अंतहीन प्यास-9

आपकी सारिका कंवल मैंने उसे अपनी बाँहों में कस लिय…

पूरी सन्तुष्टि

प्रेषिका : परी मेरा नाम रेशमा है। मैं इस्लामाबाद पा…

कामना की साधना-4

मैं मौके का फायदा उठाते हुए एकदम उसके पीछे आ गया,…

कामना की साधना-3

उसने रसोई की तरफ झांककर देखा और वहाँ से संतुष्ट हो…

अंतहीन प्यास-8

आपकी सारिका कंवल हम दोनों ही एक-दूसरे से साँपों क…

कामना की साधना-1

पिछले तीन दिनों की व्यस्‍तता के बाद भी आज मेरे चेहर…

अंतहीन प्यास-7

आपकी सारिका कंवल उसने मेरे कूल्हों को दबाया और फिर…

स्वयंवर का सच-2

लेखक : प्रेम गुरु और अरमान मैंने झट से अपने कपड़े उ…

मासूम यौवना-15

जीजाजी पेट से जांघें, पिण्डली चूमते-चूमते सीधे मेर…

मासूम यौवना-10

पिछली किश्त यानि मासूम यौवना-9 में आपने मेरे जीजाज…