Maa Ka Pyar

Hello dosto,mai aapka pyara rajkumar,mein aap sab…

महकती कविता-3

महकती कविता-1 महकती कविता-2 कविता ने लण्ड को फिर …

महकती कविता-2

महकती कविता-1 अब तो कविता का भी यह रोज का काम हो…

स्वयंवर का सच-2

लेखक : प्रेम गुरु और अरमान मैंने झट से अपने कपड़े उ…

बाथरूम का दर्पण-1

अन्तर्वासना के तमाम पाठकों एवं पठिकाओं को रोनी का प्…

पलक की चाहत-5

वो कहते कहते रुक गई … “मैंने पूछा और क्या …?” तो ब…

बाथरूम का दर्पण-2

मैंने सोचा कि बाथरूम में जाकर दर्पण का मुआयना करूँ…

Net Bandhobi Ke Chodar Golpo

E ghatona aaj theke theek 3 bochor ager. Ami tokh…

मासूम यौवना-8

लेखिका : कमला भट्टी जीजाजी को अपनी उखड़ी सांसें सही…

बाथरूम का दर्पण-4

मैं आपको बता दूँ कि मैंने कभी किसी को मजबूर करके …