ज़िन्दगी के अजीब रंग

मैं और कामिनी एक ही ऑफ़िस में काम करते थे। कामिनी …

मेरा गुप्त जीवन- 187

अब मैंने आगे बढ़ कर शशि भाभी को अपनी बाहों में ले …

मस्त लड़की की सील तोड़ी

हैलो फ्रेंड्स, मैं अन्तर्वासना का बहुत ही बड़ा फैन हूँ…

मेरा गुप्त जीवन- 160

सिनेमा हाल से बाहर आने पर पूनम ने यह सब भांप लिया…

अपनी मौसी को ही चोद !

हेल्लो दोस्तो, कैसे हो आप! मैं आपका प्यारा मेजस्टी, ज…

दुनिया की तो माँ की चू…!

दोस्तो, आज मैं आपके सामने एक ऐसी कहानी पेश करूंगा,…

मेरा गुप्त जीवन- 134

थोड़ी देर बाद मुझको एक फ़ोन कॉल आया जो लखनऊ से था औ…

मेरा गुप्त जीवन- 133

मधु मैडम और रूबी मैडम ने हम सबको आलिंगनबद्ध किया औ…

मेरा गुप्त जीवन- 162

मैंने भी उसके मोटे चूतड़ों को हल्के से मसल दिया और …

मेरा गुप्त जीवन- 188

कोच अटेंडेंट ने बड़ी मुस्तैदी से हमारी सेवा की रहा …