मेरा गुप्त जीवन- 163

भैया की आँखें पूरी तरह से नग्न कम्मो के शरीर पर ही …

मेरा गुप्त जीवन- 161

सवेरे उठ कर कम्मो के हाथ से चाय पी कर मज़ा ही आ जात…

मेरा गुप्त जीवन- 159

‘लंड के भाग से चूत वाली सलवार का नाड़ा टूटा…’ इसको…

वो काला भुसण्ड लौड़ा

लेखिका : शमीम बानो कुरेशी इन दिनों मेरे मौसा जी आ…

प्यारा दोस्त और दीदी

लेखक : विजय पन्डित मैं कॉलेज में आ चुका था। मेरे ए…

मेरा गुप्त जीवन-100

कुछ दिन हम सब बहुत व्यस्त रहे क्यूंकि 15 दिन के लिए …

मेरा गुप्त जीवन- 160

सिनेमा हाल से बाहर आने पर पूनम ने यह सब भांप लिया…

मेरा गुप्त जीवन-101

मैं और भाभी एकदम सकते में आ गए। अब रिया बोली- मैं…

मेरा गुप्त जीवन- 164

मैं सिर्फ मुस्करा भर दिया और हल्के से अपनी बाईं आँख …

मेरा गुप्त जीवन- 189

पम्मी की आँखें एकदम विस्फारित हुई पड़ी थी, वो डरते ह…