एक और अहिल्या-4

वसुन्धरा के पैरों के तलवे गहरे गुलाबी रंग के, गद्दी…

एक और अहिल्या-9

तभी जोर से बिजली कड़की. एक क्षण को तो पूरा आलम एक अ…

एक और अहिल्या-1

मैं आपका दोस्त, राजवीर मिड्ढा फ़िर से आपकी खिदमत में…

मौसी हो तो ऐसी-1

प्रेषक : राज कार्तिक मैं राज एक बार फिर अपने जीवन क…

एक और अहिल्या-7

“मेरी मंज़िल तो मेरे पास है लेकिन मेरी किस्मत में न…

एक और अहिल्या-6

वसुन्धरा की मां ने अभी-अभी वसुन्धरा को फोन लगा कर आ…

एक और अहिल्या-8

वसुन्धरा की आँखों से भी गंगा-जमुना बह निकली. भावाव…

मौसी के घर मस्ती

प्रेषक : अजय बात यह हुई कि एक साल पहले मेरी मौसी न…

तलाकशुदा आंटी सेक्स के लिए मुझे अपने घर ले गई

मैं विशाल वेदक 24 साल का लड़का मुंबई में रहता हूँ,…

रीना मेरी पड़ोसन

प्रेषक : पंकज कपूर मेरी पड़ोस में एक भाभी रहती है, …