मासूम यौवना-8
लेखिका : कमला भट्टी जीजाजी को अपनी उखड़ी सांसें सही…
बाथरूम का दर्पण-4
मैं आपको बता दूँ कि मैंने कभी किसी को मजबूर करके …
दो जवान बहनें पिंकी और रिंकी-5
प्रेषक : राजवीर सूरज उठा और कपड़े पहने और चला गया। …
बाथरूम का दर्पण-5
मैं रोनी सलूजा एक बार फिर आपसे मुखातिब हूँ। मेरी …
मुझे मोटी गोरी लड़कियाँ, औरतें पंसद हैं
मेरा नाम करण सिंह (परिवर्तित नाम) है, मैं जोधपुर क…
महकती कविता-1
रोहण अपने तबादले पर कानपुर आ गया था। उसे जल्द ही ए…
बाथरूम का दर्पण-3
मेरे होंठ उसके गाल पर थे और हाथ चुची पर! मैंने पू…
रायपुर की दो सहेलियाँ
अपने सभी पाठकों का सादर धन्यवाद जिन्होंने मेरी सारी…
Amma Naadayyindhi
Hi naa peru ramakrishna.Vayasu 20.Andaru krish an…
तन का सुख-2
लेखक : राज कार्तिक तभी कमल ने सुधा को जाने को कहा …