नॉटी !

‘‘पिता जी !’’ उसके मुख से शब्द निकल ही नहीं रहे थे…

अभी ना जाओ चोद के !-3

हल्का सा शावर लेने के बाद मैंने उसे बाहर भेज दिया।…

शाकाल और नंगी हसीनाएँ-5

सभी हसीनाओं और उनके आशिकों को चुदाई हाल में भेज द…

आकर्षण- 6

लेखिका : वृंदा मुझे अपने टांगों के बीच कुछ रिसता …

मौज़ की कमाई

लेखक : अमित अन्तर्वासना के पाठकों और मेरी प्यारी चूत…

नन्दोईजी नहीं लण्डोईजी-1

लेखक : प्रेम गुरु “आपकी चूत पर उगी काली लम्बी घनी र…

श्रेया के साथ-2

प्रेषक : संजय कुमार कुछ देर बाद मैंने अपना एक हाथ …

आकर्षण-5

लेखिका : वृंदा वेदांत मेरे पास आया.. उसने मुझे गल…

अभी ना जाओ चोद के ! -2

अभी ना जाओ चोद के !-1 मैंने साइड टेबल पर पड़ा थर्मो…

मुझे इससे क्या !-2

हेलो दोस्तो, मैं आदित्य एक बार फिर से आप लोगो की से…