मासूम यौवना-12
लेखिका : कमला भट्टी दीपावली के लिए घर जाने के लिए …
स्वयंवर का सच-1
लेखक : प्रेम गुरु और अरमान मैं जानता था कि यह राखी…
मासूम यौवना-15
जीजाजी पेट से जांघें, पिण्डली चूमते-चूमते सीधे मेर…
तुम्हारे लिए ही
नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम प्रिंस है और मैं आपको अपनी ए…
अंतहीन प्यास-9
आपकी सारिका कंवल मैंने उसे अपनी बाँहों में कस लिय…
मासूम यौवना-11
मैं जीजाजी के ही घर दो रात लगातार उन से चुद कर अग…
कामना की साधना-5
मैंने एक तरफ से कामना का नाइट गाऊन उसके नीचे से न…
कामना की साधना-3
उसने रसोई की तरफ झांककर देखा और वहाँ से संतुष्ट हो…
वीणा की गुफा-2
लेखक: मनीष शर्मा प्रेषक : वीणा शर्मा मैंने उसे उठा क…
मासूम यौवना-18
लेखिका : कमला भट्टी पहले मेरा मज़े लेने की कोई इच्छा…