथ-2 जब …
मुझे रण्डी बनना है-11
इतने में सुनीता कस्टमर से चुदवाकर बाहर आई। मैंने उ…
मुझे रण्डी बनना है-8
जूली- कल आपका आखिरी दिन है तो वादा करो कि कल दिन …