मासूम यौवना-16
लेखिका : कमला भट्टी रात के करीब 10 बज गए थे, मुझे …
दो जवान बहनें पिंकी और रिंकी-1
आपने मेरी कई कहानियाँ पहले पढ़ी हैं। एक बार फिर से…
महकती कविता-3
महकती कविता-1 महकती कविता-2 कविता ने लण्ड को फिर …
महकती कविता-2
महकती कविता-1 अब तो कविता का भी यह रोज का काम हो…
मासूम यौवना-14
लेखिका : कमला भट्टी थोड़ी देर में वे बाहर आये, अब व…
स्वयंवर का सच-2
लेखक : प्रेम गुरु और अरमान मैंने झट से अपने कपड़े उ…
चुदाई की कमाई
मैं अपने कॉलेज में होने वाले टेस्ट की तैयारी कर रह…
बाथरूम का दर्पण-1
अन्तर्वासना के तमाम पाठकों एवं पठिकाओं को रोनी का प्…
मासूम यौवना-9
मैंने पूछा- अबकी बार तो आपकी सारी इच्छाएँ पूरी हो …
मासूम यौवना-8
लेखिका : कमला भट्टी जीजाजी को अपनी उखड़ी सांसें सही…