नए माली से भी गाण्ड मरवाई
आपका : सनी गाण्डू आप कैसे हो पाठको? प्रणाम ! लो सबक…
क्यों हो गया ना ?
मेरी ये कहानी मेरी एक ई-मित्र को समर्पित है – प्रेम …
भाभियों का दुःख
सुनिये जी ! कल रात फिर आपसे भूल हो गई है । इतनी ज…
मेरे दोस्त की बीवी-4
प्रेषक : नवीन सिंह मैंने रात को ही रचित को फोन किय…
Meri Suhagrat
Mara nam mona hai Punjab ki rahna wali hu.mara si…
जीजा ने मेरा जिस्म जगाया-2
प्रेषिका : नीना मैं फिसलने वाले रास्ते पर चलने को च…
चरित्र बदलाव-9
जैसे ही हम अलग आये तो सोनम ने मुझे एक लाल गुलाब प…
बीच रात की बात-2
मैंने कच्छे के ऊपर से ही उसके लण्ड पर हाथ रखा… ओह्ह्ह…
Widhva Bhabhi
Main ek sadi dda aadmi hu, aur mera do bache hai …
चरित्र बदलाव-8
अन्तर्वासना के पाठकों को एक बार फिर से मेरा प्यार और…