मेरा गुप्त जीवन- 179
नंदा भाभी की जम कर चुदाई करने के बाद हम सब थक हार…
मेरा गुप्त जीवन- 153
आप सबको होली की बहुत बहुत मुबारक। तभी ऐसा लगा कि…
असगर मियां की ठर्क-2
मेरे प्यारे दोस्तो, आप सब ने मेरी लिखी कहानी असगर म…
मेरी तो लॉटरी लग गई-2
कहानी का पहला भाग : मेरी तो लॉटरी लग गई-1 अगले दि…
कलयुग का कमीना बाप-10
एक दिन पापा मुझे शॉपिंग कराने ले गये और ढेर सारी …
कलयुग का कमीना बाप-12
मम्मी मुझे खाना खिलाने लगी। उनके हाथों से खाते हुए…
असगर मियां की ठर्क-1
यह कहानी हमारे ही मोहल्ले में राशन की दुकान चलाने …
विधवा आंटी का प्यार
नमस्कार दोस्तो, मैं रवि (बदला हुआ नाम) उत्तराखंड के …
कलयुग का कमीना बाप-11
पापा मेरी चूत को कुछ देर चाटने के बाद ऊपर उठे और …
मेरा गुप्त जीवन- 172
जसबीर ने ही आगे बढ़ कर दरवाज़ा खोला तो यह देख कर हम…