तोड़ा तृप्ति की सील को
प्रेषक : डी के डॉन तृप्ति रविवार को मेरे ऑफिस में आ…
मेरा गुप्त जीवन -52
अगले दिन नैनीताल से चल कर हम शाम को लखनऊ पहुँच गए…
कल्पना साकार हुई-2
अब बारी तृष्णा की थी, उसने विक्रम का अन्डरवीयर उतारा…
मेरा गुप्त जीवन -50
तब हम चलते हुए किश्ती से थोड़ी दूर हो गए और तब मैंन…
मन तो बहुत करता है
एक दिन ई-मेल देखते समय मैंने देखा कि किसी प्रिया न…
मस्तानी लौन्डिया-1
मेरा नाम संजीव है। मैं 26 साल का हूँ और एक प्राईवे…
मस्तानी लौन्डिया-2
चार दिन आरामे से बीते। निशु के साथ ताश के बहाने न…
तीन बहनों की चुदाई
सहब सिंघ की हवेलि मे हर समय तीन खुबसूरत हसीन बहने…
मेरा गुप्त जीवन- 83
मैं भी नकली गुस्से में बोला- हंस लो हंस लो तुम दोन…
जब मैं जिगोलो बना-1
अन्तर्वासना पढ़ने वाले सभी पाठकों को मेरा नमस्कार. मे…